पटना/भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) ने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (National Monetization Pipeline) योजना को केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. पटना पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर 70 सालों में कांग्रेस ने कुछ किया ही नहीं था तो बीजेपी सरकार क्या बेच रही है.
दिग्विजय सिंह ने साधा निशाना
पटना में मीडिया से चर्चा करते हुए दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) ने कहा कि "1947से 2014 तक कांग्रेस द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्ट को बेचने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (National Monetization Pipeline) की घोषणा की. यही अंतर है लायक बेटे और नालायक बेटे में. लायक बेटा विरासत में मिली चीजों को जोड़ता है और नालायक बेटा सबकुछ बेचकर कर्जा लेकर घी पीता है. यही अंतर है बीजेपी और कांग्रेस में. मोदी कहते हैं कि पिछले 70 सालों में कुछ भी नहीं हुआ तो फिर क्या बेच रहे हो?"
क्या है मोनेटाइजेशन पाइपलाइन?
केन्द्र सरकार 2022 से 2025 तक 6 लाख करोड़ रुपए के एसेट्स बेचेगी. इसमें रेलवे, बिजली, सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग, सिविल एविएशन, शिपिंग पोर्ट्स एंड वॉटरवेज, पाइपलाइन एंड नेचुरल गैस, टेलिकम्युनिकेशंस, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, माइनिंग, कोल और हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स जैसे कई मंत्रालयों को शामिल किया गया है.
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6 लाख करोड़ रुपए के एसेट्स बेचेगी सरकार
लॉन्चिंग के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) ने बताया था कि "केन्द्र सरकार कोई जमीन नहीं बेच रही है. NMP में यह बताया गया है कि कैसे एसेट्स को मोनीटाइज किया जा सकता है. इससे सरकार को जो कमाई होगी उसे इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल्डिंग में निवेश किया जाएगा."