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किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेश के कृषि मंत्री से ETV BHARAT की बातचीत

मध्यप्रदेश में 27 साल बाद टिड्डी दल ने हमला किया है. इसे लेकर प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि कृषि और राजस्व विभाग को अलर्ट कर दिया गया है और 70 से 80 फीसदी टिड्डी दल पर काबू पा लिया गया है.

ETV BHARAT talks with the state agriculture minister
प्रदेश के कृषि मंत्री से ETV BHARAT की बातचीत
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Published : May 31, 2020, 2:11 PM IST

भोपाल। कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन के बीच प्रदेश के किसान कई तरह की समस्याओं से परेशान हैं और अब प्रदेश में टिड्डी दल ने हमला बोला है. टिड्डी दल के कारण प्रदेश के कई जिलों के किसान परेशान हैं. इसी के चलते मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने ईटीवी भारत से बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि 27 साल बाद मध्यप्रदेश में टिड्डी दल का हमला हुआ है, लेकिन सरकार की सतर्कता के चलते 70 से 80 फीसदी टिड्डी दल पर काबू पा लिया गया है. उसके बावजूद भी किसानों का जो नुकसान हुआ है. उसकी भरपाई आरबीसी 6-4 के तहत की जाएगी.

प्रदेश के कृषि मंत्री से ETV BHARAT की बातचीत
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बातचीत में कहा है कि मध्यप्रदेश में 27 साल बाद टिड्डी दल आया है, क्योंकि मध्यप्रदेश में मूंग की खेती के लिए पानी छोड़ा गया है और मध्यप्रदेश में हरियाली और फसलें होने के कारण टिड्डी दल का हमला हुआ है. टिड्डी दल ने राजस्थान से नीमच में प्रवेश किया, क्योंकि वहां पर सूखा है. टिड्डी दल के हमले की खबर लगते ही प्रदेश में हाई अलर्ट किया और कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसका नंबर 0755-2558823 है. मंत्री ने कहा कृषि कि राजस्व विभाग को सतर्क कर दिया है. हम फायर ब्रिगेड के जरिए दवाइयों का छिड़काव करवा रहे हैं. हर गांव में मुनादी कराई गई है. किसानों को सलाह दी है कि थाली बजाओ, डीजे बजाओ, ढोल बजाओ, सायरन बजाओ, बैंड बजाओ. कृषि मंत्री कमल पटेल का दावा है कि मध्यप्रदेश में ना के बराबर नुकसान हुआ है. प्रदेश के नीमच, मंदसौर, शाजापुर, देवास, हरदा और अब नरसिंहपुर में टिड्डी दल का प्रकोप देखने मिल रहा है. हमने अभी तक 762 लीटर दवाई का छिड़काव कराया है. हमारी जानकारी के अनुसार 70 फीसदी टिड्डी दल को मार दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी किसानों का जो नुकसान हुआ है. उसकी हम भरपाई करेंगे और आरबीसी 6-4 के नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा.

भोपाल। कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन के बीच प्रदेश के किसान कई तरह की समस्याओं से परेशान हैं और अब प्रदेश में टिड्डी दल ने हमला बोला है. टिड्डी दल के कारण प्रदेश के कई जिलों के किसान परेशान हैं. इसी के चलते मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने ईटीवी भारत से बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि 27 साल बाद मध्यप्रदेश में टिड्डी दल का हमला हुआ है, लेकिन सरकार की सतर्कता के चलते 70 से 80 फीसदी टिड्डी दल पर काबू पा लिया गया है. उसके बावजूद भी किसानों का जो नुकसान हुआ है. उसकी भरपाई आरबीसी 6-4 के तहत की जाएगी.

प्रदेश के कृषि मंत्री से ETV BHARAT की बातचीत
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बातचीत में कहा है कि मध्यप्रदेश में 27 साल बाद टिड्डी दल आया है, क्योंकि मध्यप्रदेश में मूंग की खेती के लिए पानी छोड़ा गया है और मध्यप्रदेश में हरियाली और फसलें होने के कारण टिड्डी दल का हमला हुआ है. टिड्डी दल ने राजस्थान से नीमच में प्रवेश किया, क्योंकि वहां पर सूखा है. टिड्डी दल के हमले की खबर लगते ही प्रदेश में हाई अलर्ट किया और कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसका नंबर 0755-2558823 है. मंत्री ने कहा कृषि कि राजस्व विभाग को सतर्क कर दिया है. हम फायर ब्रिगेड के जरिए दवाइयों का छिड़काव करवा रहे हैं. हर गांव में मुनादी कराई गई है. किसानों को सलाह दी है कि थाली बजाओ, डीजे बजाओ, ढोल बजाओ, सायरन बजाओ, बैंड बजाओ. कृषि मंत्री कमल पटेल का दावा है कि मध्यप्रदेश में ना के बराबर नुकसान हुआ है. प्रदेश के नीमच, मंदसौर, शाजापुर, देवास, हरदा और अब नरसिंहपुर में टिड्डी दल का प्रकोप देखने मिल रहा है. हमने अभी तक 762 लीटर दवाई का छिड़काव कराया है. हमारी जानकारी के अनुसार 70 फीसदी टिड्डी दल को मार दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी किसानों का जो नुकसान हुआ है. उसकी हम भरपाई करेंगे और आरबीसी 6-4 के नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा.
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