भोपाल। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की संभावना के चलते मंगलवार को जिला प्रशासन ने सख्ती बरतने का आदेश जारी किया था, जिनके बाद आपदा में अवसर की तलाश करते कालाबाजारियों ने बड़ी कंपनियों के नाम पर नकली सैनिटाइजर बनाकर (Fake branded sanitizer factory seized) बेचने लगा, नकली सैनिटाइजर बेचने वाले गिरोह के सक्रिय होने का पर्दाफाश रातिबड़ पुलिस ने किया है और हजारों रुपए मूल्य का नकली सैनिटाइजर भी बरामद किया है.
कोरोना मरीजों के सैंपल की हो रही जीनोम सीक्वेंसिंग, Omicron Vriant की आहट से बढ़ी सख्ती
फैक्ट्री संचालक सहित दो गिरफ्तार
भोपाल में ब्रांडेड नकली सैनिटाइजर बनाने वाले गिरोह की सूचना रातिबड़ पुलिस को मिली थी कि स्वच्छ हर्बल कंपनी कलखेड़ा रोड से बड़े पैमाने पर नकली सैनिटाइजर को सेव्लॉन-डेटॉल जैसी ब्रांडेड कंपनियों के स्टीकर लगाकर ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है, पुलिस उक्त कंपनी के अधिकारियों को साथ लेकर फैक्ट्री पर पहुंची, जहां से 156 नग 5 लीटर की कैन में 780 लीटर सैनिटाइजर आरोपी फैक्ट्री संचालक अक्षय शर्मा निवासी जेके पार्क कोलार रोड एवं फाइज आलम निवासी पुल वोगदा से बरामद कर अपराध क्रमांक 645/21 धारा 420 आईपीसी, 63, 65 कॉपी राइट एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध किया है.
10 गुना अधिक दाम में बेचते थे नकली सैनिटाइजर
आरोपियों ने लंबी पूछताछ में बताया कि वे लंबे समय से उक्त कार्य में लिप्त (Fake branded sanitizer selling gang exposed) थे, बीच में व्यापार कम होने और पुनः कोरोना लहर की आशंका के चलते नकली सैनिटाइजर का कार्य शुरू कर दिया था. इस काम में इनके द्वारा 200 से 250 रुपए के सैनिटाइजर को ब्रांडेड सैनिटाइजर के रूप में बनाने पर 2000 से 2500 रुपए का बेचकर 10 गुना तक लाभ अर्जित किया जाता था.