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मणिशंकर अय्यर के 'नीच' का कांग्रेस ने किया समर्थन, कहा- बीजेपी की भाषा चिल्लर नेताओं जैसी हो गई - भोपाल

कांग्रेस मणिशंकर के बयान के समर्थन में आई. कांग्रेस ने पीएम मोदी की भाषा पर सवाल उठाते हुए जिस तरह की भाषा का वे इस्तेमाल कर रहे हैं. वो ठीक नहीं है.

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Published : May 15, 2019, 8:59 AM IST

भोपाल। लोकसभा चुनाव के आखिरी दौर में भी राजनीतिक पार्टियों के बीच बयानबाजियां थमने का नाम नहीं ले रही है. सैम पित्रोदा और पीएम मोदी के बाद अब बयानबाजियों के मैदान में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर उतर आए हैं. गुजरात चुनाव के समय दिए बयान पर मणिशंकर अय्यर द्वारा कायम रहने की बात पर एक बार फिर सियासत गर्मा गई है. कांग्रेस मणिशंकर अय्यर के समर्थन में उतर आई है.

मध्य प्रदेश कांग्रेस के को-ऑर्डिनेटर भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि किसी पद की आड़ में खुद को सुरक्षित नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत का हर नागरिक शर्मिंदगी से भरा है. उन्होंने कहा कि दुनिया भी देख रही है कि भारत का राष्ट्र प्रमुख किस भाषा में लोगों से पेश आ रहा है. जब यह भाषाएं पीएम आम कर दोगे, तो यह रोज चलन में आ जाएंगी. अमित शाह ने राष्टपिता महात्मा गांधी को चतुर बनिया बोलने पर क्या माफी मांगी है.

कांग्रेस ने किया मणिशंकर अय्यर का समर्थन

भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि हमारे देश के मूल्यों और संस्कृति को नष्ट करने के जो प्रयास बीजेपी और संघ के माध्यम से हो रहे हैं. इनको सुधारने में सैकड़ों साल लग जाएंगे. समाज की सोच और भाषा विन्यास पूरी तरह से बदल दिया गया है.
शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आखिर 5 साल में समाज ऐसा कैसे बन गया, इस पर उन्हें विचार करना चाहिए. आज जो भाषा शिवराज सिंह बोल रहे हैं, उनकी भाषा पहले तो ऐसी नहीं थी. 100 दिन के सत्ता में ना रहने के अवसाद में आपकी भाषा चिल्लर नेताओं की जैसी हो गई है. बता दें कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने गुजरात चुनाव के वक्त पीएम मोदी को नीच कहा था. जिसे वह आज भी सही बता रहे है.

भोपाल। लोकसभा चुनाव के आखिरी दौर में भी राजनीतिक पार्टियों के बीच बयानबाजियां थमने का नाम नहीं ले रही है. सैम पित्रोदा और पीएम मोदी के बाद अब बयानबाजियों के मैदान में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर उतर आए हैं. गुजरात चुनाव के समय दिए बयान पर मणिशंकर अय्यर द्वारा कायम रहने की बात पर एक बार फिर सियासत गर्मा गई है. कांग्रेस मणिशंकर अय्यर के समर्थन में उतर आई है.

मध्य प्रदेश कांग्रेस के को-ऑर्डिनेटर भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि किसी पद की आड़ में खुद को सुरक्षित नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत का हर नागरिक शर्मिंदगी से भरा है. उन्होंने कहा कि दुनिया भी देख रही है कि भारत का राष्ट्र प्रमुख किस भाषा में लोगों से पेश आ रहा है. जब यह भाषाएं पीएम आम कर दोगे, तो यह रोज चलन में आ जाएंगी. अमित शाह ने राष्टपिता महात्मा गांधी को चतुर बनिया बोलने पर क्या माफी मांगी है.

कांग्रेस ने किया मणिशंकर अय्यर का समर्थन

भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि हमारे देश के मूल्यों और संस्कृति को नष्ट करने के जो प्रयास बीजेपी और संघ के माध्यम से हो रहे हैं. इनको सुधारने में सैकड़ों साल लग जाएंगे. समाज की सोच और भाषा विन्यास पूरी तरह से बदल दिया गया है.
शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आखिर 5 साल में समाज ऐसा कैसे बन गया, इस पर उन्हें विचार करना चाहिए. आज जो भाषा शिवराज सिंह बोल रहे हैं, उनकी भाषा पहले तो ऐसी नहीं थी. 100 दिन के सत्ता में ना रहने के अवसाद में आपकी भाषा चिल्लर नेताओं की जैसी हो गई है. बता दें कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने गुजरात चुनाव के वक्त पीएम मोदी को नीच कहा था. जिसे वह आज भी सही बता रहे है.

Intro:भोपाल। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में एक बार फिर बयानों को लेकर सियासत हो रही है। दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों की तरफ से बयानों के तीर चल रहे हैं और भाषा का स्तर गिरता जा रहा है। बीजेपी जहां सेम पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस को घेर रही है, तो कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी को उनकी भाषा को लेकर टारगेट कर रही है। चुनाव के अंतिम चरण में दोनों दलों की तल्खी इतनी बढ़ गई है कि मणिशंकर अय्यर भी मैदान में कूद गए हैं और उस बयान पर कायम होने की बात कर रहे हैं। जो उन्होंने गुजरात समय चुनाव के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिया था। हालांकि यह बयान एक तरह से गुजरात में कांग्रेस की हार का कारण माना जाता है और इस बात से नाराज होकर राहुल गांधी ने मणिशंकर अय्यर पर कार्रवाई भी की थी।लेकिन लोकसभा चुनाव में बढ़ती जा रही बदजुबानी के बीच आज अचानक मणि शंकर अय्यर मीडिया के सामने आकर अपने बयान पर कायम होने की बात कह रहे हैं और खास बात यह है कि कांग्रेसी उनके समर्थन में हैं।


Body:लोकसभा चुनाव की अंतिम चरण में अब तक गायब रहे कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर अचानक प्रकट होकर गुजरात चुनाव के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए अपने बयान पर कायम होने की बात कही है। उनके बयान के खिलाफ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पूरी कांग्रेस को ही नीच सोच का बता दिया है। लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस का समर्थन कर रही है और भाजपा को उन बयानों को याद दिलाने की कोशिश कर रही है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेहरू, इंदिरा, राजीव गांधी सोनिया और राहुल गांधी से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ दिए हैं। इन बयानों को लेकर कांग्रेस मणिशंकर अय्यर को सही ठहराते हुए भाजपा की जुबानी पर सवाल खड़े कर रही है।

मप्र कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि बुनियादी सवाल यह है कि अगर आप किसी पद की आड़ में अपनी सुरक्षा करना चाहते हैं, तो उस पद की गरिमा बचाए रखने की जिम्मेदारी किसकी है। अगर आप मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के पद पर बैठकर घटिया राजनीति करेंगे और देश के राजनेताओं की मूर्ति का खंडन मंडन करेंगे और पूरी दुनिया को चोर बताएंगे, तो आज पूरा देश पूछ रहा है कि हिंदुस्तान में एक आदमी को छोड़कर सब चोर हैं क्या? क्या मायावती, क्या अखिलेश, क्या ममता बनर्जी, क्या नायडू,क्या स्टालिन हिंदुस्तान का कौन सा लीडर नहीं है जिसको उन्होंने चोर और डाकू नहीं कहा है। नीतीश कुमार के तो डीएनए खराब होने तक की बात उन्होंने कही थी। आप जातिवाद की रोज निंदा करते हैं, आप की चुनाव की बारी आती है तो आप अति दलित,पिछड़ा और तेली बन जाते हैं। यह देश पूछ रहा है कि यदि आप पद की मर्यादा की आड़ में बचना चाहते हैं तो उस पद की इज्जत रखिए। भाजपा के नेता गडकरी ने भारतीय राजनीति में एक नया शब्द चिल्लर राजनेता दिया था। आज ऐसा लगता है कि हमारे देश का सबसे बड़ा नेता के नेताओं की तरह राजनीति कर रहा है। यह काफी दुखद और त्रासद है।


Conclusion:भूपेंद्र गुप्ता कहते हैं कि आज भारत का हर नागरिक शर्मिंदगी से भरा है। आज दुनिया भी देख रही है कि भारत का राष्ट्र प्रमुख किस भाषा में लोगों से पेश आ रहा है।जब यह भाषाएं आप आम कर दोगे, तो यह भाषाएं रोज चलन में आ जाएंगी। गांधी जी जो राष्ट्रपिता है, 135 देशों में जिन की मूर्तियां लगी है। जिन अंग्रेजो ने हमें गुलाम बनाया था, उनकी संसद में उनकी मूर्ति लगी हुई है। उनको चतुर बनिया बोलते हुए आपको शर्म नहीं आई। आप कह रहे हैं कि ऐसा नहीं कहना चाहिए, कभी यह सवाल आप अपने आप से करिए। क्या अमित शाह ने गांधी को चतुर बनिया बोलने पर माफी मांगी है। हमारे देश के मूल्यों और संस्कृति को नष्ट भ्रष्ट करने के जो प्रयास भाजपा और संघ के माध्यम से हो रहे हैं, इन को सुधारने में सैकड़ों साल लग जाएंगे।समाज की सोच और भाषा विन्यास पूरी तरह से बदल दिया गया है। हर आदमी घृणा और निंदा से भरा हुआ है। आखिर 5 साल में समाज ऐसा कैसे बन गया। इन सवालों पर शिवराज सिंह को विचार करना चाहिए। आज जो भाषा शिवराज सिंह बोल रहे हैं, उनकी भाषा पहले तो ऐसी नहीं थी। 100 दिन के सत्ता में ना रहने के अवसाद में आपकी भाषा चिल्लर नेताओं की जैसी हो गई।यह जब होगा तो सवाल खड़े होंगे, सब अपनी अपनी भाषा में बोलेंगे।कोई अच्छे शब्द हो सकते हैं, तो शिवराज सिंह बताएं।उन शब्दों के प्रयोग लोग करने लगेंगे।
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