भोपाल। कोविड-19 संक्रमण के बीच प्रदेश की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है. कांग्रेस-बीजेपी बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा दिए गए बयान पर बीजेपी भी हमलावर हो गई है. बीजेपी विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कमलनाथ पर पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ आज जब पूरा देश एकजुट होकर कोरोना संकट से लड़ रहा है. ऐसे में आप के द्वारा राजनैतिक बयानबाजी करना दुर्भाग्यपूर्ण है.इस प्रकार की गैर जिम्मेदाराना रवैये के लिए कमलनाथ के विरुद्ध FIR होनी चाहिए.
विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपसे एक वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सलाह मांगी थी. वो तो आप दें ना सके, उल्टा बेबुनियाद आरोप लगा रहे. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिनकी बातों को पूरा देश गंभीरता से नहीं लेता, यदि उनके द्वारा 12 फरवरी को हिदायत दी गयी थी तो कमलनाथ ने क्या किया. क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री पद से 20 मार्च को अपना इस्तीफा दिया था. इस दौरान आपके पास काफी समय था कि आप संक्रमण को रोकने के लिए कुछ कदम उठा सकते थे. कमलनाथ के द्वारा किसी भी तरह का कोई कदम नहीं उठाया गया. ना ही कमलनाथ के द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कैबिनेट की बैठक बुलाई गई. इस दौरान केवल मुख्य सचिव बनाना डीजीपी को हटाना आयोगों का गठन और तबादला उद्योग चलता रहा.
जमातियों के लिए रेड कार्पेट बिछाते रहे कमलनाथ के खिलाफ होनी चाहिए FIR- बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा दिए गए बयान पर बीजेपी भी हमलावर हो गई है. बीजेपी विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कमलनाथ पर पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ आज जब पूरा देश एकजुट होकर कोरोना संकट से लड़ रहा है. ऐसे में आप के द्वारा राजनैतिक बयानबाजी करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
भोपाल। कोविड-19 संक्रमण के बीच प्रदेश की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है. कांग्रेस-बीजेपी बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा दिए गए बयान पर बीजेपी भी हमलावर हो गई है. बीजेपी विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कमलनाथ पर पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ आज जब पूरा देश एकजुट होकर कोरोना संकट से लड़ रहा है. ऐसे में आप के द्वारा राजनैतिक बयानबाजी करना दुर्भाग्यपूर्ण है.इस प्रकार की गैर जिम्मेदाराना रवैये के लिए कमलनाथ के विरुद्ध FIR होनी चाहिए.
विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपसे एक वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सलाह मांगी थी. वो तो आप दें ना सके, उल्टा बेबुनियाद आरोप लगा रहे. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिनकी बातों को पूरा देश गंभीरता से नहीं लेता, यदि उनके द्वारा 12 फरवरी को हिदायत दी गयी थी तो कमलनाथ ने क्या किया. क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री पद से 20 मार्च को अपना इस्तीफा दिया था. इस दौरान आपके पास काफी समय था कि आप संक्रमण को रोकने के लिए कुछ कदम उठा सकते थे. कमलनाथ के द्वारा किसी भी तरह का कोई कदम नहीं उठाया गया. ना ही कमलनाथ के द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कैबिनेट की बैठक बुलाई गई. इस दौरान केवल मुख्य सचिव बनाना डीजीपी को हटाना आयोगों का गठन और तबादला उद्योग चलता रहा.