भोपाल। मध्यप्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर बड़ी जीत का दावा किया है. कमलनाथ सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों और उपचुनाव में कमलनाथ के प्रमुख रणनीतिकारों में शुमार रहे सज्जन सिंह वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में दावा किया है कि उन्होंने चुनाव के पहले और चुनाव के समय सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया और इस दौरे में जनता के मनोभाव से साफ समझ आया है कि चुनाव कांग्रेस ने नहीं बल्कि जनता ने भाजपा के खिलाफ लड़ा है. जनता मध्यप्रदेश के माथे पर लगे कलंक को मिटाना चाहती है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस के विधायक तोड़ने का भी आरोप लगाया है और कांग्रेस के विधायकों की एकजुटता की बात कही है. सज्जन सिंह वर्मा ने दावा किया है कि 10 नवंबर मंगलवार को बजरंगबली हनुमान अपने भक्त कमलनाथ को भरपूर आशीर्वाद देने वाले हैं.
'कांग्रेस नहीं भाजपा से असली चुनाव तो जनता लड़ रही थी'
खास बातचीत में सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, '40 साल से मैं भी चुनाव लड़ रहा हूं. बड़ा आश्चर्यजनक व्यवहार में परिवर्तन आम जनता के देखने में मिला है. कांग्रेस के साथ असली चुनाव भाजपा के खिलाफ जनता लड़ रही थी. मध्य प्रदेश की जनता ने कभी गद्दारी नहीं सहन की और ना ही गद्दारों को पसंद करती है. एक अच्छा नेता कांग्रेस और मध्य प्रदेश को बहुत लंबे समय के बाद कमलनाथ के रूप में मिला था. बचे हुए तीन साल में जनता चाहती है कि मध्य प्रदेश का सर्वांगीण और समाज का विकास हो और उसने जीवन के अनुभव का निचोड़ मध्य प्रदेश को मिले. क्योंकि छल-बल से सरकार गिराई गई और मध्यप्रदेश के माथे पर कलंक लगा है उसे आम जनता खुद धोना चाहती है.
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'सभी सीटों पर जीतेगी कांग्रेस'
सज्जन वर्मा ने बताया, 'मैं जिन क्षेत्रों में घूमा, मुझे तो जनता के दो मनोभाव देखने को मिले. जनता शांत थी, लेकिन मनोभाव हम लोग परख लेते हैं. मैं यह कहता हूं कि राजनीतिक भाषण से अलग हट कर बात करें, तो जनता ने यह कोशिश की है कि 28 की 28 सीट कांग्रेस की झोली में जाएं. ताकि जो मध्य प्रदेश के माथे पर कलंक लगा है. वो मिट जाए. दिल्ली का आदमी सोचता है कि मध्य प्रदेश बिकाऊ हो गया. किसी अन्य राज्य में जाओ, तो मध्यप्रदेश बिकाऊ हो गया है. इस कलंक से जनता और राजनीतिक दल परेशान हैं और इस कलंक को मिटाने के लिए जनता ने भरपूर सहयोग कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देकर किया है.'
'अंकगणित नहीं रखता मायने'
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, 'मैं कहना चाहता हूं कि अंकगणित भले कठिन लग रहा हो, अंक गणित के अंकों तक पहुंचना बड़ा कठिन लग रहा हो, लेकिन इस सवाल को हल करने के लिए जनता ने कलम अपने हाथ में ली है. जनता चाहती है कि अब स्थाई सरकार बने. इन 28 चुनाव में जनता ने 28 के 28 विधानसभा में खुलकर और दमदारी से कांग्रेस को वोट दिया है. इन्हीं बातों से हम कह सकते हैं कि अंकगणित कांग्रेस के पक्ष में रहेगा. क्योंकि कांग्रेस से ज्यादा जनता चुनाव लड़ी है, यह आत्मविश्वास हमें है कि चुनाव जनता लड़ रही थी. हम लोग 28 विधानसभा घूमे हैं, जनता शांत जरूर थी. लेकिन मनोभाव से पता चलता है कि इस बार वह स्थाई सरकार देना चाहती है.'
'विधायकों को प्रलोभन का काम अभी भी चालू'
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, 'कई विधायकों ने कहा भी है कि आज भी भाजपा का प्रलोभन दे रही है. यह बात और भी सिद्ध करती है कि भाजपा का आंतरिक सर्वे भी उनकी हार की तरफ इशारा कर रहा है. अब उनके पास कोई चारा बचा नहीं है, तो सोचते हैं कि चार- पांच विधायकों और तोड़कर संख्या बल कम कर दिया जाए. लेकिन हमारे सब विधायक संपर्क में हैं और सभी ने शपथ ली है. इस तरह का व्यवहार किए हुए लोगों के साथ जनता ने उनके क्षेत्रों में किया, वह हमारे साथ ना हो. किसी को गांव से भगाया गया, किसी को जूतों की माला पहनाई गई. यह व्यवहार हम नहीं चाहते हैं कि हमारे साथ हो, हम सब मजबूती के साथ कांग्रेस के साथ खड़े हैं. बीजेपी विधायकों को रिसार्ट में ले जा रहे हैं. हम लोग इस तरह की कोशिश नहीं कर रहे हैं. हम एक दूसरे के संपर्क में हैं और एक दूसरे को साहस प्रदान कर रहे हैं.'
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'हनुमान भक्त कमलनाथ को मिलेगा मंगलवार को बजरंगबली का आशीर्वाद'
सज्जन सिंह वर्मा ने फिर एक बार दावा किया है कि बिल्कुल साफ जनादेश एक बार फिर जिस तरह 2018 में कांग्रेस को जनता ने दिया था. 10 नवंबर को मंगलवार को हनुमान जी के दिन यह स्पष्ट जनादेश कांग्रेस के पक्ष में फिर देने जा रही है. जनता का आशीर्वाद रहेगा कि बचे हुए तीन साल में सरकार जनहित के सारे मुद्दे हल करेगी जो आवश्यक है.
सदन में विधायकों की स्थिति
- भारतीय जनता पार्टी -107
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस-88
- बहुजन समाजवादी पार्टी -2
- समाजवादी पार्टी -1
- निर्दलीय विधायक -4