भोपाल। मध्य क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक राहत देने का प्रयास किया है. बता दें, कि बिजली कंपनी के मैदानी ऑफिस में बहुत से लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. उनके कई अधिकारी एवं कर्मचारी या तो अस्पताल में भर्ती है या फिर आसोलेशन में है. कंपनी ने निर्णय लिया है, कि उनके इलाज में किसी तरह की कोई कमी नहीं रहेगी. कर्मचारियों के इलाज हेतु कोविड-19 चिकित्सा अग्रिम तत्काल सहायता योजना लागू की गई है. इसमे कंपनी ने संक्रमित नियमित कर्मियों को इलाज की व्यवस्था की है. उनके लिए ‘कोविड-19 चिकित्सा अग्रिम तत्काल सहायता योजना‘ स्वीकृत की है.
नियमित कर्मचारियों के लिए 3 लाख तक की उपचार राशि
राजधानी में मध्य क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी ने अपने नियमित कर्मचारियों का संक्रमण काल में काफी ध्यान दे रही है. इसने कोविड-19 से पीड़ित होने पर उन्हें चिकित्सा उपचार हेतु 3 लाख रुपए की राशि स्वीकृत करने की बात कही है. यह राशि कार्मिक की कोविड पॉजीटिव रिपोर्ट, इलाज की पर्ची और अस्पताल में भर्ती होने की सलाह संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने पर स्वीकृत की जाएगी. इसकी स्वीकृति का अधिकार मैदानी स्तर पर क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक और कंपनी मुख्यालय में मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशासन) को है. इस योजना का लाभ लेने वाले कार्मिक को आदेश जारी होने की दिनांक से 6 माह के भीतर दस्तावेज को देना होगा. यह योजना 24 अप्रैल से अगले तीन महीने के लिए है.
कोरोना कर्फ्यू में महिलाओं के साथ बढ़ती हिंसा, आखिर कब, कैसे रुकेगी?
संविदाकर्मियों के लिए भी कंपनी की खास योजना
कंपनी संविदाकर्मियों एवं उनके आश्रित परिवार के लिए भी खास योजना लाई है. उनके लिए ‘‘कोविड-19 संविदा पारिश्रमिक अग्रिम योजना‘‘स्वीकृत की गई है. इसके अंतर्गत आने वालों को कोविड-19 से पीड़ित होने पर उपचार हेतु दो माह का पारिश्रमिक (अधिकतम राशि रूपये 70 हजार) का अग्रिम स्वीकृति की व्यवस्था है. यह योजना कार्मिक एवं परिवार के सदस्यों की कोविड रिपोर्ट पॉजीटिव, इलाज की पर्ची एवं अस्पताल में भर्ती होने की सलाह संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने पर स्वीकृत किया जाएगा. यह योजना भी 24 अप्रैल से अगले तीन महीने के लिए लागू रहेगी.