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MP में बाढ़: मुसीबतों की मझधार में जनता, नेता करें Twit Twit... - MP में बाढ़: मुसीबतों की मझधार में जनता

मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार जारी बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए हैं. परेशान जनता अपने जन प्रतिनिधियों की तरफ मदद की उम्मीद से देख रही है, लेकिन त्राहिमाम की इस स्थिति में भी स्थानीय नेता कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. मैदान से नदारत नेताजी जनता को राहत तो भेज रहे हैं लेकिन सिर्फ अपने राहत भरे ट्वीट से.

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MP में बाढ़: मुसीबतों की मझधार में जनता
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Published : Aug 3, 2021, 7:54 PM IST

ग्वालियर/ शिवपुरी/ श्योपुर/ दतिया. मध्यप्रदेश के कई जिलों में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. पिछले 48 घंटे से जारी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रहे है. ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, मुरैना जिलों में चंबल, पार्वती, सिंध सहित कई नदियां उफान हैं. गांव टापू में बदल चुके हैं. चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. स्थानीय लोग मुसीबतों से मशक्कत कर रहे हैं. बाढ़ में घिरे लोगों की जान बचाने के सरकारी प्रयास भी हो रहे हैं. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और वायुसेना रेस्क्यू में जुटे हैं. लेकिन जो नजर नहीं आ रहे हैं वे हैं जन प्रतिनिधी मतलब नेताजी. जनता त्राहिमाम कर रही है और नेताजी ट्विटर से राहत भेज रहे हैं.

  • 1 ALH और 2 B-17 हेलीकाप्टर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए ग्वालियर से उड़ान भर चुके हैं I दो और B-17 हेलीकॉप्टर उड़ान भरने को तैयार हैं। संकट के समय सरकार आपदा में फंसे एक-एक नागरिक को सुरक्षित निकालने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

    — Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुसीबत में नजर नहीं आए नेताजी

पूरे चंबल रीजन में पिछले 2-3 दिन से हो रही बारिश से हालात खराब हैं. लोग मुसीबत हैं और अपने नेताओं से मदद की उम्मीद लगा रहे हैं, लेकिन आपदाकाल में नेताजी कहीं भी नजर नहीं आए. उत्सव, उद्घाटन या सार्वजनिक कार्यक्रम में पूरे लाव-लश्कर और समर्थकों के साथ मौजूद रहने वाले स्थानीय नेता मुसीबत के इस दौर में जमीन से नदारद हैं. वे नजर तो आ रहे हैं लेकिन सिर्फ ट्विटर पर और अपने ट्वीट से राहत भी भेज रहे हैं अब ये ट्विवटर वाली राहत जनता के कितने काम आएगी ये तो नेताजी ही जाने.

  • प्रदेश के #Gwalior-चंबल संभाग में लगातार भारी बारिश से कई जिले बाढ़ की चपेट में है। दतिया जिले में भी कई गांव बाढ़ से प्रभावित है।

    बाढ़ प्रभावित इलाकों में जमीनी स्तर का जायजा लेने के लिए आज #Datia जा रहा हूं।

    बुधवार को जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का जायजा लूंगा।

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अंचल से कई मंत्री! मुश्किल में नदारद

ग्वालियर चंबल संभाग से प्रदेश ही नहीं केंद्रीय मंत्री भी हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद प्रभात झा, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, कमलनाथ प्रदेश सरकार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मंत्री यशोधरा राजे जैसे बड़े नाम अंचल से ही आते हैं, लेकिन खास बात यह है कि जनता पर जो मुसीबतों का सैलाब आया है उसमें ये बड़े नाम वाले नेता मैदान में कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.

  • आज कंट्रोल रूम में बैठकर बाढ़ में फसें लोगो से दूरभाष पर बात कर उन्हें ढांढस बनाया व उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
    CM श्री @ChouhanShivraj जी से जिले में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की।।
    जनता की सुरक्षा को देखते हुए प्रभारी मंत्री,कमिश्नर,आईजी एवं जिला प्रशासन सतत संपर्क में है। pic.twitter.com/l5vNDe6O4K

    — Yashodhara Raje Scindia (@yashodhararaje) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ट्विटर से भेज रहे हैं राहत!

  • मै क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो से भी सतत सम्पर्क में हूँ।मैंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी अपील की है कीं संकट की इस घड़ी में प्रदेश भर में पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करे।

    ईश्वर सभी प्रभावितो की रक्षा करे , यही प्रार्थना है।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का कहना है कि उन्होंने भोपाल और शिवपुरी में बाढ़ के हालातों को लेकर कंट्रोल रूम बनाया है जहां वे खुद नजर रख रहे हैं. सीएम केंद्रीय मंत्रियों और प्रधानमंत्री से बातचीत भी कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार को मदद का भरोसा भी दिलाया है, लेकिन सवाल उठता है स्थानीय नेताओं की मौजूदगी का. शिवपुरी में जो बाढ़ राहत के लिए जो कंट्रोल रूम बनाया गया है उसे यशोधरा राजे और महेंद्र सिंह सिसौदिया मॉनिटर कर रहे हैं. लेकिन स्थानीय लोगों की शिकायत है कि इन दोनों में से कोई भी शहर में कहीं नजर नहीं आया. दतिया में भी बाढ़ से हालात खराब हैं यहां का प्रतिनिधित्व करने वाले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दावा कर रहे हैं कि वे स्थानीय लोगों के टच में हैं, लेकिन नजर सिर्फ ट्विवटर आए या प्रेस कॉन्फ्रेंस मेंं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सक्रिय दिखे लेकिन ट्विटर पर दूसरे बड़े केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी परेशान जनता को ट्वीट के जरिए राहत भेज रहे हैं. हालांकि इनमें से कई नेता ऐसे भी हैं जैसे नरेंद्र सिंह तोमर और दिग्विजय सिंह जिन्होंने प्रदेश में बने बाढ़ के हालातों और जनता को परेशानी से राहत दिलाने के लिए एक ट्वीट भी करना जरूरी नहीं समझा.

ग्वालियर/ शिवपुरी/ श्योपुर/ दतिया. मध्यप्रदेश के कई जिलों में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. पिछले 48 घंटे से जारी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रहे है. ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, मुरैना जिलों में चंबल, पार्वती, सिंध सहित कई नदियां उफान हैं. गांव टापू में बदल चुके हैं. चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. स्थानीय लोग मुसीबतों से मशक्कत कर रहे हैं. बाढ़ में घिरे लोगों की जान बचाने के सरकारी प्रयास भी हो रहे हैं. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और वायुसेना रेस्क्यू में जुटे हैं. लेकिन जो नजर नहीं आ रहे हैं वे हैं जन प्रतिनिधी मतलब नेताजी. जनता त्राहिमाम कर रही है और नेताजी ट्विटर से राहत भेज रहे हैं.

  • 1 ALH और 2 B-17 हेलीकाप्टर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए ग्वालियर से उड़ान भर चुके हैं I दो और B-17 हेलीकॉप्टर उड़ान भरने को तैयार हैं। संकट के समय सरकार आपदा में फंसे एक-एक नागरिक को सुरक्षित निकालने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

    — Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुसीबत में नजर नहीं आए नेताजी

पूरे चंबल रीजन में पिछले 2-3 दिन से हो रही बारिश से हालात खराब हैं. लोग मुसीबत हैं और अपने नेताओं से मदद की उम्मीद लगा रहे हैं, लेकिन आपदाकाल में नेताजी कहीं भी नजर नहीं आए. उत्सव, उद्घाटन या सार्वजनिक कार्यक्रम में पूरे लाव-लश्कर और समर्थकों के साथ मौजूद रहने वाले स्थानीय नेता मुसीबत के इस दौर में जमीन से नदारद हैं. वे नजर तो आ रहे हैं लेकिन सिर्फ ट्विटर पर और अपने ट्वीट से राहत भी भेज रहे हैं अब ये ट्विवटर वाली राहत जनता के कितने काम आएगी ये तो नेताजी ही जाने.

  • प्रदेश के #Gwalior-चंबल संभाग में लगातार भारी बारिश से कई जिले बाढ़ की चपेट में है। दतिया जिले में भी कई गांव बाढ़ से प्रभावित है।

    बाढ़ प्रभावित इलाकों में जमीनी स्तर का जायजा लेने के लिए आज #Datia जा रहा हूं।

    बुधवार को जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का जायजा लूंगा।

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अंचल से कई मंत्री! मुश्किल में नदारद

ग्वालियर चंबल संभाग से प्रदेश ही नहीं केंद्रीय मंत्री भी हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद प्रभात झा, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, कमलनाथ प्रदेश सरकार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मंत्री यशोधरा राजे जैसे बड़े नाम अंचल से ही आते हैं, लेकिन खास बात यह है कि जनता पर जो मुसीबतों का सैलाब आया है उसमें ये बड़े नाम वाले नेता मैदान में कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.

  • आज कंट्रोल रूम में बैठकर बाढ़ में फसें लोगो से दूरभाष पर बात कर उन्हें ढांढस बनाया व उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
    CM श्री @ChouhanShivraj जी से जिले में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की।।
    जनता की सुरक्षा को देखते हुए प्रभारी मंत्री,कमिश्नर,आईजी एवं जिला प्रशासन सतत संपर्क में है। pic.twitter.com/l5vNDe6O4K

    — Yashodhara Raje Scindia (@yashodhararaje) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ट्विटर से भेज रहे हैं राहत!

  • मै क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो से भी सतत सम्पर्क में हूँ।मैंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी अपील की है कीं संकट की इस घड़ी में प्रदेश भर में पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करे।

    ईश्वर सभी प्रभावितो की रक्षा करे , यही प्रार्थना है।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का कहना है कि उन्होंने भोपाल और शिवपुरी में बाढ़ के हालातों को लेकर कंट्रोल रूम बनाया है जहां वे खुद नजर रख रहे हैं. सीएम केंद्रीय मंत्रियों और प्रधानमंत्री से बातचीत भी कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार को मदद का भरोसा भी दिलाया है, लेकिन सवाल उठता है स्थानीय नेताओं की मौजूदगी का. शिवपुरी में जो बाढ़ राहत के लिए जो कंट्रोल रूम बनाया गया है उसे यशोधरा राजे और महेंद्र सिंह सिसौदिया मॉनिटर कर रहे हैं. लेकिन स्थानीय लोगों की शिकायत है कि इन दोनों में से कोई भी शहर में कहीं नजर नहीं आया. दतिया में भी बाढ़ से हालात खराब हैं यहां का प्रतिनिधित्व करने वाले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दावा कर रहे हैं कि वे स्थानीय लोगों के टच में हैं, लेकिन नजर सिर्फ ट्विवटर आए या प्रेस कॉन्फ्रेंस मेंं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सक्रिय दिखे लेकिन ट्विटर पर दूसरे बड़े केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी परेशान जनता को ट्वीट के जरिए राहत भेज रहे हैं. हालांकि इनमें से कई नेता ऐसे भी हैं जैसे नरेंद्र सिंह तोमर और दिग्विजय सिंह जिन्होंने प्रदेश में बने बाढ़ के हालातों और जनता को परेशानी से राहत दिलाने के लिए एक ट्वीट भी करना जरूरी नहीं समझा.

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