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IIFA अवॉर्ड पर शिवराज ने उठाए सवाल, तो कांग्रेस ने दिया ये जवाब

IIFA अवॉर्ड के आयोजन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा, तो कांग्रेस ने जवाबी हमला करते हुए पलटवार किया है. कांग्रेस का कहना है कि व्यापमं घोटाले से मध्यप्रदेश की बदनामी हुई है, आईफा अवॉर्ड के आयोजन से उसकी भरपाई होगी. ने जो ट्वीट किया था उस पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. केके मिश्रा का कहना है कि शिवराज जी ये तो सिर्फ बानगी है.

congress response on shivraj's tweet for IIFA in bhopal
शिवराज सिंह पर कांग्रेस का पलटवार
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Published : Feb 4, 2020, 3:53 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में होने जा रहे IIFA अवॉर्ड को लेकर सियासत चरम पर है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा था कि, कांग्रेस सरकार पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है. इसलिए अतिथि विद्वान और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने की बजाय IIFA अवॉर्ड में करोड़ों रुपए उड़ाने के लिए सरकार बावली हो गई है. शिवराज के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि, अपनी ब्रांडिंग पर करोड़ों लुटाने वालों को बताना चाहिए कि, मध्यप्रदेश को क्या हासिल हुआ ?

कांग्रेस का कहना है कि, व्यापमं के कारण दुनिया में धूमिल हुई प्रदेश की प्रतिष्ठा फिर से कायम होगी. गौरतलब है की IIFA अवॉर्ड को लेकर जमकर सियासत हो रही है. BJP सरकार पर किसानों और बेरोजगारों की अनदेखी कर फिल्मी सितारों पर पैसे लुटाने का आरोप लगा रही है. तो वहीं कांग्रेस मध्यप्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने की बात कर रही है.

शिवराज सिंह पर कांग्रेस का पलटवार


पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट करके कहा था कि, कांग्रेस सरकार पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है. इसीलिए अतिथि विद्वान और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने व उनका हक देने की बजाय करोड़ों रुपए IIFA अवार्ड की चकाचौंध पर उड़ाने के लिए सरकार बावली हो गई है. उन्होंने कहा कि अतिथि विद्वानों के बच्चों और परिवार की हाय सरकार को ले डूबेगी.

शिवराज सिंह के ट्वीट पर पलटवार करते हुए AICC सदस्य केके मिश्रा ने कहा है कि, 'IIFA अवॉर्ड को लेकर सुना है कि पूर्व मुख्यमंत्री और हर विषय पर अधिक बोलने में मर्मज्ञ शिवराज सिंह चौहान बहुत आहत हैं. उनका कहना है कि, इस आयोजन में राज्य सरकार करोड़ों रुपए उड़ा रही है. आदरणीय पूर्व मुख्यमंत्री जी इस प्रतिष्ठित आयोजन से मध्य प्रदेश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दमकेगा. जिसे आपने व्यापमं महाघोटाले के रूप में पूरी तरह अपमानित कर दिया है'.

  • कांग्रेस सरकार पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। इसीलिए अतिथि विद्वानों और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने व उनका हक देने की बजाय करोड़ों रुपए #IIFA अवॉर्ड की चकाचौंध पर उड़ाने के लिए सरकार बावली है। अतिथि विद्वानों के बच्चों और परिवार की हाय सरकार को ले डूबेगी। #MP_मांगे_जवाब https://t.co/oWfuINpfA9

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 3, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

केके मिश्रा का पूर्व सीएम शिवराज से सवाल

1- प्रदेश के खजाने के करीब 750 करोड़ खर्च करने के बाद मां नर्मदा की अपेक्षा सिर्फ आपकी ब्रांडिंग को लेकर संपन्न नमामि देवी नर्मदे, नर्मदा सेवा यात्रा से प्रदेश को क्या मिला ?

2- इस दौरान लगाए गए छह करोड़ 67 लाख पौधे क्या फ्री में प्राप्त हुए थे. करोड़ों के पेड़ आज कहां है, इन्हें कौन खा गया, इससे प्रदेश को क्या मिला ?

3 - करोड़ों के भ्रष्टाचार को समर्पित हमारी धार्मिक आस्थाओं से जुड़े सेहत महाकुंभ के दौरान आयोजित वैचारिक कुंभ जिसे RSS को खुश करने के लिए आयोजित किया गया था. संघ को चांदी की थालियों में स्वादिष्ट भोजन कराया गया था ? इसमें कितना खर्च हुआ था? प्रदेश को क्या मिला?

4- करोड़ों के खर्च के बाद आप के शासनकाल में राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था. इसमें प्रधानमंत्री ने भी शिरकत की थी. इसमें आपने ये घोषणा की थी कि अब मंत्रालय में सारे पत्र व्यवहार हिंदी में होंगे. प्रदेश को क्या मिला ?

5- करोड़ों खर्च करके आयोजित किए गए 8 इनवेस्टर्स समिट में सिर्फ और सिर्फ विदेशों तक आपकी अपनी ही ब्रांडिंग/ पारिवारिक यात्राओं का दौर चला. विदेशों में भी विज्ञापन प्रकाशित-प्रसारित किए गए थे, जो फ्री में नहीं थे. कहा तो यह भी जा रहा है कि, विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के नाम पर हुए विभिन्न दौरों और रोड शो में आपके साथ गए लोगों ने अपनी काली कमाई का भी विदेशों में एडजस्टमेंट किया. करोड़ों के खर्च के बाद प्रदेश में कितने युद्ध उद्योग आए, कितने युवाओं को रोजगार व प्रदेश को क्या मिला ?

भोपाल। मध्यप्रदेश में होने जा रहे IIFA अवॉर्ड को लेकर सियासत चरम पर है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा था कि, कांग्रेस सरकार पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है. इसलिए अतिथि विद्वान और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने की बजाय IIFA अवॉर्ड में करोड़ों रुपए उड़ाने के लिए सरकार बावली हो गई है. शिवराज के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि, अपनी ब्रांडिंग पर करोड़ों लुटाने वालों को बताना चाहिए कि, मध्यप्रदेश को क्या हासिल हुआ ?

कांग्रेस का कहना है कि, व्यापमं के कारण दुनिया में धूमिल हुई प्रदेश की प्रतिष्ठा फिर से कायम होगी. गौरतलब है की IIFA अवॉर्ड को लेकर जमकर सियासत हो रही है. BJP सरकार पर किसानों और बेरोजगारों की अनदेखी कर फिल्मी सितारों पर पैसे लुटाने का आरोप लगा रही है. तो वहीं कांग्रेस मध्यप्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने की बात कर रही है.

शिवराज सिंह पर कांग्रेस का पलटवार


पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट करके कहा था कि, कांग्रेस सरकार पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है. इसीलिए अतिथि विद्वान और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने व उनका हक देने की बजाय करोड़ों रुपए IIFA अवार्ड की चकाचौंध पर उड़ाने के लिए सरकार बावली हो गई है. उन्होंने कहा कि अतिथि विद्वानों के बच्चों और परिवार की हाय सरकार को ले डूबेगी.

शिवराज सिंह के ट्वीट पर पलटवार करते हुए AICC सदस्य केके मिश्रा ने कहा है कि, 'IIFA अवॉर्ड को लेकर सुना है कि पूर्व मुख्यमंत्री और हर विषय पर अधिक बोलने में मर्मज्ञ शिवराज सिंह चौहान बहुत आहत हैं. उनका कहना है कि, इस आयोजन में राज्य सरकार करोड़ों रुपए उड़ा रही है. आदरणीय पूर्व मुख्यमंत्री जी इस प्रतिष्ठित आयोजन से मध्य प्रदेश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दमकेगा. जिसे आपने व्यापमं महाघोटाले के रूप में पूरी तरह अपमानित कर दिया है'.

  • कांग्रेस सरकार पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। इसीलिए अतिथि विद्वानों और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने व उनका हक देने की बजाय करोड़ों रुपए #IIFA अवॉर्ड की चकाचौंध पर उड़ाने के लिए सरकार बावली है। अतिथि विद्वानों के बच्चों और परिवार की हाय सरकार को ले डूबेगी। #MP_मांगे_जवाब https://t.co/oWfuINpfA9

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 3, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

केके मिश्रा का पूर्व सीएम शिवराज से सवाल

1- प्रदेश के खजाने के करीब 750 करोड़ खर्च करने के बाद मां नर्मदा की अपेक्षा सिर्फ आपकी ब्रांडिंग को लेकर संपन्न नमामि देवी नर्मदे, नर्मदा सेवा यात्रा से प्रदेश को क्या मिला ?

2- इस दौरान लगाए गए छह करोड़ 67 लाख पौधे क्या फ्री में प्राप्त हुए थे. करोड़ों के पेड़ आज कहां है, इन्हें कौन खा गया, इससे प्रदेश को क्या मिला ?

3 - करोड़ों के भ्रष्टाचार को समर्पित हमारी धार्मिक आस्थाओं से जुड़े सेहत महाकुंभ के दौरान आयोजित वैचारिक कुंभ जिसे RSS को खुश करने के लिए आयोजित किया गया था. संघ को चांदी की थालियों में स्वादिष्ट भोजन कराया गया था ? इसमें कितना खर्च हुआ था? प्रदेश को क्या मिला?

4- करोड़ों के खर्च के बाद आप के शासनकाल में राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था. इसमें प्रधानमंत्री ने भी शिरकत की थी. इसमें आपने ये घोषणा की थी कि अब मंत्रालय में सारे पत्र व्यवहार हिंदी में होंगे. प्रदेश को क्या मिला ?

5- करोड़ों खर्च करके आयोजित किए गए 8 इनवेस्टर्स समिट में सिर्फ और सिर्फ विदेशों तक आपकी अपनी ही ब्रांडिंग/ पारिवारिक यात्राओं का दौर चला. विदेशों में भी विज्ञापन प्रकाशित-प्रसारित किए गए थे, जो फ्री में नहीं थे. कहा तो यह भी जा रहा है कि, विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के नाम पर हुए विभिन्न दौरों और रोड शो में आपके साथ गए लोगों ने अपनी काली कमाई का भी विदेशों में एडजस्टमेंट किया. करोड़ों के खर्च के बाद प्रदेश में कितने युद्ध उद्योग आए, कितने युवाओं को रोजगार व प्रदेश को क्या मिला ?

Intro:भोपाल। मध्यप्रदेश में होने जा रहे आईफा अवार्ड को लेकर सियासत चरम पर है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा था कि कांग्रेस की सरकार को सत्ता का नशा सर चढ़कर बोल रहा है। इसलिए अतिथि विद्वान और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने की बजाय आइफा अवार्ड में करोड़ों रुपए उड़ाने के लिए सरकार बावली है। शिवराज सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि अपनी ब्रांडिंग पर करोड़ों लुटाने वालों को बताना चाहिए कि मध्यप्रदेश को क्या हासिल हुआ? आईफा अवार्ड से मध्य प्रदेश की व्यापमं के कारण दुनिया में धूमिल हुई प्रतिष्ठा फिर से कायम होगी। गौरतलब है कि आईफा अवार्ड को लेकर जमकर सियासत हो रही है।बीजेपी सरकार पर किसानों और बेरोजगारों की अनदेखी कर फिल्मी सितारों पर पैसे लौटाने का आरोप लगा रही है। वहीं कांग्रेस मध्य प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने की बात कर रही है।


Body:दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट करके कहा था कि...
कांग्रेस सरकार पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। इसीलिए अतिथि विद्वान और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने व उनका हक देने की बजाय करोड़ों रुपए आईफा अवार्ड की चकाचौंध पर उड़ाने के लिए सरकार बावली है।अतिथि विद्वानों के बच्चों और परिवार की हाय सरकार को ले डूबेगी।

शिवराज सिंह के ट्वीट पर पलटवार करते हुए एआईसीसी सदस्य केके मिश्रा ने कहा है कि आईफा अवार्ड को लेकर सुना है कि पूर्व मुख्यमंत्री और हर विषय पर अधिक बोलने में मर्मज्ञ शिवराज सिंह चौहान बहुत आहत है। उनका कहना है कि इस आयोजन में राज्य सरकार करोड़ों रुपए उड़ा रही है।आदरणीय पूर्व मुख्यमंत्री जी इस लब्ध प्रतिष्ठित आयोजन से मध्य प्रदेश का वह आकाश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दमकेगा। जिसे आपने व्यापमं महाघोटाले के रूप में पूरी तरह अपमानित कर दिया है।

केके मिश्रा का कहना है कि सत्ता से हट जाने के बाद विपक्ष में रहने पर आपका असहनीय रुदन स्वभाविक है। यदि इसमें आपको करोड़ों रुपए का बोझ दिखाई दे रहा है। तो कृपा कर प्रदेश को यह भी बता दीजिए कि..

1- प्रदेश के खजाने के करीब 750 करोड़ खर्च करने के बाद मां नर्मदा की अपेक्षा सिर्फ आपकी ब्रांडिंग को लेकर संपन्न नमामि देवी नर्मदे नर्मदा सेवा यात्रा से प्रदेश को क्या मिला?

2- इस दौरान लगाए गए छह करोड़ 67 लाख पेड़ क्या फ्री में प्राप्त हुए थे। करोड़ों के पेड़ आज कहां है, इन्हें कौन खा गया, इससे प्रदेश को क्या मिला?

3 - करोड़ों के भ्रष्टाचार को समर्पित हमारी धार्मिक आस्थाओं से जुड़े सेहत महाकुंभ के दौरान आयोजित वैचारिक कुंभ जिसे आर एस एस कबीले को खुश करने के लिए आयोजित किया गया था। संघ कबीले को चांदी की थालियों में स्वादिष्ट भोजन कराया गया था ? इसमें कितना खर्च हुआ था? प्रदेश को क्या मिला?

4- करोड़ों के खर्च के बाद आप के शासनकाल में राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था। इसमें प्रधानमंत्री ने भी शिरकत की थी। इसमें आपने है घोषणा की थी कि अब मंत्रालय में सारे पत्र व्यवहार हिंदी में होंगे। प्रदेश को क्या मिला?

5- करोड़ों के खर्च से संपन्न विभिन्न 8 इनवेस्टर्स समिट में सिर्फ और सिर्फ विदेशों तक आपकी अपनी ही ब्रांडिंग/ पारिवारिक यात्राओं का दौर चला. विदेशों में भी विज्ञापन प्रकाशित/ प्रसारित किए गए थे,जो फ्री में नहीं थे। कहा तो यह भी जा रहा है कि विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के नाम पर हुए विभिन्न दौरों और रोड शो में आपके साथ गए लोगों ने अपनी काली कमाई का भी विदेशों में एडजस्टमेंट किया। करोड़ों के खर्च के बाद प्रदेश में कितने युद्ध उद्योग आए, कितने युवाओं को रोजगार व प्रदेश को क्या मिला?


Conclusion:केके मिश्रा का कहना है कि शिवराज जी यह तो सिर्फ बानगी है। हमारे बुजुर्ग कहते हैं कि समझदारी इसी में है कि कुछ भी बोलने के पहले सोच लेना चाहिए और जब हमारा दामन खराब हो तो और भी अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए।
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