भोपाल/इंदौर। आदिपुरुष फिल्म का विवाद पुलिस थाने की दहलीज तक पहुंच चुका है. मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने अपने समर्थकों सहित भोपाल के टीटी नगर थाने पहुंचकर फिल्म के राइटर मनोज मुंतशिर, निर्माता कृष्ण कुमार, निर्देशक ओम रावत के खिलाफ मामला दर्ज करने का आवेदन दिया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि बीजेपी की सरकार सनातन धर्म के खिलाफ है. इस फिल्म में वाल्मीकि रामायण और तुलसीदास जी की रामायण को बदलकर दिखाया गया है. भगवान राम का व्यक्तित्व सौम्य था, जबकि इसमें महाबली दिखाया गया है. वहीं इंदौर में भी कांग्रेस ने विरोध जताते हुए लेखक मनोज मुंतशिर का पुतला जलाया है और फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग की है.
कांग्रेस का आरोप फिल्म में गलत तथ्य रखे: कांग्रेस ने आरोप लगाया कि फिल्म निर्माता और स्क्रिप्ट राइटर ने जिस तरह से फिल्म में गलत तथ्यों को पेश किया है. उससे लोगों की धार्मिक आस्था आहत हुई है. इसलिए मामले में पुलिस संबंधित के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करे. पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि इस फिल्म का प्रोमो बीजेपी के गौरव सदन में किया गया था. इस मामले में फिल्म निर्माता के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए. ऐसा लगता है इस मामले में बीजेपी और फिल्म निर्माता की डील हुई हो. पुलिस थाना प्रभारी चैन सिंह रघुवंशी के मुताबिक मामले में जांच कर जरूरी हुआ तो मामले में कार्रवाई की जाएगी.
इसलिए हो रहा फिल्म का विरोध: दरअसल फिल्म के संवाद और प्रस्तुतिकरण को लेकर तीखी आलोचना हो रही है. सबसे ज्यादा विवाद लंका दहन के दौरान आता है. इसमें हनुमानजी रावण के बेटे इंद्रजीत से कहते हैं...आगे तेरे बाप की, कपड़ा तेरे बाप का... को लेकर है. इसके अलावा एक अन्य डायलॉग... तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने आ गया... को लेकर भी आपत्ति जताई जा रही है. फिल्म में सोने की लंका को काला दिखाने, विभीषण की पत्नी द्वारा नागपाश से मूर्छित हुए लक्ष्मण का इलाज करने जैसे तथ्यों को लेकर भी विरोध किया जा रहा है.
बदले जा रहे हैं संवाद: उधर फिल्म के संवाद को लेकर फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर मनोज मुंतशिर ने पहले फिल्म का बचाव किया. बाद में मामला बढ़ता देख उन्होंने एक दिन पहले फिल्म के विवादित डायलॉग बदलने की बात की कही है. उन्होंने कहा है कि 5 लाइनों के लिए कुछ लोगों की भावनाए आहत हैं. वह भावनाओं का सम्मान करते हैं और जल्द ही नए डॉयलॉग के साथ फिल्म सिनेमाघरों में आएगी.
इंदौर में जलाए गए मनोज मुंतशिर के पोस्टर: इंदौर में भी कांग्रेस ने फिल्म का विरोध जताते हुए मनोज मुंतशिर को पोस्टर जलाए हैं. कांग्रेस के मुताबिक इस फिल्म के माध्यम से भद्दे कंप्यूटर ग्राफिक का उपयोग करते हुए रामायण ग्रंथ के पात्रों के साथ खिलवाड़ किया गया है. यह ग्रंथ हम लोगों का जीवन ग्रंथ है. हिंदू समाज के लिए रामायण और गीता सबसे पूज्य ग्रंथ है. ऐसे में कथानक के साथ खिलवाड़ पूरे हिंदू समाज के साथ खिलवाड़ है. विधायक संजय शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा इस फिल्म से हिंदू समाज की भावनाएं आहत हो रही है. ऐसे में इस फिल्म का प्रदर्शन तत्काल रोका जाना आवश्यक है. (Manoj Muntashir Posters burnt)
बीजेपी के लिए श्रीराम वोट पाने का माध्यम: इंदौर में शहर कांग्रेस प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल,अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष रमेश घाटे, सूचना अधिकार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गिरीश जोशी द्वारा मनोज मुंतशिर का पुतला जलाया गया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने इसे हिंदू धर्म की धार्मिक मान्यताओं से खिलवाड़ करने वाली फिल्म बताया. विवेक खंडेलवाल ने कहा फिल्म आदिपुरुष में पूरी दुनिया के अराध्य प्रभु श्री राम, भगवान हनुमान, प्रभु लक्ष्मण, माता सीता की छवि को खराब करने का काम इस फिल्म ने किया है. बेतुके संवाद लिखे गए हैं. पूरी रामायण को बदलने का सुनियोजित षड़यंत्र किया गया है. ऐसे ऐसे संवाद लिखे है, जो सड़क छाप है, आज की पीढ़ी पर इसका बिलकुल गलत प्रभाव पड़ेगा. भाजपा की सरकार, सेंसर बोर्ड, स्वंभू हिंदूवादी संगठन सब आंखे मूंद कर सो रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है की भाजपा के लिए प्रभु राम सिर्फ वोट पाने का माध्यम है.