भोपाल। प्रदेश में कक्षा 9वी से 12वी के स्कूल 18 दिसंबर से खुल चुके हैं. छात्रों की नियमित कक्षाएं जारी है. ऐसे में स्कूल कोरोना गाइडलाइन का पालन कर रहे है या नहीं. शिक्षक समय पर स्कूल पहुंच रहे है या नही. इसे लेकर भोपाल के सरकारी स्कूलों के जिला शिक्षा अधिकारी अपने दफ्तर से रोजाना वीडियो कॉल पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
प्रतिदिन पांच स्कूलों की होती है मॉनिटरिंग
जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने बताया कि हम रोजाना कार्यालय से स्कूलों की वीडियो कॉल पर मॉनिटरिंग करते हैं. खास बात यह है कि जब जिला शिक्षा अधिकारी खुद किसी मीटिंग में व्यस्त होते हैं. तो कार्यालय के अन्य अधिकारी और कर्मचारी वीडियो कॉल के जरिए स्कूलों की मॉनिटरिंग करते हैं. उन्होंने बताया कि मॉनिटरिंग में इन बातों का खास ध्यान रखा जाता है कि कक्षा में बच्चों को सोशल डिस्टेंस के साथ बैठाया है या नहीं. कक्षाएं लग रही है या नहीं. कितने बच्चे स्कूल पहुंचे हैं. इन सभी का हिसाब रखा जाता है. शिक्षकों को प्रतिदिन वीडियो कॉल पर बताया जाता है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करें और बच्चों को लगातार कोरोना के नियमों से अवगत कराते रहें.
हफ्ते में एक दिन स्कूल जाकर करते है निरीक्षण
जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना का कहना है कि स्कूल टाइम में प्राचार्य के मोबाइल नंबर पर वीडियो कॉल के माध्यम से यह जानकारी ली जा रही है, कि प्रतिदिन कितने बच्चे स्कूल में अब्सेंट है और कितने बच्चे लगातार आ रहे हैं. संचनालय के निर्देश के मुताबिक हफ्ते में एक दिन ऑफिस से एक टीम स्कूलों में जाकर भी निरीक्षण करती है.
कई स्कूलों में पाई गई अनियमितता
स्कूलों में वीडियो कॉल पर मॉनिटरिंग के दौरान यह भी सामने आया है कि कई शिक्षक स्कूल समय पर नहीं पहुंच रहे है. समय पर कक्षाएं नहीं लग रही है. जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना का कहना है कि जिन स्कूलों में अनियमितता पाई गई है. उन स्कूलों के शिक्षकों को समझाइश दी गई है और स्कूलों की मॉनिटरिंग भी लगातार चल रहे हैं. उन्होंने कहा जिन स्कूलों में नियमों का पालन नहीं किया जाएगा, उन स्कूलों को नोटिस भेजा जाएगा.