भोपाल। EOW ने बुंदेलखंड पैकेज में हुई आर्थिक घोटाले की जांच शुरू कर दी है. दरअसल बुंदेलखंड पैकेज में हुए घोटाले के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत की गई थी. इस शिकायत को अब प्राथमिक जांच के रूप में दर्ज कर लिया गया है. सूखे से निपटने के लिए मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड को 3860 करोड़ रुपए मिले थे.
बुंदेलखंड पैकेज में हुए भ्रष्टाचार को लेकर EOW ने शुरू की जांच - भोपाल न्यूज
EOW ने बुंदेलखंड पैकेज में हुई आर्थिक घोटाले की विधिवत जांच शुरू कर दी है. ईओडब्ल्यू ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा और वन विभाग के अधिकारी, ठेकेदारों समेत अन्य एजेंसियों के खिलाफ मिले सबूतों के सत्यापन की जांच रजिस्टर्ड की है. इस मामले में मुख्यालय ने ईओडब्ल्यू ने सागर के अधिकारियों को सबूत जुटाने के निर्देश भी जारी किए हैं.
बुंदेलखंड पैकेज की जांच शुरू
भोपाल। EOW ने बुंदेलखंड पैकेज में हुई आर्थिक घोटाले की जांच शुरू कर दी है. दरअसल बुंदेलखंड पैकेज में हुए घोटाले के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत की गई थी. इस शिकायत को अब प्राथमिक जांच के रूप में दर्ज कर लिया गया है. सूखे से निपटने के लिए मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड को 3860 करोड़ रुपए मिले थे.
Intro:भोपाल- बुंदेलखंड पैकेज में हुई आर्थिक घोटाले की ईओडब्ल्यू ने विधिवत जांच शुरू कर दी है ईओडब्ल्यू ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा और वन विभाग के अधिकारी ठेकेदारों समेत अन्य एजेंसियों के खिलाफ मिले सबूतों के सत्यापन की जांच रजिस्टर्ड की है। इस मामले में मुख्यालय ने ईओडब्ल्यू ने सागर के अधिकारियों को तथ्य जुटाने के निर्देश भी जारी किए हैं ताकि दोषियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की जा सके।
Body:बुंदेलखंड पैकेज में हुए घोटाले और धांधली के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत की गई थी इस शिकायत को अब प्राथमिक जांच के रूप में दर्ज कर लिया गया है दरअसल सूखे से निपटने के लिए मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड को 3860 करोड रुपए मिले थे लेकिन बताया जा रहा है कि तत्कालीन जनप्रतिनिधियों अफसरों और इंजीनियरों ने 2100 करोड रुपए हजम कर लिए। बुंदेलखंड को मिले पैकेज से एक भी ऐसा काम नहीं हुआ जिससे यहां के लोगों के जीवन स्तर में कोई बदलाव आया हो।
Conclusion:लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान चुनावी सभाओं में कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुंदेलखंड पैकेज घोटाले की जांच करवाने की घोषणा की थी। माना जा रहा है कि बुंदेलखंड पैकेज में हुए घोटाले की सही ढंग से जांच की जाएगी तो यह घोटाला दही बड़ा साबित होगा। जांच के बाद ही इओडब्ल्यू इस मामले में जल्द ही एफ आई आर दर्ज कर सकता है।
पीटीसी- सिद्धार्थ सोनवाने।
Body:बुंदेलखंड पैकेज में हुए घोटाले और धांधली के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत की गई थी इस शिकायत को अब प्राथमिक जांच के रूप में दर्ज कर लिया गया है दरअसल सूखे से निपटने के लिए मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड को 3860 करोड रुपए मिले थे लेकिन बताया जा रहा है कि तत्कालीन जनप्रतिनिधियों अफसरों और इंजीनियरों ने 2100 करोड रुपए हजम कर लिए। बुंदेलखंड को मिले पैकेज से एक भी ऐसा काम नहीं हुआ जिससे यहां के लोगों के जीवन स्तर में कोई बदलाव आया हो।
Conclusion:लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान चुनावी सभाओं में कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुंदेलखंड पैकेज घोटाले की जांच करवाने की घोषणा की थी। माना जा रहा है कि बुंदेलखंड पैकेज में हुए घोटाले की सही ढंग से जांच की जाएगी तो यह घोटाला दही बड़ा साबित होगा। जांच के बाद ही इओडब्ल्यू इस मामले में जल्द ही एफ आई आर दर्ज कर सकता है।
पीटीसी- सिद्धार्थ सोनवाने।
Last Updated : Jan 20, 2020, 9:30 PM IST