भोपाल। मध्यप्रदेश में आपको रोना संक्रमण की दर में कमी आती जा रही है, लेकिन अभी हमें कोई भी ढिलाई नहीं बरतनी है. पूरी सावधानी के साथ सभी प्रयासों को जारी रखना है. राज्य शासन और समाज के सहयोग से पूर्ण संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे उपाय अब कारगर साबित हो रहे हैं. यह कहना है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए मंत्रालय में बैठक ली और प्रदेश के जिन जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी देखने को मिली थी उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली.
भोपाल और इंदौर में सावधानी है जरूरी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कोरोना के हॉटस्पॉट बने इंदौर और भोपाल की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली और यह कहा कि दोनों क्षेत्रों में विशेष सावधानी रखी जाए, जन जागरूकता और कोरोना प्रोटोकॉल पालन करवाने के पूरे प्रयास किए जाएं. साथ ही यह निर्देश दिए कि यदि रात में बाजार बंद होने का समय 8 से बढ़ाकर 10 रने पर सहमति बनती है तो अब इन दोनों शहरों में रात में 10 बजे बाजार बंद किए जाए, यह निर्णय जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से बात करके लिया जाए.
होम आइसोलेट मरीजों की हो पूरी निगरानी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने होम आइसोलेशन में इलाजरत मरीजों की निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि जरूरत पड़ने पर उन्हें हॉस्पिटल शिफ्ट करने में जरा भी देरी नहीं बरती जाए.
प्रदेश का रिकवरी रेट हुआ 92.1 फीसदी
स्वास्थ विभाग की ओर से बैठक में यह डाटा दिया गया कि प्रदेश का रिकवरी रेट इस वक्त 92.1 फीसदी है. प्रदेश में इस वक्त 13532 एक्टिव कैस है और प्रतिदिन औसतन 1403 कोरोना वायरस मरीज मिल रहे हैं. पॉजिटिविटी दर इस वक्त 5.5 फीसदी है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी थे मौजूद
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभु राम चौधरी, शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे.