भोपाल। राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर जमकर सियासत हो रही है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस को राम का नाम लेने का अधिकार नहीं है. वहीं उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर तंज कसते हुए कहा है कि उन्होंने राम मंदिर को लेकर एक भी शब्द नहीं कहा. कांग्रेस के एक नेता मुहूर्त पर सवाल खड़े कर रहे हैं, तो दूसरे हनुमान चालीसा कर रहे हैं. कांग्रेस को एक पंक्ति में खड़ा होना चाहिए. नरोत्तम मिश्रा के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा भगवान राम की ठेकेदार न बने, राम सभी के हैं.आरएसएस के जन्म के पहले से ही कांग्रेस 'रघुपति राघव राजा राम' गा रही है.
कांग्रेस नेता भूपेंद्र गुप्ता ने नरोत्तम मिश्रा के बयान पर हैरानी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन किए जाने से पूर्व भाजपा बौखला रही है. भूपेंद्र गुप्ता ने नरोत्तम मिश्रा को याद कराया कि जब भाजपा का जन्म भी नहीं हुआ था और न ही संघ का, तब से महात्मा गांधी राजाराम की प्रार्थनाएं गाते रहे हैं. इसलिए वे भक्ति और भक्तों के ठेकेदार न बनें. प्रभु का भक्त होने के लिए भाजपा का सदस्य होना जरूरी नहीं है, न तो शास्त्रों में है और न ही स्वयं भगवान ने ऐसी कोई पात्रता निर्धारित की है. जिसके नाम पर भाजपा नेता बयानबाजी कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि धर्म को समझने वाले लोग इस तरह के बयान नहीं देते हैं और न ही दूसरे भक्तों का अपमान करते हैं. भूपेंद्र गुप्ता ने नरोत्तम मिश्रा से पूछा है कि 1985 के पूर्व में अपना या अपने नेता का भगवान राम के संदर्भ में कोई बयान बताएं. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा आयोजित कार्यक्रम आस्था और आध्यात्म का समागम है. कमलनाथ काम करने में विश्वास रखते हैं. वे झूठी घोषणा नहीं करते हैं. इसलिए उन्होंने न केवल राम वन गमन पथ के निर्माण की योजना, महाकाल परिसर के विकास की योजना, ओंकारेश्वर और ओरछा के राम राजा मंदिर के विकास की योजना बनाई. उनके लिए पैसों की व्यवस्था भी की. उन्होंने कहा कि भगवान राम बीजेपी के पेटेंट नहीं हैं वो सबके हैं.