भोपाल। मध्यप्रदेश में सिंधिया की बगावत के सहारे भाजपा ने कमलनाथ सरकार बनाकर अपनी सरकार तो बना ली, लेकिन नाराज लोगों को अब तक नहीं मना पा रही है. मंत्रिमंडल में जगह ना मिलने से नाराज भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई आए दिन पार्टी पर किसी ना किसी बहाने सवाल खड़ा करते हैं.
शायर राहत इंदौरी के निधन के बाद उन्होंने एक शायरी ट्वीट की थी. सियासी गलियारों में इस शायरी का मतलब पार्टी से उनकी नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है. अब इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस बीजेपी पर निशाना साध रही है. हालांकि ट्वीट वायरल हो जाने के बाद सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने जो पीड़ा जाहिर की है, वो जनता भी महसूस कर रही है. लोकतंत्र भी महसूस कर रहा है. उनकी पीड़ा मूल्यों को लेकर है. हिंदुस्तान के अंदर किसी भी पार्टी में जो मूल्य सजग लोग हैं, वह सरकारें तोड़ने की नई तालीम में तकलीफ महसूस कर रहे हैं.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि भाजपा ने विभीषण राज को स्वीकार किया है. उसके बाद बहुत सारे सपूत जो अपने आप को भाजपा का सपूत समझते थे, उनकी कपूतों में गिनती होने लगी है. उनका दुख जायज है. अजय विश्नोई जैसे नेता जो छात्र जीवन से लगातार सक्रिय हैं, उनको यदि तकलीफ है, तो इसका मतलब है कि कितनी बड़ी कीमत चुका कर भाजपा ने गद्दारों और विभीषण राज को शामिल किया है.
बता दें उन्होंने मशहूर शायर राहत इंदौर को श्रद्धांजलि देते हुए कुछ पंक्तियां ट्वीट की थीं. जिसके बाद बवाल मच गया था. हालांकि उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट भी कर दिया था. ये पंक्तियां थीं-
" क्या दिन दिखा रही है सियासत की धूप छांव.
जो कल सपूत थे,वो आज कपूतों में आ गए."