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बीके कुठियाला की नियुक्ति की जांच शुरू, EOW ने दस्तावेज किए तलब

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला की नियुक्ति की जांच की जा रही है. इस संबध में ईओडब्ल्यू ने उनकी नियुक्ति संबंधी दस्तावेज विश्वविद्यालय से तलब किए हैं.

पूर्व कुलपति प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला
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Published : Sep 19, 2019, 1:31 PM IST

भोापल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला की नियुक्ति के संबंध में जांच की जा रही है. ईओडब्ल्यू ने नियुक्ति से जुड़े दस्तावेज भी तलब किए हैं, ताकि नियुक्ति की वैधानिकता की पड़ताल की जा सके.

बीके कुठियाला की नियुक्ति की जांच शुरू


इस बीच उनसे कुछ सवाल भी पूछे गए, जिसमें स्टडी सेंटर खोलने, वेबसाइट बनवाना और ऑफिस में शराब मंगवाने को लेकर सवाल किए गए. वहीं दूसरी तरफ कुठियाला ने अधीनस्थ कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कर्मचारियों ने उन्हें नियमों के मुताबिक बताकर भ्रमित किया था. ईओडब्ल्यू अब प्रोफ़ेसर कुठियाला की नियुक्ति को विवादास्पद मानकर उसकी भी जांच कर रही है.


कुलपति के पद के लिए कम से कम 20 साल की पत्रकारिता अनिवार्य होती है, लेकिन कुठियाला ने न तो पत्रकारिता की पढ़ाई की है और ना ही पत्रकारिता. इसके बावजूद भी महापरिषद ने उन्हें कुलपति का पदभार संभालने के लिए दे दिया था.

भोापल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला की नियुक्ति के संबंध में जांच की जा रही है. ईओडब्ल्यू ने नियुक्ति से जुड़े दस्तावेज भी तलब किए हैं, ताकि नियुक्ति की वैधानिकता की पड़ताल की जा सके.

बीके कुठियाला की नियुक्ति की जांच शुरू


इस बीच उनसे कुछ सवाल भी पूछे गए, जिसमें स्टडी सेंटर खोलने, वेबसाइट बनवाना और ऑफिस में शराब मंगवाने को लेकर सवाल किए गए. वहीं दूसरी तरफ कुठियाला ने अधीनस्थ कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कर्मचारियों ने उन्हें नियमों के मुताबिक बताकर भ्रमित किया था. ईओडब्ल्यू अब प्रोफ़ेसर कुठियाला की नियुक्ति को विवादास्पद मानकर उसकी भी जांच कर रही है.


कुलपति के पद के लिए कम से कम 20 साल की पत्रकारिता अनिवार्य होती है, लेकिन कुठियाला ने न तो पत्रकारिता की पढ़ाई की है और ना ही पत्रकारिता. इसके बावजूद भी महापरिषद ने उन्हें कुलपति का पदभार संभालने के लिए दे दिया था.

Intro:भोपाल। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला की नियुक्ति के संबंध में भी जांच कर रही है। ईओडब्ल्यू ने नियुक्ति को विवादास्पद मानते हुए उससे जुड़े दस्तावेज तलब किए हैं। उधर तीसरी बार बयान के लिए पहुंचे प्रोफ़ेसर कुठियाला से स्टडी सेंटर खोलने,वेबसाइट बनवाना और ऑफिस में शराब कैबिनेट मंगवाने को लेकर सवाल किए। पूछताछ के दौरान कुठियाला ने सवाल किया कि क्या आप शराब पीते हैं तो कुठियाला बोले यह व्यक्तिगत सवाल है।


Body:कुछ सवालों के जवाब में कुठियाला ने अधीनस्थ कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कर्मचारियों ने उन्हें नियमों के मुताबिक बता कर भ्रमित किया और कुछ पर भी नियमों को देखकर बताने का कहकर सवालों को टाल गए। ईओडब्ल्यू अब प्रोफ़ेसर कुठियाला की नियुक्ति को विवादास्पद मानकर उसकी भी जांच कर रही है बताया जाता है कि कुलपति के लिए वांछित योग्यता में 20 साल की पत्रकारिता अनिवार्य थी लेकिन कुठियाला ने न पत्रकारिता की पढ़ाई की और न ही पत्रकारिता। इसके बाद भी महापरिषद ने उन्हें कुलपति के लिए चयनित कर लिया। ईओडब्ल्यू ने विश्वविद्यालय से नियुक्ति के दस्तावेजों का परीक्षण करने के लिए कहा है साथ ही दस्तावेजों भी मांगे है जिससे उनकी नियुक्ति की वैधानिकता की पड़ताल की जा सके।


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