भोपाल। मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टरों का तनाव दूर करने के लिए अब चिकित्सा शिक्षा विभाग एक नई पहल शुरू करने जा रहा है. अब प्रदेश के हर मेडिकल कॉलेज में एक मनोरंजन केंद्र स्थापित होगा. इसके माध्यम से इन जूनियर डॉक्टरों को काम के तनाव से कुछ समय के लिए मुक्ति मिल पाएगी. इसको लेकर जूनियर डॉक्टर भी काफी खुश हैं. वह चाहते हैं कि इन मनोरंजन केंद्रों में म्यूजिक सिस्टम के साथ ही जिम और खेल की गतिविधियां होनी चाहिए. इससे कि उनको भी कुछ समय के लिए रिलेक्स मिल पाएगा. (doctors stressing in mp)
तनाव में रहते हैं डॉक्टर्स
कोरोना ने हर किसी को जीना सिखा दिया, लेकिन इस दौरान कई लोगों ने घंटों-घंटों काम भी किया. सबसे ज्यादा परेशानी का सामना फ्रंटलाइन वर्करों में शुमार डॉक्टरों को ही झेलना पड़ा. डॉक्टरों ने 24-24 घंटे जाग कर काम किया. ऐसे में कई डॉक्टर तनाव के शिकार हो गए. नीट की काउंसलिंग नहीं होने के कारण पीजी डॉक्टरों के नहीं आने से जूनियर डॉक्टरों पर भी काम का अतिरिक्त बोझ लगातार जारी है. (good initiative for doctors health)
चिकित्सा शिक्षा विभाग कर रहा अनोखी पहल
इसी तनाव को दूर करने के लिए अब मध्य प्रदेश का चिकित्सा शिक्षा विभाग एक नए सिरे से पहल करने जा रहा है. विभाग के मंत्री विश्वास सारंग ने इसकी शुरुआत की है. सारंग ने छात्रों से मिलकर इस बात पर जोर दिया है कि आने वाले समय में छात्रों के लिए हर मेडिकल कॉलेज में एक विशेष मनोरंजन केंद्र स्थापित किया जाएगा. इसके बाद के छात्र भी बेहद खुश नजर आए. (minister vishwas sarang in bhopal)
इन डॉक्टर का कहना है कि इस केंद्र में यानी रीक्रिएशन सेंटर में मनोरंजन के तमाम व्यवस्थाएं होनी चाहिए. फिलहाल हर मेडिकल कॉलेज में कैंटीन अलग होती है, जबकि खेलने के लिए मैदान और जगह अलग-अलग. ऐसे में अगर एक जगह पर यह सुविधाएं होंगी तो निश्चित ही डॉक्टर को फायदा होगा. वहीं कुछ जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि इस कन्वेंशन सेंटर में जिम और म्यूजिक थिएटर हो तो ज्यादा बेहतर होगा. (entertainment in mp)
चिकित्सा शिक्षा विभाग की तैयारी
मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के अनुसार मनोरंजन केंद्रों में वह तमाम सुविधाएं डॉक्टर के लिए होंगी जो वह एक छत के नीचे चाहते हैं. इसमें स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के साथ लाइब्रेरी, अत्याधुनिक सामानों से सुसज्जित कैफेटेरिया और मनोरंजन केंद्र भी स्थापित किया जाएगा. ऐसे में हर सरकारी मेडिकल कॉलेज में इसको खोलने की तैयारी है. इसमें लागत लगभग दो करोड़ की हर मेडिकल कॉलेज में आएगी.
अभी मेडिकल कॉलेजों में यह सुविधाएं
भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर जैसे मेडिकल कॉलेजों की अगर बात की जाए, तो उनमें छात्रों को मनोरंजन केंद्र के लिए इंडोर गेम जैसे- कैरम ,टेबल टेनिस की सुविधा दी जाती है, लेकिन बैडमिंटन आदि या अन्य गतिविधियों के लिए दूसरी बिल्डिंगों में जाना पड़ता है. कैफेटेरिया के लिए दूसरी जगह कैंटीन में जाना पड़ता है. लाइब्रेरी के लिए अलग जगह है. अगर इनको मनोरंजन के लिए होम थिएटर टीवी की सुविधा दी जाएगी तो बेहतर होगा. यह सुविधाएं फिलहाल किसी भी मेडिकल कॉलेज में नहीं हैं.