भोपाल। प्रदेश के अधिकतर जिलों में कांग्रेस के कार्यालय न होने के कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं का काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं. कार्यकर्ताओं द्वारा कमलनाथ को शिकायत की गई थी, कि कई जिलों में जिला कार्यालय स्थापित नहीं होने के कारण पार्टी की गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित नहीं हो पाती हैं. इसकी जानकारी लगने के बाद कमलनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों से कार्यालयों की जानकारी मंगाई है.
बता दें कि सिर्फ 18 जिलों में पार्टी के खुद के निजी भवन में कार्यालय संचालित होता हैं. सात जिलों में पार्टी के पास भूमि तो है, लेकिन कार्यालय भवन नहीं है. 27 जिले ऐसे हैं, जहां ना भूमि है ना भवन है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी को यह जानकारी मिलने के बाद अब भवन विहीन जिलों में जिला कार्यालय स्थापित करने की कवायद शुरू कर दी है.
मध्यप्रदेश में जिला कार्यालयों की स्थिति के बारे में चर्चा करते हुए प्रकाश जैन ने बताया कि, प्रदेश कांग्रेस ने जिला कार्यालय स्थापित करने की रूपरेखा बनाना शुरू कर दिया है. जहां जमीन पड़ी है, वहां कार्यकर्ताओं के सहयोग से भवन बनाएंगे. जहां भूमि व भवन दोनों नहीं हैं, वहां निजी भूमि खरीद कर या फिर नजूल से जमीन लीज पर लेकर जिला कार्यालय बनाएंगे. ताकि कार्यालय सुचारू रूप से संचालित हो सके.