भोपाल। एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अर्जुन सिंह की आज जयंती है. इस अवसर पर एमपी कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शामिल हुए. इस अवसर पर दोनों नेताओं ने अर्जुन सिंह के साथ किए काम के अपने संस्मरण सुनाए और राजनीति में उनकी समझ की तारीफ करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के जमाने से लेकर सोनिया गांधी के जमाने तक अर्जुन सिंह ने बिना किसी भेदभाव और पूर्ण समर्पण के साथ कांग्रेस की सेवा की.
"अर्जुन सिंह मेरे राजनीतिक गुरु"- दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के राजीव गांधी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में अर्जुन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस अवसर पर कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे. दिग्विजय सिंह और सुरेश पचौरी ने स्वर्गीय अर्जुन सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि अर्जुन सिंह मेरे राजनीतिक गुरु रहे हैं. मैंने मेरे राजनीतिक जीवन में जो कुछ भी हासिल किया है, उसमें उनका बहुत बड़ा योगदान है. मैं जब 1977 में विधायक चुना गया, तब भी विधायक दल के नेता थे. उनके बाद मुख्यमंत्री पद से लेकर आखिर तक उन्होंने मुझे बहुत स्नेह दिया. वे जिस पद पर भी रहे,उन्होंने उस पद की शोभा बढ़ाई.
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"अर्जुन सिंह ने समर्पण भावना से की कांग्रेस की सेवा"
दिग्विजय सिंह ने कहा कि इंदिरा गांधी के प्रति अटूट आस्था और समर्पण और उसके बाद राजीव गांधी और राजीव गांधी के बाद सोनिया गांधी के साथ बिना किसी भेदभाव के बिना किसी दिक्कत-परेशानी के पूर्ण समर्पण भावना से कांग्रेस पार्टी की. उन्होंने सेवा की और निरंतर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते रहे. वे नए लोगों को मौका देते थे और उन्हें आगे बढ़ाने का काम करते थे.