भोपाल। किसानों की भावांतर भुगतान योजना पर सियायत तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जोर-शोर से इस मुद्दे को उठा रहे हैं, जबकि इस योजना के पूरा न होने के लिए कमलनाथ सरकार केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है.
दअरसल मध्यप्रदेश के किसानों को भावांतर योजना के तहत 2017 में बेची गई फसलों का काफी भुगतान अभी तक नहीं मिल पाया है. विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने शिवराज सरकार के समय शुरू हुई भावांतर भुगतान योजना को मुद्दा बनाया था. सरकार बनने पर किसानों को नगद भुगतान दिलाने का वादा कर के ही कांग्रेस सरकार में आई थी. लेकिन, कांग्रेस का कहना है कि केंद्र ने भावांतर भुगतान का अपने हिस्से का पैसा अभी तक नहीं दिया है. सीएम कमलनाथ खुद पीएम मोदी से मुलाकात कर चुके हैं और जल्द पैसा दिए जाने की मांग कर चुके हैं.
मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के नेता फिरोज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि बीजेपी कभी भी किसान हितैषी पार्टी नहीं रही है, उसने कभी किसानों का भला नहीं किया, उसने जो भी काम किए कालाबाजारियों को फायदा पहुंचाने के लिए किए हैं. भावंतर भुगतान योजना का 2017 का 575 करोड़ रुपये का केंद्राश लंबित है, सीएम ने भुगतान के लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात की है, लेकिन वह पैसा आज तक नहीं आया है. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी नेता किसानों का भुगतान चाहते हैं तो सारे सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह पीएम मोदी के पास जाएं और किसानों के हित में मध्यप्रदेश का 575 करोड़ रूपये दिलवाए. कांग्रेस सरकार तुरंत किसानों का भुगतान करेगी और अगर केंद्र अपना हिस्सा नहीं देगा तो हम अपने संसाधनों से पैसा जुटा का किसानों तक पहुंचा देंगे.