भोपाल। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने गलत तरीके से दर्ज किए जा रहे मामलों में संबंधित कर्मचारी अधिकारियों के खिलाफ कांग्रेस कोर्ट जाएगी. पूर्व मुख्यमंत्री ने पीसीसी में कांग्रेस अत्याचार निवारण प्रकोष्ठ की बैठक की. बैठक में तय किया गया कि जिन कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ जिलों में मामले दर्ज किए जा रहे हैं, उसकी लड़ाई कांग्रेस कोर्ट में मुफ्त में लड़ेगी. उधर मीडिया से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस परिवर्तन संकल्प अभियान शुरू करने जा रही है.
पार्टी नेताओं पर जबरन थोपे जा रहे मामले: प्रताड़ित कांग्रेस के कार्यकर्ता होंगे, चाहे वे तहसील, एसडीएम, कलेक्टर या डीजे कोर्ट के मामले होंगे. ऐसे सभी कार्यकर्ताओं की लड़ाई मुफ्त में कांग्रेस लड़ेगी. शशांक शेखर ने ऐसे प्रकरणों की सूची तैयार करके दी है, जिसे हर जिले में जिलाध्यक्षों, विधायकों को सौंपी जाएगी. इसके अलावा कांग्रेस द्वारा दो मोबाइल नंबर भी जारी किए जाएंगे. यदि किसी कार्यकर्ता को परेशान किया जाता है तो वह इन नंबर्स पर आधी रात को भी कॉल कर मदद ले सकेगा.
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एक ही शख्स ने दर्ज कराए 9 मामले: दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं पिछले दिनों दतिया, सुरखी, खुरई और रहली गया था. यहां छोटे-छोटे प्रकरणों में कार्यकर्ताओं को परेशान किया जाता है. कार्यकर्ताओं को 151 में ही 3 से 4 दिन के लिए जेल भेज दिया जाता है. खुरई में एक व्यक्ति ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर 9 मामले एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें या तो वह खुद शिकायतकर्ता है या फिर गवाह बना है. कई मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जिला बदर की कार्रवाई की जा रही है. जब पूछा जाता है तो अधिकारी कहते हैं कि ऊपर का दबाव है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि ऐसे कर्मचारी अधिकारी जो ऊपर के दबाव के चलते कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे प्रकरण पंजीबद्ध कर रहे हैं, उनके खिलाफ भी कोर्ट में मामला लेकर जाएंगे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस परिवर्तन संकल्प अभियान शुरू करने जा रही है. इसमें दतिया, खुरई-रहली के बीच में और बदनाबर में कमलनाथ की तीन सभाएं आयोजित कराई जाएंगी. उन्होंने कहा कि सामने आ रहा है कि सरकारी जमीनों को लोगों ने अपने नाम करा लिया है, ऐसे मामलों को भी कांग्रेस खोजकर कार्रवाई करेगी.