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व्यापमं घोटाला: 13 अभ्यर्थियों के खिलाफ FIR दर्ज, जल्द हो सकती है गिरफ्तारी - Investigation of vyapam scam

एसटीएफ अब तक पीएमटी परीक्षा को लेकर कुल 13 एफआईआर दर्ज कर चुकी है. एसटीएफ की टीम ने इन आरोपियों के ठिकानों की पुख्ता जानकारी जुटा ली है. इन आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है.

vyapam scam
व्यापमं घोटाले की जांच
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Published : Jan 27, 2020, 3:02 PM IST

भोपाल। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के साथ ही मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले की जांच दोबारा शुरू की गई है. जिसमें एसटीएफ अब तक पीएमटी परीक्षा को लेकर कुल 13 FIR दर्ज की जा चुकी है, लेकिन अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. हालांकि एसटीएफ की टीम ने इन आरोपियों के ठिकानों की पुख्ता जानकारी जुटा ली है.

चौंकाने वाली बात तो ये है कि, इनमें से कुछ डॉक्टर्स शासकीय अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं. जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है. ये सभी FIR उन अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज की गई है, जिन्होंने अपनी जगह किसी और को परीक्षा में बैठाकर पीएमटी की परीक्षा पास की है.

व्यापंम घोटाले की जांच में 13 अभ्यर्थियों के खिलाफ FIR दर्ज

यहां पदस्थ हैं आरोपी डॉक्टर्स

  • सीमा पटेल- पीएमटी परीक्षा साल 2004 में पास की, शासकीय मेडिकल कॉलेज दमोह में पदस्थ है.
  • विकास अग्रवाल- पीएमटी परीक्षा साल 2005 में पास की, ग्वालियर के निजी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
  • सीताराम शर्मा- पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुरा मुरैना में पदस्थ हैं.
  • दिवशीष विश्वास- पीएमटी परीक्षा साल 2007 में पास की, सागर के निजी अस्पताल में फिजीशियन हैं.
  • सौरभ सचान, पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, दिल्ली के निजी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
  • बेनजीर फारूखी- पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, रीवा चिकित्सालय में पदस्थ हैं.
  • विपिन कुमार सिंह पीएमटी परीक्षा 2010 में पास की, इन्हें लेकर जानकारी जुटाई जा रही है.

फोटो मिसमैच के मामलों में आरोपी

  • पल्लव अमृत फाले- पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, शासकीय मेडिकल कॉलेज बैतूल में पदस्थ हैं.
  • हितेश अलावा- पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, ग्वालियर में पीजी की तैयारी कर रहे हैं.
  • बृजेंद्र रावत- पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2013 में पास की, नीमच के कोतवाली थाने में पदस्थ हैं.

पुलिस अधिकारियों का दावा है कि, जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी और जालसाजी में इनकी मदद करने वालों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा कर उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

भोपाल। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के साथ ही मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले की जांच दोबारा शुरू की गई है. जिसमें एसटीएफ अब तक पीएमटी परीक्षा को लेकर कुल 13 FIR दर्ज की जा चुकी है, लेकिन अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. हालांकि एसटीएफ की टीम ने इन आरोपियों के ठिकानों की पुख्ता जानकारी जुटा ली है.

चौंकाने वाली बात तो ये है कि, इनमें से कुछ डॉक्टर्स शासकीय अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं. जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है. ये सभी FIR उन अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज की गई है, जिन्होंने अपनी जगह किसी और को परीक्षा में बैठाकर पीएमटी की परीक्षा पास की है.

व्यापंम घोटाले की जांच में 13 अभ्यर्थियों के खिलाफ FIR दर्ज

यहां पदस्थ हैं आरोपी डॉक्टर्स

  • सीमा पटेल- पीएमटी परीक्षा साल 2004 में पास की, शासकीय मेडिकल कॉलेज दमोह में पदस्थ है.
  • विकास अग्रवाल- पीएमटी परीक्षा साल 2005 में पास की, ग्वालियर के निजी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
  • सीताराम शर्मा- पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुरा मुरैना में पदस्थ हैं.
  • दिवशीष विश्वास- पीएमटी परीक्षा साल 2007 में पास की, सागर के निजी अस्पताल में फिजीशियन हैं.
  • सौरभ सचान, पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, दिल्ली के निजी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
  • बेनजीर फारूखी- पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, रीवा चिकित्सालय में पदस्थ हैं.
  • विपिन कुमार सिंह पीएमटी परीक्षा 2010 में पास की, इन्हें लेकर जानकारी जुटाई जा रही है.

फोटो मिसमैच के मामलों में आरोपी

  • पल्लव अमृत फाले- पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, शासकीय मेडिकल कॉलेज बैतूल में पदस्थ हैं.
  • हितेश अलावा- पीएमटी परीक्षा साल 2009 में पास की, ग्वालियर में पीजी की तैयारी कर रहे हैं.
  • बृजेंद्र रावत- पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2013 में पास की, नीमच के कोतवाली थाने में पदस्थ हैं.

पुलिस अधिकारियों का दावा है कि, जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी और जालसाजी में इनकी मदद करने वालों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा कर उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Intro:भोपाल- कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के साथ ही मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापम महा घोटाले की जांच दोबारा शुरू की गई है। जिसमें एसटीएफ अब तक पीएमटी परीक्षा को लेकर कुल 13 एफ आई आर दर्ज कर चुकी है। लेकिन अब तक भी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। हालांकि एसटीएफ की टीम ने इन आरोपियों के ठिकानों की पुख्ता जानकारी जुटा ली है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इनमें से कुछ डॉक्टर्स शासकीय अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं। माना जा रहा है कि जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।


Body:मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापम महा घोटाले की दोबारा शुरू हुई जांच में एसटीएफ की टीम अब तक पीएमटी परीक्षा मामले में कुल 13 एफ आई आर दर्ज कर चुकी है। ये एफआईआर उन अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज की गई है जिन्होंने फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र के जरिये और अपनी जगह किसी और को बैठाकर परीक्षा पास की है। हालांकि एसटीएफ की टीम अब तक भी इन प्रकरणों में बनाए गए आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। लेकिन इन डॉक्टर्स के बारे में पुलिस ने पूरी जानकारी जुटा ली है।

यंहा पदस्थ है आरोपी डॉक्टर्स--

* सीमा पटेल- पीएमटी परीक्षा साल 2004- शासकीय मेडिकल कॉलेज दमोह में है पदस्थ।
* विकास अग्रवाल पीएमटी परीक्षा साल 2005, ग्वालियर के निजी अस्पताल में दे रहे हैं अपनी सेवाएं।
* सीताराम शर्मा पीएमटी परीक्षा साल 2009, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुरा मुरैना में है पदस्थ।
* दिवशीष विश्वास पीएमटी परीक्षा साल 2007, सागर के निजी अस्पताल में फिजीशियन।
* सौरभ सचान पीएमटी परीक्षा साल 2009, दिल्ली के निजी अस्पताल में दे रहे हैं अपनी सेवाएं।
* बेनजीर फारूखी पीएमटी परीक्षा साल 2009, रीवा चिकित्सालय में है पदस्थ।
* विपिन कुमार सिंह पीएमटी परीक्षा 2010, इन्हें लेकर जानकारी जुटाई जा रही है।

फोटो मिसमैच के मामलों में आरोपी---

* पल्लव अमृत फाले पीएमटी परीक्षा साल 2009, शासकीय मेडिकल कॉलेज बैतूल में पदस्थ।
* हितेश अलावा पीएमटी परीक्षा साल 2009, ग्वालियर में पीजी की तैयारी कर रहा है।
* बृजेंद्र रावत पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2013, नीमच के कोतवाली थाने में है पदस्थ।




Conclusion:एसटीएफ की टीम नई नई भर्तियों के बारे में पूरी जानकारी जुटा ली है यह कहां और किस अस्पताल में पदस्थ हैं इसके साथ ही कहां निवास करते हैं यह तमाम जानकारी पुलिस के पास है। इनमें से कुछ डॉक्टर्स पिछले 10 से 15 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी और जालसाजी में इनकी मदद करने वालों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा कर उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बाइट- अशोक अवस्थी, एडीजी, एसटीएफ, मध्य प्रदेश।
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