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MP के 22 जिलों में फैला कोरोना वायरस, CM ने कलेक्टरों को दिए सख्ती से काम करने के निर्देश - ऐसे प्रयास करें कि संक्रमण फैले नहीं

मध्यप्रदेश के 22 जिले इस समय कोरोना से जूझ रहे हैं. इसी के चलते सीएम शिवराज सिंह ने सभी कलेक्टरों को अपने जिलों में सख्ती से काम करने के निर्देश दिए हैं.

CM instructs collectors to work strictly
CM ने कलेक्टरों को दिए सख्ती से काम करने के निर्देश
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Published : Apr 12, 2020, 2:04 PM IST

Updated : Apr 12, 2020, 2:27 PM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश से कोरोना संकट को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए सभी कलेक्टर पूरी सख्ती और चुस्ती से काम करें. संक्रमण रोकने के लिए जिलों की सीमाएं सील रखें और हॉटस्पॉट क्षेत्रों से आना-जाना पूर्ण रूप से बंद रहे. जनता को दवाएं, दूध, सब्जी, फल, किराना आदि की आपूर्ति जिला प्रशासन के माध्यम से सुनिश्चित हो.

टेस्टिंग लैब्स की संख्या बढ़ाएं

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना टेस्टिंग लैब्स की संख्या बढ़ाई दी जाए. अभी 7 लैब कार्य कर रही हैं. सभी मेडिकल कॉलेज में टेस्टिंग चालू की जाए. निजी मेडिकल कॉलेज में भी टेस्टिंग व्यवस्था करें.

कोरोना से 22 जिले प्रभावित

अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि कोरोना से प्रदेश के 22 जिले प्रभावित हो गए हैं. नए संक्रमित जिलों रतलाम में एक एवं मंदसौर में एक कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं.

ऐसे प्रयास करें कि संक्रमण फैले नहीं

रतलाम और मंदसौर जिलों में कोरोना पॉजिटिव के 1-1 मरीज मिले हैं. दोनों व्यक्तियों को पहले से ही क्वारेंटाइन में रखा गया है. मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि संक्रमित क्षेत्रों को तुरंत सील करें, पूरी कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करें और हर आवश्यक कदम उठाएं, जिससे संक्रमण न फैले.

दवाई, दूध, फल, सब्जी, किराना की आपूर्ति बनी रहे

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश में दवाई, दूध, फल, सब्जी, किराना की आपूर्ति बनी रहे, ये सभी कलेक्टर सुनिश्चित करें. इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थाओं और जन-प्रतिनिधियों का सहयोग लें. बड़ी मंडियों को विकेन्‍द्रीकृत कर किसानों से फल एवं सब्जियां खरीदी जाएं और प्रशासन इसकी आपूर्ति व्यवस्था करे.

इंदौर पर दें विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर की टीम पूरी मेहनत से दिन-रात कार्य कर रही है. वहां सर्वाधिक प्रकरण होने से मुझे वहां की ज्यादा चिंता है. प्रशासन वहां सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित करे, हॉट स्पॉट कड़ाई से सील हों और वहां गहन स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य हो. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने निर्देश दिए कि इलाज के लिए हर बेड पर ऑक्सीजन की उपलब्धता हो.

छोटे दुकानदारों का भी सहयोग लें

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि घर-घर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए छोटे दुकानदारों का भी सहयोग लिया जाए. कलेक्टर भोपाल ने बताया कि भोपाल को 16 जोन में बांटा गया है. कोरोना टेस्टिंग का कार्य अधिकाधिक किया जा रहा है. यहां 271 वाहनों द्वारा आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कराई जा रही है.

उज्जैन की स्थिति बेहतर

उज्जैन कलेक्टर ने बताया कि उज्जैन के 16 प्रकरणों में से 3 डिस्चार्ज हो गए हैं, 2 मरीजों को शीघ्र डिस्चार्ज कर देंगे. पिछली 7 अप्रैल से कोई प्रकरण पॉजिटिव नहीं है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन को लेकर मेरी चिंता थोड़ी कम हुई है, लेकिन कलेक्टर सख्ती और चुस्ती जारी रखें, जिससे मामले बढ़ ना पाएं.

मुरैना के 7 मरीज निगेटिव

मुरैना कलेक्टर ने बताया कि जिले के 14 प्रकरणों में से 7 का प्रथम टेस्ट निगेटिव आया है. दूसरे टेस्ट के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. बाकी 7 की हालत अच्छी है.

बैंक की घर पहुंचे सेवा

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि योजनाओं की जो राशि हितग्राहियों के खातों में गई है, उसे बैंक से निकालने में हितग्राहियों को दिक्कत न हो, यथासंभव उन्हें घर पहुंच सेवा दी जाए. बैंकों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर देवास ने बताया कि वहां 450 बैंक कॉरेस्पोंडेंस (बीसी) के माध्यम से केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों के खातों में अंतरित राशि उन्हें घर-घर वितरित की जा रही है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अन्य जिलों में भी कलेक्टर ऐसी व्यवस्था करें.

शिवपुरी को बधाई

शिवपुरी जिले में कोरोना के दोनों मरीज निगेटिव आए हैं. मुख्यमंत्री ने इसके लिए कलेक्टर को बधाई दी और आगे भी पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.

आरोग्य सेतु मोबाइल एप अत्यंत उपयोगी

मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना बीमारी को समझने, उससे बचाव, संक्रमण रोकने, कार्य की मॉनिटरिंग आदि के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप अत्यंत उपयोगी है. सभी कलेक्टर अपने जिलों में आरोग्य सेतु मोबाइल एप के उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित करें.

निजी अस्पताल मना नहीं कर सकेंगे इलाज के लिए

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में एस्मा कानून लागू किया गया है. अब निजी अस्पताल भी जनता को स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए मना नहीं कर सकते. कलेक्टर अपने जिलों में इनकी सेवाएं लें. साथ ही सरकारी अस्पताल में भी सभी बीमारियों के इलाज के लिए स्वास्थ्य सेवाएं पहले जैसी जारी रखें.

कालाबाजारी, जमाखोरी न हो

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय प्रदेश विपरीत परिस्थितियों से गुजर रहा है. ऐसे में यदि कोई व्यापारी जमाखोरी या कालाबाजारी करता है, तो ये मानवता के प्रति बड़ा अपराध है. अतः सभी कलेक्टर सुनिश्चित करें कि उनके जिले में कालाबाजारी, जमाखोरी न हो.

एसएमएस मिलने पर ही किसान आए फसल बेचने

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना संकट के समय बिना भीड़-भाड़ के, पूरी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ फसल के उपार्जन के लिए जिलों में अधिक से अधिक उपार्जन केन्द्र बनाए जाएं. किसानों को स्पष्ट रूप से ये संदेश दिया जाए कि एसएमएस मिलने पर ही किसान अपनी फसल बेचने उपार्जन केन्द्र पर आएं. मुख्यमंत्री को बताया गया कि इस प्रकार की व्यवस्था की जा रही है कि एक दिन में औसतन 10 किसान फसल बेचने आएं. इसके लिए किसानों को तारीख व पारी का एसएमएस किया जाएगा. इस बार प्रतिदिन दो पारियों में खरीद होगी. वे नियत दिनांक व पारी पर ही उपार्जन केंद्र पर आएंगे. भोपाल, इंदौर एवं उज्जैन को छोड़कर शेष जिलों में 15 अप्रैल से उपार्जन शुरु होगा.

कोरोना योद्धाओं के लिए 50 लाख का सुरक्षा कवच

मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के कार्य में लगे अमले को किसी अनहोनी की स्थिति में सरकार पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की सहायता देगी. यह राशि सुरक्षा कवच की प्रतीक होगी.

क्वॉरेंटाइन सेन्टर में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं

अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने निर्देश दिए कि सभी क्वारेंटाइन सेन्टर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं, जिससे राज्य-स्तरीय कंट्रोल रूम से भी वहां कार्यरत व्यक्तियों की निगरानी की जा सके.

कोई भूखा नहीं सोए

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर कलेक्टर ये सुनिश्चित करे कि उनके जिले में कोई भूखा नहीं सोए. शासन द्वारा प्रत्येक गरीब व्यक्ति के लिए पर्याप्त खाद्यान्न एवं भोजन की व्यवस्था की गई है.

वनोपज खरीदी की व्यवस्था

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वनोपज संघ के माध्यम से महुआ, चिरौंजी, करंजा, निम्बोली वनोपजों की खरीदी की व्यवस्था की जाए. आगामी दिनों में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य किया जाएगा. इसके लिए वनवासी भाइयों के लिए आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं.

कोरोना छिपाने वालों पर FIR

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वे अपने जिलों में ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर. दर्ज करें, जो कोरोना रोग को छुपाते हैं. जब वे मरीज ठीक हो जाएं, तब उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए.

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश से कोरोना संकट को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए सभी कलेक्टर पूरी सख्ती और चुस्ती से काम करें. संक्रमण रोकने के लिए जिलों की सीमाएं सील रखें और हॉटस्पॉट क्षेत्रों से आना-जाना पूर्ण रूप से बंद रहे. जनता को दवाएं, दूध, सब्जी, फल, किराना आदि की आपूर्ति जिला प्रशासन के माध्यम से सुनिश्चित हो.

टेस्टिंग लैब्स की संख्या बढ़ाएं

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना टेस्टिंग लैब्स की संख्या बढ़ाई दी जाए. अभी 7 लैब कार्य कर रही हैं. सभी मेडिकल कॉलेज में टेस्टिंग चालू की जाए. निजी मेडिकल कॉलेज में भी टेस्टिंग व्यवस्था करें.

कोरोना से 22 जिले प्रभावित

अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि कोरोना से प्रदेश के 22 जिले प्रभावित हो गए हैं. नए संक्रमित जिलों रतलाम में एक एवं मंदसौर में एक कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं.

ऐसे प्रयास करें कि संक्रमण फैले नहीं

रतलाम और मंदसौर जिलों में कोरोना पॉजिटिव के 1-1 मरीज मिले हैं. दोनों व्यक्तियों को पहले से ही क्वारेंटाइन में रखा गया है. मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि संक्रमित क्षेत्रों को तुरंत सील करें, पूरी कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करें और हर आवश्यक कदम उठाएं, जिससे संक्रमण न फैले.

दवाई, दूध, फल, सब्जी, किराना की आपूर्ति बनी रहे

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश में दवाई, दूध, फल, सब्जी, किराना की आपूर्ति बनी रहे, ये सभी कलेक्टर सुनिश्चित करें. इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थाओं और जन-प्रतिनिधियों का सहयोग लें. बड़ी मंडियों को विकेन्‍द्रीकृत कर किसानों से फल एवं सब्जियां खरीदी जाएं और प्रशासन इसकी आपूर्ति व्यवस्था करे.

इंदौर पर दें विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर की टीम पूरी मेहनत से दिन-रात कार्य कर रही है. वहां सर्वाधिक प्रकरण होने से मुझे वहां की ज्यादा चिंता है. प्रशासन वहां सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित करे, हॉट स्पॉट कड़ाई से सील हों और वहां गहन स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य हो. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने निर्देश दिए कि इलाज के लिए हर बेड पर ऑक्सीजन की उपलब्धता हो.

छोटे दुकानदारों का भी सहयोग लें

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि घर-घर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए छोटे दुकानदारों का भी सहयोग लिया जाए. कलेक्टर भोपाल ने बताया कि भोपाल को 16 जोन में बांटा गया है. कोरोना टेस्टिंग का कार्य अधिकाधिक किया जा रहा है. यहां 271 वाहनों द्वारा आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कराई जा रही है.

उज्जैन की स्थिति बेहतर

उज्जैन कलेक्टर ने बताया कि उज्जैन के 16 प्रकरणों में से 3 डिस्चार्ज हो गए हैं, 2 मरीजों को शीघ्र डिस्चार्ज कर देंगे. पिछली 7 अप्रैल से कोई प्रकरण पॉजिटिव नहीं है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन को लेकर मेरी चिंता थोड़ी कम हुई है, लेकिन कलेक्टर सख्ती और चुस्ती जारी रखें, जिससे मामले बढ़ ना पाएं.

मुरैना के 7 मरीज निगेटिव

मुरैना कलेक्टर ने बताया कि जिले के 14 प्रकरणों में से 7 का प्रथम टेस्ट निगेटिव आया है. दूसरे टेस्ट के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. बाकी 7 की हालत अच्छी है.

बैंक की घर पहुंचे सेवा

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि योजनाओं की जो राशि हितग्राहियों के खातों में गई है, उसे बैंक से निकालने में हितग्राहियों को दिक्कत न हो, यथासंभव उन्हें घर पहुंच सेवा दी जाए. बैंकों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर देवास ने बताया कि वहां 450 बैंक कॉरेस्पोंडेंस (बीसी) के माध्यम से केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों के खातों में अंतरित राशि उन्हें घर-घर वितरित की जा रही है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अन्य जिलों में भी कलेक्टर ऐसी व्यवस्था करें.

शिवपुरी को बधाई

शिवपुरी जिले में कोरोना के दोनों मरीज निगेटिव आए हैं. मुख्यमंत्री ने इसके लिए कलेक्टर को बधाई दी और आगे भी पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.

आरोग्य सेतु मोबाइल एप अत्यंत उपयोगी

मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना बीमारी को समझने, उससे बचाव, संक्रमण रोकने, कार्य की मॉनिटरिंग आदि के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप अत्यंत उपयोगी है. सभी कलेक्टर अपने जिलों में आरोग्य सेतु मोबाइल एप के उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित करें.

निजी अस्पताल मना नहीं कर सकेंगे इलाज के लिए

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में एस्मा कानून लागू किया गया है. अब निजी अस्पताल भी जनता को स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए मना नहीं कर सकते. कलेक्टर अपने जिलों में इनकी सेवाएं लें. साथ ही सरकारी अस्पताल में भी सभी बीमारियों के इलाज के लिए स्वास्थ्य सेवाएं पहले जैसी जारी रखें.

कालाबाजारी, जमाखोरी न हो

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय प्रदेश विपरीत परिस्थितियों से गुजर रहा है. ऐसे में यदि कोई व्यापारी जमाखोरी या कालाबाजारी करता है, तो ये मानवता के प्रति बड़ा अपराध है. अतः सभी कलेक्टर सुनिश्चित करें कि उनके जिले में कालाबाजारी, जमाखोरी न हो.

एसएमएस मिलने पर ही किसान आए फसल बेचने

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना संकट के समय बिना भीड़-भाड़ के, पूरी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ फसल के उपार्जन के लिए जिलों में अधिक से अधिक उपार्जन केन्द्र बनाए जाएं. किसानों को स्पष्ट रूप से ये संदेश दिया जाए कि एसएमएस मिलने पर ही किसान अपनी फसल बेचने उपार्जन केन्द्र पर आएं. मुख्यमंत्री को बताया गया कि इस प्रकार की व्यवस्था की जा रही है कि एक दिन में औसतन 10 किसान फसल बेचने आएं. इसके लिए किसानों को तारीख व पारी का एसएमएस किया जाएगा. इस बार प्रतिदिन दो पारियों में खरीद होगी. वे नियत दिनांक व पारी पर ही उपार्जन केंद्र पर आएंगे. भोपाल, इंदौर एवं उज्जैन को छोड़कर शेष जिलों में 15 अप्रैल से उपार्जन शुरु होगा.

कोरोना योद्धाओं के लिए 50 लाख का सुरक्षा कवच

मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के कार्य में लगे अमले को किसी अनहोनी की स्थिति में सरकार पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की सहायता देगी. यह राशि सुरक्षा कवच की प्रतीक होगी.

क्वॉरेंटाइन सेन्टर में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं

अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने निर्देश दिए कि सभी क्वारेंटाइन सेन्टर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं, जिससे राज्य-स्तरीय कंट्रोल रूम से भी वहां कार्यरत व्यक्तियों की निगरानी की जा सके.

कोई भूखा नहीं सोए

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर कलेक्टर ये सुनिश्चित करे कि उनके जिले में कोई भूखा नहीं सोए. शासन द्वारा प्रत्येक गरीब व्यक्ति के लिए पर्याप्त खाद्यान्न एवं भोजन की व्यवस्था की गई है.

वनोपज खरीदी की व्यवस्था

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वनोपज संघ के माध्यम से महुआ, चिरौंजी, करंजा, निम्बोली वनोपजों की खरीदी की व्यवस्था की जाए. आगामी दिनों में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य किया जाएगा. इसके लिए वनवासी भाइयों के लिए आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं.

कोरोना छिपाने वालों पर FIR

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वे अपने जिलों में ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर. दर्ज करें, जो कोरोना रोग को छुपाते हैं. जब वे मरीज ठीक हो जाएं, तब उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए.

Last Updated : Apr 12, 2020, 2:27 PM IST
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