भोपाल। भोपाल। पीओपी से बने गणेश प्रतिमाओं के डिस्पोजल के लिए भोपाल नगर निगम ने एक अनूठी पहल की है. नगर निगम पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के साथ मिलकर पीओपी से बनी गणेश प्रतिमाओं का रसायनों के जरिए डिस्पोजल किया जाएगा.
नगर निगम कमिश्नर विजय दत्ता ने बताया कि पीओपी यानी कैल्शियम सल्फेट और अमोनियम बाय कार्बोनेट की कैल्शियम रिएक्शन में अमोनियम नाइट्रेट यानी खाद और कैल्शियम कार्बोनेट यानी चूना मिलेगा. खाद का इस्तेमाल शहर के पार्कों में किया जाएगा जबकि कैल्शियम कार्बोनेट से चॉक बनाई जाएगी.
जिला प्रशासन ने मूर्ति स्थापना के पहले ही शहर में मुहिम चलाकर पीओपी से निर्मित मूर्तियां जप्त किया था. साथ ही मूर्ति बनाने वाले पंडाल संचालकों को हिदायत दी थी कि पीओपी की मूर्तियां ना बनाई जाएं. इसके बाद भी शहर में कई जगहों पर पीओपी से निर्मित गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गई.
नगर निगम ने पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की मदद से ऐसी पीओपी की प्रतिमाओं के डिस्पोजल की पहल की है. इन प्रतिमाओं को रसायनों की मदद से डिस्पोजल किया जाएगा. जिसके लिए शहर के प्रेमपुरा घाट पर अलग से व्यवस्था की गई है. इसके अलावा शहर में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए करीब 200 विसर्जन कुंड की व्यवस्था की गई है. साथ ही इन कुंडों पर आने वाली पीओपी की मूर्तियों को प्रेमपुरा घाट भेजा जाएगा.