भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में 24 जुलाई को हुए मत विभाजन के दौरान बीजेपी के दो विधायकों ने कांग्रेस का समर्थन किया है. वे अब कांग्रेस के पाले में खड़े नजर आ रहे हैं. वहीं पहले जहां कांग्रेस कार्यकर्ता बीजेपी की धमकियों से हताश नजर आते थे, वे अब इस घटनाक्रम के बाद उत्साह से भरे नजर आ रहे हैं. जिसके चलते पीसीसी के बाहर कांग्रेस के पोस्टर लगे हुए हैं.
शहरयार खान का कहना है कि पिछले 7 महीने से बीजेपी के नेता रोजाना सरकार गिराने की धमकी देते थे. लेकिन उनकी धमकी का मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जोरदार जवाब दिया और साबित किया है कि यह सरकार 5 साल चलने वाली है. इतना ही नहीं कांग्रेस का दावा है कि अभी भी बीजेपी अगर हमारी सरकार को अल्पमत की सरकार बता रही है तो अविश्वास प्रस्ताव पेश करके सदन में एक बार फिर बहुमत का फैसला करा सकती है.
शहरयार का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा था कि कमलनाथ की सरकार अल्पमत की सरकार है. जबकि सीएम ने विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में एक तरह से अपना बहुमत सिद्ध कर चुके हैं. लेकिन 24 जुलाई को हुए मत विभाजन में सिद्ध हो गया है कि कांग्रेस की सरकार बहुमत की सरकार है. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी को अभी भी गलतफहमी है, तो वह अविश्वास प्रस्ताव लाकर अपनी गलतफहमी दूर कर सकती है.उसे फिर मुंह की खानी पड़ेगी.