भोपाल। राज्य सरकार ने सीएम राइज योजना के तहत 9500 स्कूलों को खोलने का लक्ष्य रखा है. स्कूलों के लिए राज्य सरकार ने 7 हजार करोड़ रुपए आवंटित कर दिए हैं, जिसके तहत स्कूलों के निर्माण और अन्य इंस्फ्रस्ट्रक्चर पर राशि खर्च की जाना है. इस योजना के तहत पहले चरण में 275 स्कूल खोले जाने हैं. इन सभी स्कूलों में केजी से लेकर कक्षा 12 वीं तक की क्लासेस लगेंगी. इन स्कूलों में कम्प्यूटर लैब, स्मार्ट क्लासेस, लाइब्रेरी की सुविधा होगी. सीएम राइज स्कूल 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर होंगे. बच्चों को लाने ले जाने के लिए बस की सुविधा भी होगी. सरकार का दावा है कि यह स्कूल प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर होंगे.
![80 percent posts are vacant in CM Rise schools](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15210514_974_15210514_1651845502743.png)
अंग्रेजी टीचर्स की कमी कैसे हो पूरी : सीएम राइज स्कूलों के लिए टीचर्स के सिलेक्शन मशक्कत की जा रही है. अभी तक करीब 15 हजार टीचर्स का सिलेक्शन किया गया है. इसमें से 8 हजार 542 प्राथमिक शिक्षक और 7 हजार 76 का चयन माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक के लिए किया गया है. लेकिन चयन किए गए शिक्षकों में सबसे कम संख्या अंग्रेजी टीचर्स की है. अभी तक 239 अंग्रेजी टीचर्स का ही चयन किया जा सका है. पहले चरण में खोले जा रहे 275 स्कूलों के लिए 239 ही अंग्रेजी के टीचर्स हैं, जबकि कम से कम एक सब्जेक्ट के पांच से छह टीचर्स की जरूरत है. क्योंकि एक स्कूल में 12 वीं कक्षा तक क्लासेस लगनी हैं. सबसे ज्यादा पर्यावरण विज्ञान के टीचर्स का सिलेक्शन हुआ है. ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 6 हजार के करीब है.
परीक्षा के जरिए हुआ सिलेक्शन : सीएम राइज स्कूलों के लिए टीचर्स का सिलेक्शन विभागीय परीक्षा के लिए किया गया है. जबकि स्कूल के प्रिंसीपल और वाइस प्रिंसीपल का सिलेक्शन विभागीय परीक्षा के अलावा इंटरव्यू के जरिए किया गया. सिलेक्ट किए गए प्रिंसीपल और वाइस प्रिंसीपल की ट्रेनिंग भी हो चुकी है. उधर, शिक्षकों के सिलेक्शन को लेकर लोक शिक्षण संचालनालय के अपर संचालक डीएस कुशवाहा के मुताबिक-
सीएम राइज स्कूलों के लिए टीचर्स का सिलेक्शन किया जा रहा है. सभी सब्जेक्ट के लिए जरूरी टीचर्स का चयन जल्द ही कर लिया जाएगा.
डीएस कुशवाहा,अपर संचालक,लोक शिक्षण संचालनालय
(English teachers are not available in MP) (Appointment for CM Rise schools) (80 percent posts are vacant in CM Rise schools)