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December Special Days दिसंबर में इन उपायों को अपनायें, बरसेगी मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा - पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु का वास

हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवता या देवी को समर्पित है. दिसंबर में भी कुछ खास दिन हैं, इन दिनों मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा की जाए तो उनका आशीर्वाद मिलेगा.

December Special Days
बरसेगी मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा
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Published : Dec 2, 2022, 11:07 PM IST

भोपाल। सनातन धर्म में हर दिन का व‍िशेष महत्‍व होता है. दिसंबर में भी कुछ खास तिथिया पड़ रही हैं, ऐसा माना जा रहा है कि इन दिनों मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु के दर्शन, पूजन और कुछ विशेष कार्य करने से सफलता प्राप्त होगी. कई यज्ञों का पुण्य मिलेगा साथ ही जाने-अनजाने में हुए पाप भी खत्म हो जाएंगे. पुराणों के मुताबिक दिसंबर को सनातन धर्म में दिसंबर महीने को पवित्र माना गया है. ये काम बहुत छोटे और सरल हैं लेकिन आपके जीवन में ये बड़े प्रभाव डालते हैं. आईये जानते हैं वह तिथियां और उस दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में.

एकादशी पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा: एकादशी व्रत 3 दिसंबर यानि शनिवार के दिन पड़ रहा है. 19 दिसंबर को सफला एकादशी हैं. इन दोनों दिनों में भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी और पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से भगवान विष्णु अति प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं. कहा जाता है, कि माता लक्ष्मी ऐसे भक्तों के घर वास करती हैं और मनोकामना पूर्ण करती हैं. एकादशी पर जरूरतमंदों को अन्न, गर्म वस्त्र, कंबल और जूते चप्पलों का दान करना अच्छा माना जाता है.

पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु का वास: हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ की पूजा करना शुभ माना गया है, धर्म शास्त्र के अनुसार पीपल के पेड़ में देवता वास करते हैं. दिसंबर के महीने में पीपल के पेड़ की पूजा अवश्य करना चाहिए. दिसंबर के महीने में रोजाना सुबह स्नान करने के बाद पीपल के पेड में जल और गुड़ अर्पित करें. 8 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा अवश्य करें, इससे आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो जाती है.

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सत्यनारायण की कथा करना शुभ: सत्य को नारायण के रूप में पूजना ही सत्यनारायण की पूजा है. इसका दूसरा अर्थ यह है कि संसार में एकमात्र नारायण ही सत्य हैं, बाकी सब माया है. साल 2022 की आखिरी पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण की कथा करें. इस दिन सबसे पहले भगवान नारायण और मां लक्ष्मी को चंदन का तिलक लगाएं, उसके बाद खुद भी लगाएं. ऐसा करने से भाग्य का साथ मिलने लगता है, रुके हुए काम पूरे होने लगते हैं. इसके अलावा हर शुक्रवार को अष्टलक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करें, इससे तरक्की के रास्ते खुलने लगते हैं.

सूर्य को जल अर्पित करें: भाग्य का साथ पाने के लिए रोजाना सुबह आपको सूर्य (Surya ko Jal dene ke Fayde) को जल देना चाहिए. हिंदू धर्म में सूर्य को देवता की तरह पूजा जाता है. खास तिथियों पर सुबह के समय सबसे पहले सूर्यदेव को जल अर्पित करें. सूर्य देवता को हमेशा तांबे के पात्र से ही जल चढ़ाना चाहिए. एक बात का ध्यान रखें कि सूर्य को जल प्रातः काल ही चढ़ाएं. इससे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी खुश होती हैं, और भगवान की कृपा भक्तों पर बरसती है.

भोपाल। सनातन धर्म में हर दिन का व‍िशेष महत्‍व होता है. दिसंबर में भी कुछ खास तिथिया पड़ रही हैं, ऐसा माना जा रहा है कि इन दिनों मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु के दर्शन, पूजन और कुछ विशेष कार्य करने से सफलता प्राप्त होगी. कई यज्ञों का पुण्य मिलेगा साथ ही जाने-अनजाने में हुए पाप भी खत्म हो जाएंगे. पुराणों के मुताबिक दिसंबर को सनातन धर्म में दिसंबर महीने को पवित्र माना गया है. ये काम बहुत छोटे और सरल हैं लेकिन आपके जीवन में ये बड़े प्रभाव डालते हैं. आईये जानते हैं वह तिथियां और उस दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में.

एकादशी पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा: एकादशी व्रत 3 दिसंबर यानि शनिवार के दिन पड़ रहा है. 19 दिसंबर को सफला एकादशी हैं. इन दोनों दिनों में भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी और पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से भगवान विष्णु अति प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं. कहा जाता है, कि माता लक्ष्मी ऐसे भक्तों के घर वास करती हैं और मनोकामना पूर्ण करती हैं. एकादशी पर जरूरतमंदों को अन्न, गर्म वस्त्र, कंबल और जूते चप्पलों का दान करना अच्छा माना जाता है.

पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु का वास: हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ की पूजा करना शुभ माना गया है, धर्म शास्त्र के अनुसार पीपल के पेड़ में देवता वास करते हैं. दिसंबर के महीने में पीपल के पेड़ की पूजा अवश्य करना चाहिए. दिसंबर के महीने में रोजाना सुबह स्नान करने के बाद पीपल के पेड में जल और गुड़ अर्पित करें. 8 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा अवश्य करें, इससे आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो जाती है.

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सत्यनारायण की कथा करना शुभ: सत्य को नारायण के रूप में पूजना ही सत्यनारायण की पूजा है. इसका दूसरा अर्थ यह है कि संसार में एकमात्र नारायण ही सत्य हैं, बाकी सब माया है. साल 2022 की आखिरी पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण की कथा करें. इस दिन सबसे पहले भगवान नारायण और मां लक्ष्मी को चंदन का तिलक लगाएं, उसके बाद खुद भी लगाएं. ऐसा करने से भाग्य का साथ मिलने लगता है, रुके हुए काम पूरे होने लगते हैं. इसके अलावा हर शुक्रवार को अष्टलक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करें, इससे तरक्की के रास्ते खुलने लगते हैं.

सूर्य को जल अर्पित करें: भाग्य का साथ पाने के लिए रोजाना सुबह आपको सूर्य (Surya ko Jal dene ke Fayde) को जल देना चाहिए. हिंदू धर्म में सूर्य को देवता की तरह पूजा जाता है. खास तिथियों पर सुबह के समय सबसे पहले सूर्यदेव को जल अर्पित करें. सूर्य देवता को हमेशा तांबे के पात्र से ही जल चढ़ाना चाहिए. एक बात का ध्यान रखें कि सूर्य को जल प्रातः काल ही चढ़ाएं. इससे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी खुश होती हैं, और भगवान की कृपा भक्तों पर बरसती है.

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