भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों ने कोविड-19 में अपनी ड्यूटी दी. अब शिक्षकों की मांग है कि जिन शिक्षकों ने कोविड-19 में ड्यूटी देकर कोरोना योद्धा का काम किया है, उन शिक्षकों को आने वाले शिक्षक दिवस पर राज्यपाल एवं कलेक्टर द्वारा सम्मानित किया जाए. जिसके लिए शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी को ज्ञापन सौंपा है.
कोरोना संक्रमण के चलते पिछले पांच माह से स्कूल बंद हैं. ऐसे में स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को विभाग द्वारा गैरजरूरी कामों में ड्यूटी दी गई. कोविड-19 के दौरान स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों ने प्रवासी मजदूरों के लिए आने वाली स्पेशल ट्रेनों में अपनी ड्यूटी दी. हॉस्पिटल्स में ड्यूटी दी, साथ ही छात्रों को घर-घर जाकर किताबें बांटी और कोविड-19 के मरीजों की काउंसलिंग भी की. ऐसे में शिक्षकों ने अपने आप को कोरोना योद्धा बताया है और सरकार से मांग की है कि आने वाले शिक्षक दिवस पर उन शिक्षकों को सम्मानित किया जाए, जिन्होंने कोरोना संक्रमण के बीच डट कर काम किया.
शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला के प्राचार्य सुभाष सक्सेना ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बीच शिक्षकों ने कोरोना योद्धा की तरह काम किया और स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं देने के साथ ही घर-घर जाकर छात्रों को पढ़ाया, किताबें बांटी और इसके अलावा विभाग द्वारा शिक्षकों को अन्य कार्यों में लगाया गया, जिसमें प्रदेश के शिक्षकों ने रेलवे स्टेशन, हॉस्पिटल और साथ ही कोविड के मरीजों की काउंसलिंग की, जिसके लिए शिक्षकों को सम्मान मिलना चाहिए. उन्होंने बताया कि इसके लिए हमने प्रमुख सचिव को ज्ञापन सौंपा है और आने वाले शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को राज्यपाल द्वारा सम्मान दिलवाने की मांग की है.