भोपाल। पहली बार भोपाल में राजगोंड महासभा का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया. दो दिवसीय इस अधिवेशन में करीब 258 आदिवासी रियासतों को आमंत्रित किया गया था. राज गोंड महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलकरण राज ठाकुर के अनुसार वह अपने बिखरे हुए आदिवासी गोंड परिवार को इकट्ठा करना चाहते थे. जिसके बाद वह सरकार से उनके विकास को लेकर चर्चा करेंगे, साथ ही आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले राजगोंड परिवारों को सम्मान देने की मांग भी करेंगे.
राज गोंड महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलकरण राज ठाकुर का कहना है कि देश को आजाद कराने के लिए राजगोंड राजाओं ने अहम भूमिका निभाई थी आजादी की लड़ाई की शुरुआत गोंड राजाओं ने ही की थी इसके बाद भी गोड़ राज परिवार को आजादी के बाद से आज तक कोई तवज्जो नहीं मिली है और धीरे-धीरे ये परिवार बिखरते गए और यही कारण है कि इस आयोजन के माध्यम से राजगोढ़ परिवार को इकट्ठा करना ,साथ ही सरकार से उनके विकास और उनके सम्मान के लिए एक रूपरेखा तैयार की जाएगी.