भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा पहुंचकर आज विधानसभा की सदस्यता ग्रहण की. विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कमलनाथ को सदस्यता दिलाई, इसके बाद मीडिया से चर्चा के दौरान कमलनाथ ने कहा कि "आज मैंने शपथ ली है और प्रदेश की सेवा का एक और मौका मुझे मिला है." चर्चा के दौरान कमलनाथ से सवाल किया गया कि पार्टी वाला कमान आपसे नाराज है और इस वजह से अध्यक्ष पद से आपको हटाया गया, इसके जवाब में कमलनाथ ने कहा कि "यह आप दिल्ली नेतृत्व से ही पूछिए." हालांकि कमलनाथ ने ये भी कहा कि "मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा, मध्य प्रदेश में ही सक्रिय रहूंगा. आखिर में दिल्ली क्यों जाऊं?"
मध्य प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के सवाल पर चुप्पी साधी: चर्चा के दौरान जब कमलनाथ से सवाल किया गया कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है क्या इसका फायदा आगामी लोकसभा चुनाव में मिलेगा, इस सवाल के जवाब में पीछे खड़े प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की तरफ इशारा करते हुए कमलनाथ ने कहा यह सवाल इनसे ही पूछिए. कमलनाथ से जब सवाल किया गया कि अब क्या आप दिल्ली (केंद्र) की राजनीति करेंगे, इसके जवाब में कमलनाथ ने कहा कि "आखिर में क्यों दिल्ली जाऊं, मैं मध्य प्रदेश में ही रहूंगा."
गठबंधन का कुछ निचोड़ निकलेगा: दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि "गठबंधन को लेकर लगातार चर्चा चल रही है, लेकिन मैं इस बैठक में शामिल नहीं था. लेकिन उम्मीद है कि चर्चा से कुछ तो निचोड़ निकलेगा." कमलनाथ से जब सवाल किया गया कि कांग्रेस न्याय यात्रा निकाली जा रही है, इंडिया गठबंधन के साथ संयुक्त यात्रा क्यों नहीं निकली जा रही? इसके जवाब में कमलनाथ ने कहा कि मैं इसकी बैठक में शामिल नहीं था, इस बारे में मुझे नहीं पता.
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पहले शपथ लेने नहीं पहुंचे थे कमलनाथ: गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद विधानसभा सत्र के दौरान हुए शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शामिल नहीं हो सके थे, उन्होंने विधानसभा सचिवालय को पत्र लिखकर व्यक्तिगत कार्यों का हवाला देते हुए बाद में शपथ लेने का अनुरोध किया था. उधर मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी आलकमान ने प्रदेश कांग्रेस के संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया था और उनके स्थान पर युवा नेता जीतू पटवारी को प्रदेश की कमान सौंपी गई है.