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डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर दिग्विजय चिंतित, शिवराज सरकार से की ये अपील

मध्यप्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के अब तक पांच मरीजों की पुष्टि की गई है, जबकि एक मरीज की मौत हो गई है. ऐसे में संक्रमण से बचाव के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार से बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन और RT-PCR टेस्ट कराने की अपील की है.

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Published : Jun 23, 2021, 10:03 AM IST

Updated : Jun 23, 2021, 10:26 AM IST

delta plus variant
डेल्टा प्लस वैरिएंट

भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब प्रदेश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आने लगे हैं, जोकि चिंता का एक गंभीर विषय है. इस बीच प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर शिवराज सरकार से बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन और RT-PCR टेस्ट कराने की अपील की है.

  • मध्यप्रदेश में डेल्टा प्लस के जो केस मिले हैं उन क्षेत्रों को होट ज़ोन डिक्लेर कर उस क्षेत्र के लोगों को वेक्सीन व RTPCR टेस्ट बड़े पैमाने पर कराने का अभियान चलाएँ।

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) June 23, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पूर्व सीएम की सरकार से अपील
पूर्व सीएम ने ट्वीट कर लिखा "मध्यप्रदेश में डेल्टा प्लस के जो केस मिले हैं उन क्षेत्रों को होट जोन डिक्लेर कर उस क्षेत्र के लोगों को वेक्सीन व RTPCR टेस्ट बड़े पैमाने पर कराने का अभियान चलाए."


डेल्टा प्लस वैरिएंट आखिर है क्या?
दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में मिले कोरोना वायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को ही डेल्टा का नाम दिया है. बता दें कि B.1.617.2 में एक और म्यूटेशन K417N हुआ है, जो इससे पहले कोविड-19 के बीटा और गामा वैरिएंट्स में भी पाया गया था. नए म्यूटेशन के बाद बने वैरिएंट को ही डेल्टा प्लस वैरिएंट के नाम से जाना जा रहा है.

ओरिजिनल कोरोना के मुकाबले ज्यादा संक्रामक
ऐसे में चिंता की बात ये है कि K417N म्यूटेशन वाले यह वैरिएंट्स ज्यादा घातत हैं. साथ ही ओरिजिनल वायरस से अधिक तेजी से फैलने वाले और पहले के मुकाबले ज्यादा संक्रामक है. यहां ये बताना जरूरी हो जाता है कि B.1.617 लाइनेज से ही डेल्टा वैरिएंट तैयार हुआ है.


डेल्टा प्लस वैरिएंट पर दवाओं का असर कितना?
देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच, इस पर दवाओं के प्रभाव को लेकर चिंता बढ़ने लगी है. विशेषज्ञों के मुताबिक, डेल्टा प्लस में पाए गए K417N म्यूटेशन कोरोना के इलाज में प्रयोग किए जाने वाले डेवलप मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट ड्रग- कासिरिविमाब और इम्देविमाब के खिलाफ प्रतिरोध विकसित कर चुका है. फिलहाल, डेल्टा प्लस वैरिएंट के गंभीर मरीजों के इलाज में काम आने वाली दवाओं की मार्केटिंग रोश और सिप्ला कर रहे हैं. बता दें कि, सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन अप्रूवल के बाद ही रोश और सिप्ला दवा की मार्केटिंग कर रहे हैं.


मध्यप्रदेश में डेल्टा वैरिएंट के कितने मामले
मध्यप्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के अब तक पांच मरीजों की पुष्टि की गई है, जबकि एक मरीज की मौत हो गई है. डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस भोपाल और शिवपुरी रिपोर्ट किए गए हैं. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बताया कि प्रदेश में अभी तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के पांच कोरोना मरीज मिले हैं. पांच में से चार मरीजों का टीकाकरण हो चुका है, जबकि एक की मौत हो गई है.

कोरोना अपडेट : 24 घंटे में 50,848 नए मामले, 1,358 मौतें

वैक्सीनेशन ही डेल्टा से बचने का उपाय
फिलहाल, डेल्टा प्लस वैरिएंट से बचने का वैक्सीनेशन ही कारगर उपाय है. हालांकि, प्रदेश की शिवराज सरकार कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण करने की हर संभंव कोशिश में जुट गई है. प्रदेश में 21 जून को वैक्सीनेशन महाअभियान के दौरान 16 लाख 92 हजार से अधिक वैक्सीन लगाई गई, जोकि देश के किसी भी राज्य द्वारा एक दिन में किए गए टीकाकरण का सर्वाधिक रिकार्ड है.

भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब प्रदेश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आने लगे हैं, जोकि चिंता का एक गंभीर विषय है. इस बीच प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर शिवराज सरकार से बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन और RT-PCR टेस्ट कराने की अपील की है.

  • मध्यप्रदेश में डेल्टा प्लस के जो केस मिले हैं उन क्षेत्रों को होट ज़ोन डिक्लेर कर उस क्षेत्र के लोगों को वेक्सीन व RTPCR टेस्ट बड़े पैमाने पर कराने का अभियान चलाएँ।

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) June 23, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पूर्व सीएम की सरकार से अपील
पूर्व सीएम ने ट्वीट कर लिखा "मध्यप्रदेश में डेल्टा प्लस के जो केस मिले हैं उन क्षेत्रों को होट जोन डिक्लेर कर उस क्षेत्र के लोगों को वेक्सीन व RTPCR टेस्ट बड़े पैमाने पर कराने का अभियान चलाए."


डेल्टा प्लस वैरिएंट आखिर है क्या?
दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में मिले कोरोना वायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को ही डेल्टा का नाम दिया है. बता दें कि B.1.617.2 में एक और म्यूटेशन K417N हुआ है, जो इससे पहले कोविड-19 के बीटा और गामा वैरिएंट्स में भी पाया गया था. नए म्यूटेशन के बाद बने वैरिएंट को ही डेल्टा प्लस वैरिएंट के नाम से जाना जा रहा है.

ओरिजिनल कोरोना के मुकाबले ज्यादा संक्रामक
ऐसे में चिंता की बात ये है कि K417N म्यूटेशन वाले यह वैरिएंट्स ज्यादा घातत हैं. साथ ही ओरिजिनल वायरस से अधिक तेजी से फैलने वाले और पहले के मुकाबले ज्यादा संक्रामक है. यहां ये बताना जरूरी हो जाता है कि B.1.617 लाइनेज से ही डेल्टा वैरिएंट तैयार हुआ है.


डेल्टा प्लस वैरिएंट पर दवाओं का असर कितना?
देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच, इस पर दवाओं के प्रभाव को लेकर चिंता बढ़ने लगी है. विशेषज्ञों के मुताबिक, डेल्टा प्लस में पाए गए K417N म्यूटेशन कोरोना के इलाज में प्रयोग किए जाने वाले डेवलप मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट ड्रग- कासिरिविमाब और इम्देविमाब के खिलाफ प्रतिरोध विकसित कर चुका है. फिलहाल, डेल्टा प्लस वैरिएंट के गंभीर मरीजों के इलाज में काम आने वाली दवाओं की मार्केटिंग रोश और सिप्ला कर रहे हैं. बता दें कि, सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन अप्रूवल के बाद ही रोश और सिप्ला दवा की मार्केटिंग कर रहे हैं.


मध्यप्रदेश में डेल्टा वैरिएंट के कितने मामले
मध्यप्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के अब तक पांच मरीजों की पुष्टि की गई है, जबकि एक मरीज की मौत हो गई है. डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस भोपाल और शिवपुरी रिपोर्ट किए गए हैं. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बताया कि प्रदेश में अभी तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के पांच कोरोना मरीज मिले हैं. पांच में से चार मरीजों का टीकाकरण हो चुका है, जबकि एक की मौत हो गई है.

कोरोना अपडेट : 24 घंटे में 50,848 नए मामले, 1,358 मौतें

वैक्सीनेशन ही डेल्टा से बचने का उपाय
फिलहाल, डेल्टा प्लस वैरिएंट से बचने का वैक्सीनेशन ही कारगर उपाय है. हालांकि, प्रदेश की शिवराज सरकार कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण करने की हर संभंव कोशिश में जुट गई है. प्रदेश में 21 जून को वैक्सीनेशन महाअभियान के दौरान 16 लाख 92 हजार से अधिक वैक्सीन लगाई गई, जोकि देश के किसी भी राज्य द्वारा एक दिन में किए गए टीकाकरण का सर्वाधिक रिकार्ड है.

Last Updated : Jun 23, 2021, 10:26 AM IST
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