भोपाल। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अधिकारियों का कहना है कि 12 से 14 साल तक के बच्चों को कार्बीवैक्स वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए स्कूलों में कैंप लगाए जाएंगे. टीकाकरण की पूरी गाइडलाइन तय कर ली गई है. इसी के अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और शिक्षा विभाग काम करेगा. अधिकारियों ने बताया कि जिलों में हर दिन कितने बच्चों को टीका लगाया जाए, यह जिला स्तर से ही तय किया जाएगा.
बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए ये है गाइडलाइन
एनएचएम के सूत्रों के अनुसार नई वैक्सीन होने की वजह से दुष्प्रभावों पर नजर रखने के लिए डॉक्टर व पैरामेडिकल कर्मचारियों की विशेष टीम बनाई गई हैं. कुछ स्कूलों का एक सेक्टर बनाया जाएगा. हर सेक्टर के लिए एक डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों की टीम रहेगी. पहले की तरह ही टीका लगवाने के बाद बच्चों को आधे घंटे के लिए स्कूल में ही निगरानी कक्ष में बैठना होगा. हर स्कूल में तीन कक्ष बनाए जाएंगे. एक कक्ष प्रतीक्षा के लिए, दूसरा टीकाकरण और तीसरा निगरानी के लिए होगा. स्कूलों को जिम्मेदारी दी गई है कि अगर माता-पिता बच्चों के टीकाकरण के लिए तैयार नहीं होते तो उनकी काउंसलिंग की जाए.
2008 से 2010 के बीच जन्म वाले बच्चों को लगेंगे टीके
3 जनवरी 2022 से पहली बार 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू हुआ था. तब से 15 से 18 वर्ष के बच्चों को टीके लगाए जा रहे हैं. इस कारण बड़े बच्चों के स्कूल खोलने में भी आसानी हुई. अब 12 वर्ष के बच्चों को भी टीका लगाने से छोटे बच्चों को भी स्कूल भेजने में कोई हिचक नहीं रहेगी. जिन बच्चों का जन्म वर्ष 2008, 2009 या 2010 में हुआ है, उन्हें टीके लगाए जाएंगे. मध्यप्रदेश में 10 दिन के भीतर प्रदेश में पात्र बच्चों में 90 प्रतिशत को पहली डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है. बच्चों को सूचित करने की जिम्मेदारी संबंधित स्कूलों की होगी.
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वैक्सीनेशन का आंकड़ा 180 करोड़ के पार
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 180.19 करोड़ को पार कर गया है. भारत ने पिछले 24 घंटों में केवल 2,503 नए मामले दर्ज किए, जो अब तक 680 दिनों में सबसे कम है. भारत का सक्रिय केस लोड (एक्टिव केस) 36,168 है, जो 675 दिनों में सबसे कम है. सक्रिय मामले अब देश के कुल सकारात्मक मामलों के 0.08% हैं.
(Corona vaccine to children in Madhya Pradesh)