भोपाल। चुनाव आयोग ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. चुनाव आयोग ने यह नोटिस प्रधानमंत्री नरेंद्र के खिलाफ दिये गये बयान को लेकर जारी किया है. भारतीय जनता पार्टी ने शिकायत की थी कि प्रियंका ने हाल ही में मध्य प्रदेश की एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री मोदी के बारे में "झूठे" और "असत्यापित" बयान दिए थे.
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Election Commission issues a show-cause notice to Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra after BJP complained to EC that while addressing a public rally at Sanwer Assembly Constituency in Madhya Pradesh, "she made unverified and false statements in respect of PM… pic.twitter.com/Yp7A8hDX2z
— ANI (@ANI) November 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Election Commission issues a show-cause notice to Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra after BJP complained to EC that while addressing a public rally at Sanwer Assembly Constituency in Madhya Pradesh, "she made unverified and false statements in respect of PM… pic.twitter.com/Yp7A8hDX2z
— ANI (@ANI) November 14, 2023Election Commission issues a show-cause notice to Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra after BJP complained to EC that while addressing a public rally at Sanwer Assembly Constituency in Madhya Pradesh, "she made unverified and false statements in respect of PM… pic.twitter.com/Yp7A8hDX2z
— ANI (@ANI) November 14, 2023
सांवेर में प्रियंका ने दिया था बयान: बीजेपी का आरोप है कि प्रियंका गांधी जब एमपी के इंदौर में सांवेर विधानसभा क्षेत्र में सभा करने पहुंची थीं तो, इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ 'असत्यापित' और 'झूठे' बयान दिए थे. इससे जनता को गुमराह करने और पीएम की छवि खराब करने की कोशिश की गई है. प्रियंका ने सवाल किया था कि "मोदी जी जो यह बीएचईएल था, जिसमें रोजगार मिलते थे... जिससे देश आगे बढ़ रहा था. इसका आपने क्या किया और किसको दे दिया ? मोदी बताएं किसको दिया. अपने बड़े उद्योगपति मित्रों को क्यों दे दिया ?."
16 नवंबर तक मांगा जवाब: नोटिस में चुनाव आयोग ने कहा है कि "आमतौर पर जनता मानती है कि वरिष्ठ नेता वह भी राष्ट्रीय पार्टी के स्टार प्रचारक की ओर से दिए गए बयान सच होते हैं, ऐसे में अपेक्षा की जाती है कि नेता को उसकी ओर से दिए गए बयानों की जानकारी हो और उसके पास तथ्यात्मक आधार हो, ताकि मतदाताओं को गुमराह करने की कोई संभावना न रहे. अब इसलिए आपसे किसी अन्य राष्ट्रीय पार्टी के स्टार प्रचारक के खिलाफ दिए गए बयान पर स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है और 16 नवंबर को रात 8 बजे तक जवाब दें." साथ आयोग ने पूछा है कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए प्रियंका के खिलाफ उचित कार्रवाई क्यों नहीं होनी चाहिए.