भोपाल। राजधानी के मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कोरोना महामारी के बीच अपने कर्मचारियों को एक आदेश जारी करके धर्म संकट में डाल दिया है. दरअसल कंपनी ने सभी कमर्चारियों को अटेंडेंट्स के लिए बायोमेट्रिक मशीन का उपयोग करके अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का फरमान जारी किया है. इसके बाद कर्मचारियों और परिवारों में कोरोना के भय का माहौल पैदा हो गया है.
वहीं विभाग के इस आदेश को लेकर मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एंप्लॉयज एंड इंजीनियर के प्रदेश संयोजक व्हीके परिहार का कहना है एक तरफ सरकार कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का प्रचार प्रसार कर रही है. ऐसे में एक ही मशीन से सभी कर्मचारी अगर अपनी अटेंडेंस लगाएंगे तो, संक्रमण का खतरा ज्यादा है.
कोरोना संक्रमण से कर्मचारियो में डर है, ऐसे में कर्मचारियों को काम के बाद घर जाने में काफी रिस्क हो सकता है. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्य सचिव विद्युत वितरण कंपनी के एमडी को पत्र लिखकर आदेश को निरस्त करने की मांग की है.
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते अभी प्रदेश में राज्यस्तरीय कार्यालय भी 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ खोले जा रहे हैं. अन्य सभी प्रतिष्ठान और निजी कार्यालय भी 5 कम से कम कर्मचारियों के साथ खोले जा रहे हैं, लेकिन ऐसे में अटेंडेंस को लेकर बिजली विभाग का यह आदेश वाकई चौंकाने वाला है. लिहाजा अब देखना ये होगा कि क्या सरकार इस आदेश को वापस लेती है या नहीं.