ETV Bharat / state

कोरोना संक्रमण को लेकर लोग कर रहे लापरवाही, सही समय पर इलाज की जरूरत: डॉ अजय गोयनका

भोपाल में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इस पर चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अजय गोयनका का कहना है कि कोरोना संक्रमण को लेकर लोग लापरवाही कर रहे हैं. यदि सही समय पर इलाज होगा तो इससे बचा जा सकता है.

bhopal
डॉ. अजय गोयनका, डायरेक्टर, चिरायु अस्पताल
author img

By

Published : Aug 14, 2020, 10:14 AM IST

भोपाल। शहर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. शहर के कई नए क्षेत्र तेजी से संक्रमित हो रहे हैं. जिसकी वजह से संक्रमित मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. प्रशासन के द्वारा संक्रमण को रोकने के लिए लगातार लोगों से अपील की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों की लापरवाही की वजह से संक्रमण तेजी से राजधानी में पैर पसार रहा है. शहर में मिलने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों का सबसे अधिक इलाज शहर के चिरायु अस्पताल में किया जा रहा है. अब तक चिरायु अस्पताल में करीब 4 हजार मरीजों का इलाज किया जा चुका है. जिसमें से कई लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है. डॉ अजय गोयनका का मानना है कि यदि सही समय पर लोग डॉक्टर के पास पहुंचकर उपचार करवाएं तो निश्चित रूप से संक्रमण से बचाया जा सकता है.

डॉ. अजय गोयनका, डायरेक्टर, चिरायु अस्पताल

संक्रमण को छिपा रहे लोग-

चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अजय गोयनका का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद पिछले 4 माह से लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इन 4 माह के दौरान अब तक करीब 4 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीजों का इलाज किया गया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में देखने में आया है कि लोग संक्रमण को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए. ये ना केवल स्वयं के लिए बल्कि अन्य लोगों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है.

डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी-

उन्होंने कहा कि कोरोना की शुरुआत के समय लोग लगातार डॉक्टरों के पास पहुंच रहे थे और सर्दी, खांसी, गले में खराश, हल्का बुखार आने पर परामर्श ले रहे थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों के दौरान लोगों के द्वारा संक्रमण के कारणों को छिपाने की कोशिश की जा रही है. यदि किसी भी व्यक्ति को गले में खराश हो रही है, हल्का सा बुखार आ रहा है, किसी प्रकार से सर्दी-खांसी हो रही है या सांस लेने में दिक्कत आ रही है तो उसे तत्काल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए. ऐसा ना करने की वजह से संक्रमण शरीर में बढ़ जाता है. जिसकी वजह से इलाज करने में कई तरह की दिक्कतें आती हैं.

संक्रमण खतरनाक साबित हो सकता है-

यदि लोगों के द्वारा सही समय पर उपचार करवाया जाएगा तो कोरोना संक्रमण को समाप्त किया जा सकता है, लेकिन लोगों के द्वारा यदि इस बीमारी के लक्षणों को छुपाया जाएगा और इंतजार किया जाएगा कि जब तक बड़े लक्षण दिखाई नहीं देंगे, तब तक डॉक्टर के पास नहीं जाएंगे, इसकी वजह से कोरोना संक्रमण खतरनाक साबित हो सकता है. आज जरूरत है कि लोग जागरुक हो और थोड़े से भी लक्षण दिखाई देने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें. कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों को गंभीरता दिखानी होगी. निश्चित रूप से यदि पेशेंट सही समय पर डॉक्टर के पास पहुंचकर इलाज करवाता है तो फिर कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है.

भोपाल। शहर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. शहर के कई नए क्षेत्र तेजी से संक्रमित हो रहे हैं. जिसकी वजह से संक्रमित मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. प्रशासन के द्वारा संक्रमण को रोकने के लिए लगातार लोगों से अपील की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों की लापरवाही की वजह से संक्रमण तेजी से राजधानी में पैर पसार रहा है. शहर में मिलने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों का सबसे अधिक इलाज शहर के चिरायु अस्पताल में किया जा रहा है. अब तक चिरायु अस्पताल में करीब 4 हजार मरीजों का इलाज किया जा चुका है. जिसमें से कई लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है. डॉ अजय गोयनका का मानना है कि यदि सही समय पर लोग डॉक्टर के पास पहुंचकर उपचार करवाएं तो निश्चित रूप से संक्रमण से बचाया जा सकता है.

डॉ. अजय गोयनका, डायरेक्टर, चिरायु अस्पताल

संक्रमण को छिपा रहे लोग-

चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अजय गोयनका का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद पिछले 4 माह से लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इन 4 माह के दौरान अब तक करीब 4 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीजों का इलाज किया गया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में देखने में आया है कि लोग संक्रमण को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए. ये ना केवल स्वयं के लिए बल्कि अन्य लोगों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है.

डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी-

उन्होंने कहा कि कोरोना की शुरुआत के समय लोग लगातार डॉक्टरों के पास पहुंच रहे थे और सर्दी, खांसी, गले में खराश, हल्का बुखार आने पर परामर्श ले रहे थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों के दौरान लोगों के द्वारा संक्रमण के कारणों को छिपाने की कोशिश की जा रही है. यदि किसी भी व्यक्ति को गले में खराश हो रही है, हल्का सा बुखार आ रहा है, किसी प्रकार से सर्दी-खांसी हो रही है या सांस लेने में दिक्कत आ रही है तो उसे तत्काल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए. ऐसा ना करने की वजह से संक्रमण शरीर में बढ़ जाता है. जिसकी वजह से इलाज करने में कई तरह की दिक्कतें आती हैं.

संक्रमण खतरनाक साबित हो सकता है-

यदि लोगों के द्वारा सही समय पर उपचार करवाया जाएगा तो कोरोना संक्रमण को समाप्त किया जा सकता है, लेकिन लोगों के द्वारा यदि इस बीमारी के लक्षणों को छुपाया जाएगा और इंतजार किया जाएगा कि जब तक बड़े लक्षण दिखाई नहीं देंगे, तब तक डॉक्टर के पास नहीं जाएंगे, इसकी वजह से कोरोना संक्रमण खतरनाक साबित हो सकता है. आज जरूरत है कि लोग जागरुक हो और थोड़े से भी लक्षण दिखाई देने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें. कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों को गंभीरता दिखानी होगी. निश्चित रूप से यदि पेशेंट सही समय पर डॉक्टर के पास पहुंचकर इलाज करवाता है तो फिर कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.