भोपाल। राजधानी भोपाल के कोविड सेंटर चिरायु अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत का मामला सामने आया है. महिला की मौत के बाद उसके भाई ने चिरायु अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है.
मृतका के भाई के मुताबिक उनकी बहन 8 महीने की गर्भवती थी. कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें इलाज के लिए 18 जुलाई को चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया, शुरुआत में तो तबीयत ठीक थी, ऑक्सीजन लेवल भी सामान्य था, लेकिन 20 जुलाई को उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया. एक दिन आईसीयू में रखने के बाद उसे कॉमन आइसीयू में रखा गया. 25 जुलाई को उसका ऑक्सीजन लेवल 91-92 आने लगा.
जब हमने डॉक्टर से इस बारे में पूछा तो डॉक्टर ने कहा कि उसकी स्थिति सामान्य है लेकिन लगातार उसका ऑक्सीजन लेवल गिर रहा था, जिसके बाद भी डॉक्टर्स ने ध्यान नहीं दिया. मृतका के भाई ने बहन की तबियत ज्यादा खराब होने की शिकायत भी की. उसी दिन शाम को उसे फिर आईसीयू में रखा गया, अचानक उसकी तबियत और ज्यादा बिगड़ने लगी, तब डॉक्टर ने कहा कि उसकी स्थिति गंभीर है.
मृतका भाई ने बताया कि डॉक्टर अभिषेक ने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि उसका बुखार कम करें. डॉक्टर ज्ञानेश ने कहा कि हम ऑपरेशन करके बच्चे की डिलिवरी कर दोनों को बचाने की कोशिश करेंगे. ऑपरेशन के बाद उसकी तबियत ठीक होने लगी थी. रात में जब वो वापस अपनी बहन के पास आए तो देखा कि मॉनिटर में कोई रिडिंग नहीं आ रही है, वेंटिलेटर भी बंद है और वहां किसी को इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं है कि वेंटिलेटर बंद कैसे हुआ.
मृतक महिला के भाई का आरोप है कि उस वक्त वहां कोई ड्यूटी डॉक्टर मौजूद नहीं था, वेंटिलेटर भी अचानक बंद हो गया. इस लापरवाही के कारण मेरी बहन की मौत हुई है. जिसके लिए डॉक्टर्स और चिरायु अस्पताल प्रबंधन जिम्मेदार है.