भोपाल। प्रदेश में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन लगातार सुरक्षा के इंतजामों में जुटा हुआ है. वहीं अब प्रदेश के विधायक भी आगे आ रहे हैं, जो अपने-अपने क्षेत्रों में कोरोना से निपटने के लिए इंतजाम करने में जुटे हुए हैं. जिसके लिए कई विधायकों ने विधायक निधि से लोगों को मास्क और सैनिटाइजर बांटने के लिए, तो किसी ने एंबुलेंस और कोरोना टेस्टिंग के लिए मशीन खरीदने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि कई विधायकों ने छह माह के दौरान विधायक निधि को लेकर एक भी प्रस्ताव नहीं दिया है.
11 अप्रैल को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के विधायकों को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए विकास निधि का इस्तेमाल करने को कहा है. इसके बाद कई विधायक क्षेत्र में निर्माण कार्यों के साथ कोरोना से निपटने के लिए कदम आगे बढ़ा रहे हैं.
विधायकों ने एंबुलेंस, मास्क के प्रस्ताव सौंपे
खुरई से विधायक और नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने विधायक निधि से 2 एंबुलेंस खरीदने के लिए 39 लाख का प्रस्ताव जिला प्रशासन को सौंपा है. इसी तरह सागर से बीजेपी विधायक शैलेंद्र जैन ने मास्क, सैनिटाइजर के वितरण के लिए 12 लाख के प्रस्ताव और कोरोना टेस्टिंग मशीन के लिए 17 लाख का प्रस्ताव दिया है. बीना विधायक महेश राय ने कोविड-19 सामुदायिक भवन बनाने के लिए 33 लाख का प्रस्ताव सौंपा है. ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने एंबुलेंस के लिए प्रस्ताव दिया है. वहीं सागर की देवरी विधानसभा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री हर्ष यादव ने 57 लाख के प्रस्ताव, नरयावली से बीजेपी विधायक प्रदीप लारिया ने 65 लाख के प्रस्ताव दिए हैं.
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कई विधायकों ने नहीं दिए एक भी प्रस्ताव
योजना एवं सांख्यिकी विभाग के जिला कार्यालय से 31 अगस्त 2020 तक की प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुछ विधायक ऐसे भी हैं जिन्होंने विधायक निधि को लेकर अभी तक एक भी प्रस्ताव नहीं सौंपा है. इनमें रहली से बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव भी शामिल है. गोपाल भार्गव ने अभी तक विधायक निधि को लेकर एक भी प्रस्ताव नहीं दिया है. वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी विधायक निधि को लेकर एक भी प्रस्ताव जिला प्रशासन को नहीं दिया है. भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने भी 30 अगस्त तक कोई प्रस्ताव नहीं सौंपा है.
वहीं भोपाल के गोविंदपुरा से बीजेपी विधायक कृष्णा गौर ने 16.63 लाख के 4 प्रस्ताव, हुजूर से बीजेपी विधायक और विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने 14.96 लाख के 5 प्रस्ताव, भोपाल के दक्षिण पश्चिम से कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने 44.47 लाख के 11 प्रस्ताव, भोपाल उत्तर से कांग्रेस विधायक आरिफ अकील ने 23 लाख के पांच प्रस्ताव और बैरसिया से बीजेपी विधायक विष्णु खत्री ने 43 लाख के 12 प्रस्तावों को सौंपा है.
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वित्तीय वर्ष में खर्च करनी होती है विधायक निधि
विधायकों को हर साल विधायक निधि के रूप में एक करोड़ 85 लाख की राशि दी जाती है. हालांकि कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार को शुरुआत में अनुपूरक बजट पेश करना पड़ा, जिसके चलते शुरुआत में विधायक निधि के रूप में करीब 66 लाख की राशि दी गई, बाद में बाकी राशि जारी की गई. विधायकों को वित्तीय वर्ष के लिए जारी विधायक निधि उसी वर्ष में खर्च करनी होती है. विधायक निधि के प्रस्ताव वित्तीय वर्ष में ना सौंपने पर विधायक निधि लैप्स हो जाती है. हालांकि वित्तीय वर्ष के अंत तक सभी विधायक, विधायक निधि के प्रस्ताव सौंप देते हैं.
बीजेपी और कांग्रेस विधायकों ने बताएं विधायक निधि के उपयोग
पिछले साल विधायकों को जारी की गई विधायक निधि की पूरी राशि उपयोग में लाई गई. बीजेपी विधायक कृष्णा गौर के मुताबिक विधानसभा क्षेत्र के छोटे-छोटे काम विधायक निधि से ही कराए जाते हैं. क्षेत्र के लोगों की जरूरत के हिसाब से विधानसभा क्षेत्र में काम कराए जाते हैं.
कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल के मुताबिक क्षेत्र में दौरे के दौरान कई बार जनता कई छोटे-छोटे काम बताते हैं, जैसे क्षेत्र में कही नाली बनना है, कुछ निर्माण कार्य होना है, ऐसे तमाम कार्य विधायक निधि से ही कराए जाते हैं. कई विधायक विधायक निधि का बेहतर उपयोग करते हैं. वहीं पूर्व मंत्रियों ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कई विधायक, विधायक निधि में भी गड़बड़ी कर देते हैं.