भोपाल। सिंहस्थ घोटाले को लेकर शनिवार देर रात ईओडब्ल्यू ने दो और एफआईआर दर्ज कर ली है. एफआईआर मेले के वक्त खरीदी गई एलईडी लाइट और शौचालय निर्माण को लेकर अफसरों के खिलाफ दर्ज की गई है. इसके अलावा ईओडब्ल्यू ने सियासत घोटाले को लेकर दो प्रारंभिक जांच की शुरु कर दी है.
सिंहस्थ घोटाले को लेकर ईओडब्ल्यू ने उज्जैन नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है. बताया जा रहा है कि मेला परिसर में जो एलइडी लाइट्स लगाई गई थी मेला खत्म होने के बाद करीब 1664 एलईडी लाइट्स स्टोर में जमा ही नहीं की गई जबकि नगर निगम उज्जैन में इसके लिए ठेका एजेंसी को करीब साढे 3 करोड़ का पेमेंट भी कर दिया था.
वहीं दूसरी एफआईआर शौचालय निर्माण को लेकर दर्ज की गई है आरोप है कि नगर निगम उज्जैन के अधिकारियों ने शौचालयों में बिना फिनिशिंग कराए ही ठेकेदार को करीब 1 करोड़ 32 लाख रुपये का पेमेंट कर दिया था.
ईओडब्ल्यू ने सिंहस्थ घोटाले को लेकर दो नई प्रारंभिक जांच भी दर्ज की है. जिसमें पहला मामला प्रेसर पाइप लाइन को लेकर है. जहां 4 केजी की प्रेशर पाइप लाइन बिछाई जानी थी वहां 8 केजी की प्रेशर पाइप लाइन बिछाई गई. जिसकी कोई आवश्यकता नहीं थी. साथ ही जहां यह काम करीब 15 करोड़ रुपए में हो जाता वहीं इसके लिए करीब 50 करोड रुपए का पेमेंट किया गया.
दूसरी प्रारंभिक जांच लेबर पेमेंट को लेकर दर्ज की गई है जिसमें कागजों पर लेबर दिखाए गए लेकिन हकीकत में लेबर थे ही नहीं. जिसका 75 लाख का पेमेंट भी कर दिया गया.
सभी मामलों में ईओडब्ल्यू एफआईआर दर्ज कर चुकी है. ईओडब्ल्यू डीजी ने बताया कि नगर निगम उज्जैन के इन अधिकारियों को तलब कर पूछताछ की जाएगी तो वहीं जिन मामलों को लेकर प्रारंभिक जांच दर्ज की गई है उससे जुड़े अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.