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भोपाल में व्याख्यानमाला का आयोजन, किसानों के लिए दिए गए कई जरूरी सुझाव

भोपाल में "असरदार परिवर्तन- टिकाऊ परिणाम" विषय पर व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया.

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Published : Jun 3, 2019, 2:57 PM IST

भोपाल

भोपाल| राजधानी में "असरदार परिवर्तन- टिकाऊ परिणाम" विषय पर व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया. आयोजन में कई वक्ताओं ने प्रदेश के किसानों की परिस्थितियों पर अपने अपने विचार रखे. संस्था के महानिदेशक आर परशुराम ने बताया कि परिवर्तन की प्रक्रिया को समझना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि चेंज लीडर फोकस्ड और विजनरी होते हैं. उनमें लोगों को प्रेरित करने, माइंडसेट बदलने और सीमाओं से आगे बढ़कर काम करने की क्षमता होती है. उन्होंने कहा कि अगर सही तरीके से चीजों को समझाया जाए, तो निश्चित रूप से सफलता आपके कदम चूमती है.

भोपाल में व्याख्यानमाला का आयोजन

आर परशुराम ने बताया कि मौजूदा वक्त जिस तरह से बदल रहा है, उसी रफ्तार से लगातार नई चीजें भी किसानों के लिए विकसित हो रही हैं, जिसका पूरा फायदा किसान ले सकता है. उन्होंने कहा कि इससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि अलग-अलग मौसमों में किसान अपनी जमीन का उपयोग कर सकते हैं.

चेंज लीडर एस्ट्रोजन के सीईओ प्रसन्न खेमरिया ने ''लर्निंग एंड चैलेंजेज फ्रॉम डाउन सीजिंग हॉर्टिकल्चर मॉडल्स इन मध्यप्रदेश'' विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि राज्य का सपना है 'हर किसान एक बागवान हो'. कम वर्षा वाले क्षेत्रों में छोटे बगीचे के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा सकते हैं. जिसके लिए सरकार की सहायता भी जरूरी है. उन्होंने बताया कि 3 साल में आम के पेड़ों में फल लगने लगते हैं और 40 से 80 तक आम के पेड़ों से लगभग 50 हजार रुपए की वार्षिक आय हो सकती है. बगीचों को पुरुष किसान आय का स्रोत और अब महिलाएं इसे बुढ़ापे का सहारा मानती हैं.

प्रसन्न खेमरिया ने कहा कि उद्योग के विकास के लिए जरूरी है कि एक किसान दूसरे किसान को अपनी सफलता के बारे में बताएं. योजना की सफलता के लिए कोलैब्रेशन, को-ऑर्डिनेशन और कन्वर्जेंस जरूरी है. उन्होंने सेमिनार में आए श्रोताओं की जिज्ञासा का भी समाधान किया.

भोपाल| राजधानी में "असरदार परिवर्तन- टिकाऊ परिणाम" विषय पर व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया. आयोजन में कई वक्ताओं ने प्रदेश के किसानों की परिस्थितियों पर अपने अपने विचार रखे. संस्था के महानिदेशक आर परशुराम ने बताया कि परिवर्तन की प्रक्रिया को समझना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि चेंज लीडर फोकस्ड और विजनरी होते हैं. उनमें लोगों को प्रेरित करने, माइंडसेट बदलने और सीमाओं से आगे बढ़कर काम करने की क्षमता होती है. उन्होंने कहा कि अगर सही तरीके से चीजों को समझाया जाए, तो निश्चित रूप से सफलता आपके कदम चूमती है.

भोपाल में व्याख्यानमाला का आयोजन

आर परशुराम ने बताया कि मौजूदा वक्त जिस तरह से बदल रहा है, उसी रफ्तार से लगातार नई चीजें भी किसानों के लिए विकसित हो रही हैं, जिसका पूरा फायदा किसान ले सकता है. उन्होंने कहा कि इससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि अलग-अलग मौसमों में किसान अपनी जमीन का उपयोग कर सकते हैं.

चेंज लीडर एस्ट्रोजन के सीईओ प्रसन्न खेमरिया ने ''लर्निंग एंड चैलेंजेज फ्रॉम डाउन सीजिंग हॉर्टिकल्चर मॉडल्स इन मध्यप्रदेश'' विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि राज्य का सपना है 'हर किसान एक बागवान हो'. कम वर्षा वाले क्षेत्रों में छोटे बगीचे के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा सकते हैं. जिसके लिए सरकार की सहायता भी जरूरी है. उन्होंने बताया कि 3 साल में आम के पेड़ों में फल लगने लगते हैं और 40 से 80 तक आम के पेड़ों से लगभग 50 हजार रुपए की वार्षिक आय हो सकती है. बगीचों को पुरुष किसान आय का स्रोत और अब महिलाएं इसे बुढ़ापे का सहारा मानती हैं.

प्रसन्न खेमरिया ने कहा कि उद्योग के विकास के लिए जरूरी है कि एक किसान दूसरे किसान को अपनी सफलता के बारे में बताएं. योजना की सफलता के लिए कोलैब्रेशन, को-ऑर्डिनेशन और कन्वर्जेंस जरूरी है. उन्होंने सेमिनार में आए श्रोताओं की जिज्ञासा का भी समाधान किया.

Intro:"असरदार परिवर्तन- टिकाऊ परिणाम" व्याख्यानमाला में लोगों ने बताया " हर किसान एक बागबान "


भोपाल | राजधानी के अटल बिहारी बाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में व्याख्यानमाला " असरदार परिवर्तन -टिकाऊ परिणाम " का आयोजन किया गया . आयोजन में कई वक्ताओं ने प्रदेश के किसानों की परिस्थितियों पर अपने विचार रखे. वहीं प्रदेश के सपने को किस तरह पूरा किया जा सकता है इस पर भी गंभीरता से सभी वक्ताओं ने अपनी अपनी राय रखी .


इस अवसर पर संस्था के महा निर्देशक आर परशुराम ने कहा कि परिवर्तन की प्रक्रिया को समझना जरूरी है उन्होंने कहा कि चेंज लीडर फोकस्ड और विजनरी होते हैं . उनमें लोगों को प्रेरित करने माइंडसेट बदलने और सीमाओं से आगे बढ़कर कार्य करने की क्षमता होती है यदि सही तरीके से चीज को समझाया जाए तो निश्चित रूप से सफलता आपके कदम चूमती है .आज जिस तरह से समय बदल रहा है . उसी रफ्तार से लगातार नई चीजें भी किसानों के लिए डिवेलप हो रही है . जिसका पूरा फायदा किसान ले सकता है . इससे न केवल किसान की आय बढ़ सकती है .बल्कि वह अलग-अलग मौसमों में भी अपनी जमीन का उपयोग कर सकता है .


Body:चेंज लीडर एस्ट्रोजन के सीईओ प्रसन्न कमरिया ने लर्निंग एंड चैलेंजेज फ्रम डाउन सीजिंग हॉर्टिकल्चर मॉडल्स इन मध्य प्रदेश विषय पर बोलते हुए कहा कि मध्यप्रदेश का सपना है हर किसान एक बागवान . कम वर्षा वाले क्षेत्रों में छोटे बगीचे के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा सकते हैं जिसके लिए सरकार का सपोर्ट भी जरूरी है उन्होंने बताया कि 3 साल में आम के पेड़ों में फल लगने लगते हैं और 40 से 80 तक आम के पेड़ों से लगभग 50 हजार रुपए की वार्षिक आय हो सकती है . बगीचों को पुरुष किसान आय का स्रोत और अब महिलाएं इसे बुढ़ापे का सहारा मानती है .


Conclusion:खेमरिया ने कहा कि उद्योग की के विकास के लिए जरूरी है कि एक किसान दूसरे किसान को अपनी सफलता के बारे में बताएं योजना की सफलता के लिए कोलेब्रेशन कोऑर्डिनेशन और कन्वर्जेंस जरूरी है उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा टीकमगढ़ और अनूपपुर के लगभग 122 ग्रामों में किसान फलो उत्पादन का कार्य कर रहे हैं अभी तक साथ हजार से अधिक फलदार पौधे लगाए जा चुके हैं . इस दौरान आए हुए श्रोताओं की जिज्ञासा का भी समाधान किया गया .
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