भोपाल। मध्यप्रदेश साइबर क्राइम का गढ़ बनता जा रहा है. आंकड़े भी इस बात की गवाही दे रहे हैं. विधानसभा में पूछे गए एक सवाल का जो जवाब आया है वो आपको सोचने पर मजबूर कर देगा. सरकार की तरफ से दिए गए जवाब में बताया गया है कि पिछले तीन साल में भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग में साइबर ठगी के 1023 मामले दर्ज हुए हैं. इनमें से ज्यादातर मामले ऑनलाइन ठगी से जुड़े हुए हैं. खास बात यह है कि सवाल भी बीजेपी विधायक ने पूछा था और जबाव भी बीजेपी सरकार ने ही दिया है.
3 साल में 1023 केस
प्रदेश में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के नाम पर धोखाधड़ी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. बीते 3 साल में 1023 मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें से ज्यादातर मामले भोपाल, इंदौर, और उज्जैन संभाग में दर्ज किए गए हैं. इन मामलों में से आधे मामले ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से हुई धोखाधड़ी से जुड़े हुए हैं. प्रदेश में साइबर क्राइम की स्थिति को लेकर बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने सवाल पूछा था जिसका जवाब देते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह जानकारी दी. एक अन्य सवाल के जवाब में बताया गया कि प्रदेश में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने वालों के खिलाफ पिछले 3 सालों में 486 मामले भी दर्ज किए गए हैं.
कहां कितना साइबर क्राइम
- भोपाल संभाग में सबसे ज्यादा 453 अपराध दर्ज किए गए, हालांकि चालान अभी तक सिर्फ 186 मामलों में ही पेश किया जा सका, जबकि 61 मामले अभी भी लंबित हैं.
- इंदौर संभाग में 357 मामले मामले दर्ज हुए इसमें से सिर्फ 162 मामलों में ही चालान पेश हुआ, जबकि 177 मामले की विवेचना जारी है.
- उज्जैन संभाग में पिछले 3 साल में 213 साइबर फ्रॉड के मामले सामने आए इसमें से 142 मामलों में चालान पेश किया गया जबकि 63 मामलों की अभी भी जांच चल रही है.
आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर भी हुई कार्रवाई
सरकार की तरफ से बताया गया कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों के खिलाफ भी सख्ती बरती जा रही है. पिछले 3 साल के दौरान ऐसे 486 प्रकरण दर्ज किए गए हैं. इसमें भोपाल संभाग में 152, इंदौर संभाग में 196 और उज्जैन संभाग में 138 मामले पंजीबद्ध किए गए हैं.