भोपाल। सरकार भले ही शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को किताबों से लेकर ड्रेस साइकल सहित तमाम सुविधाएं देने का दावा करें, लेकिन विभागीय अफसरों की अनदेखी की वजह से यह सुविधाएं बच्चों को समय पर नहीं मिल पा रही हैं. प्रदेश के शासकीय स्कूलों में बच्चों के खाते में अब तक स्कूल ड्रेस का पैसा नहीं पहुंचा है. जबकि शिक्षण सत्र शुरू हुए पांच महीने से भी ज्यादा का समय बीत चुका है. बच्चे अभी भी पुरानी ड्रेस या फिर घर के कपड़ों में स्कूल आ रहे हैं. आश्वासन मिला है कि 15 दिन ड्रेस के पैसे बच्चों के खाते में आ जाएंगे.
मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभू राम चौधरी कहना है कि बच्चों के खातों में पैसा जा चुका है. उन्होंने खुद इस बात की पड़ताल की है. वहीं विभागीय अधिकारी कहते हैं प्रक्रिया चल रही है. जबकि स्कूल के शिक्षक कहते हैं, एक भी बच्चे के खाते में स्कूल ड्रेस का पैसा नहीं आया है.
गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को देने वाली ड्रेस अब नहीं दी जाएगी. बल्कि बच्चों के खाते में ड्रेस का पैसा डाला जाएगा. स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रभू राम चौधरी ने इसके निर्देश दिए थे. जिसके बाद सभी स्कूलों में यह आदेश आ गए थे कि बच्चों को ड्रेस के पैसों के खाते में मिलेंगे.