सागर: मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना में कच्चे तेल के भंडारण के लिए संभावनाएं तलाशी जाएंगी. आईएसपीआरएल (Indian Strategic Petroleum Reserves Limited) ने भविष्य में आपात स्थितियों को देखते हुए देश के उत्तरी भाग की रिफाइनरियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए ये फैसला लिया है. इसी आधार पर देश और मध्य प्रदेश में बीचो-बीच बसे बीना में ये संभावनाएं तलाशी जाएंगी.
क्या है मामला ?
देश के तेल भंडारण में विविधता और ऊर्जा संरक्षण के उद्देश्य से आईएसपीआरएल (ISPRL) ने ये पहल की है. इसका उद्देश्य देश के आपातकाल की स्थिति में उत्तर भारत में स्थित रिफाइनरियों की जरूरतों को पूरा करना है. आईएसपीआरएल ने ईआईएल (Engineers India Limited)(EIL) को बीना में रणनीतिक कच्चे तेल भंडार के लिए के लिए पूर्व-व्यवहार्यता अध्ययन (pre-feasibility study) करने को कहा है. उम्मीद है कि ईआईएल आगामी तीन चार महीने में ये अध्ययन पूरा कर लेगा. मध्य प्रदेश के सागर में बीना और राजस्थान के बीकानेर क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस के भंडारण के संभावित स्थान है.
रणनीतिक तौर पर बीना की भौगोलिक स्थिति बेहतर
दरअसल, भविष्य में किसी भी तरह की आपात स्थितियों को ध्यान में रखते हुए देश के उत्तरी भाग में स्थित रिफाइनरियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए ये पहल की जा रही है. इस लिहाज से मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना को इसलिए मुफीद माना जा रहा है, क्योंकि सागर जिला मध्य प्रदेश के मध्य में स्थित है. बीना एक बड़ा रेलवे जंक्शन है. यहां पहले से बीना रिफाइनरी मौजूद है. जहां पर 55 हजार करोड़ की लागत पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर चुके हैं.
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फिलहाल भारत में SPR (Strategic Petroleum Reserve) आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश), मंगलुरु और कर्नाटक के पादुर में स्थित है. जिनकी कुल भंडारण क्षमता 5.3 मीट्रिक टन है. कर्नाटक के पादुर और ओडिशा के चंडीखोल के दूसरे चरण के SPR (Strategic Petroleum Reserve) से तटीय रिफाइनरियों को फायदा पहुंचाने के लिए 6.5 मीट्रिक टन क्षमता और जुड़ जाएगी.