ETV Bharat / state

एमपी के स्वास्थ अधिकारियों के खिलाफ कांग्रेस ने दिया विशेषाधिकार हनन का नोटिस - विधानसभा

कांग्रेस ने शनिवार को विधानसभा सचिव को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस सौंपा है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण के गलत आंकड़े पेश कर विधानसभा सत्र स्थगित करने की साजिश रची है.

vidhan sabha
विधानसभा सचिव
author img

By

Published : Jan 23, 2021, 6:49 PM IST

Updated : Jan 23, 2021, 7:11 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नोटिस दिया है. कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा सचिवालय पहुंचे और सचिव को स्वास्थ्य अधिकारियों को खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस सचिव को सौंपा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण के गलत आंकड़े पेश कर विधानसभा सत्र स्थगित करने की साजिश रची है.

स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के नोटिस

विधानसभा में किए गए गलत आंकड़े पेश

पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता गोविंद सिंह के साथ पीसी शर्मा शनिवार को विधानसभा सचिवालय पहुंचे. यहां उन्होंने विधानसभा सचिव को विशेषाधिकार हनन की सूचना दी. कांग्रेस ने स्वास्थ्य विभाग के ACS (अपर मुख्य सचिव) मोहम्मद सुलेमान, आयुक्त डॉ. संजय गोयल और CMHO भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी के खिलाफ विशेष अधिकार हनन की सूचना दी. इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारियों ने विधानसभा सत्र स्थगित कराने की साजिश रची और साजिश के तहत विधानसभा में कोरोना संक्रमण के गलत आंकड़े पेश किए.

पढ़ें- कोरोना के चलते स्थगित हुआ विधानसभा का शीतकालीन सत्र

विधानसभा सदस्यों को गुमराह करना जनहित के खिलाफ

पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने विधानसभा में सर्वदलीय बैठक के दौरान कोरोना संक्रमण के फर्जी आंकड़े पेश किए हैं और तथ्य छिपाए है. उन्होंने कहा कि विधानसभा सदस्यों को गुमराह करने का काम जनहित के खिलाफ है. इसीलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यह विधानसभा की अवमानना भी है.

पढ़ें- सत्ता और विपक्ष के सियासी दावों की भेंट चढ़ा विधानसभा सत्र

जानें पूरा मामला

28 दिसंबर 2020 से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होना था, लेकिन स्तर से पहले विधानसभा के सभी कर्मचारियों और विधायकों के कोरोना टेस्ट किए गए थे. जिसमें 50 से ज्यादा कर्मचारियों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आया था. वहीं कुछ विधायक भी पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद विधानसभा सर्वदलीय बैठक में विधानसभा सत्र को यह कहकर स्थगित कर दिया गया था की, कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं और विधायकों की सुरक्षा को देखते हुए सत्र स्थगित करना है उचित है. जिसके बाद विधानसभा का शीतकालीन सत्र स्थगित कर दिया गया था.

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नोटिस दिया है. कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा सचिवालय पहुंचे और सचिव को स्वास्थ्य अधिकारियों को खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस सचिव को सौंपा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण के गलत आंकड़े पेश कर विधानसभा सत्र स्थगित करने की साजिश रची है.

स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के नोटिस

विधानसभा में किए गए गलत आंकड़े पेश

पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता गोविंद सिंह के साथ पीसी शर्मा शनिवार को विधानसभा सचिवालय पहुंचे. यहां उन्होंने विधानसभा सचिव को विशेषाधिकार हनन की सूचना दी. कांग्रेस ने स्वास्थ्य विभाग के ACS (अपर मुख्य सचिव) मोहम्मद सुलेमान, आयुक्त डॉ. संजय गोयल और CMHO भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी के खिलाफ विशेष अधिकार हनन की सूचना दी. इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारियों ने विधानसभा सत्र स्थगित कराने की साजिश रची और साजिश के तहत विधानसभा में कोरोना संक्रमण के गलत आंकड़े पेश किए.

पढ़ें- कोरोना के चलते स्थगित हुआ विधानसभा का शीतकालीन सत्र

विधानसभा सदस्यों को गुमराह करना जनहित के खिलाफ

पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने विधानसभा में सर्वदलीय बैठक के दौरान कोरोना संक्रमण के फर्जी आंकड़े पेश किए हैं और तथ्य छिपाए है. उन्होंने कहा कि विधानसभा सदस्यों को गुमराह करने का काम जनहित के खिलाफ है. इसीलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यह विधानसभा की अवमानना भी है.

पढ़ें- सत्ता और विपक्ष के सियासी दावों की भेंट चढ़ा विधानसभा सत्र

जानें पूरा मामला

28 दिसंबर 2020 से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होना था, लेकिन स्तर से पहले विधानसभा के सभी कर्मचारियों और विधायकों के कोरोना टेस्ट किए गए थे. जिसमें 50 से ज्यादा कर्मचारियों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आया था. वहीं कुछ विधायक भी पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद विधानसभा सर्वदलीय बैठक में विधानसभा सत्र को यह कहकर स्थगित कर दिया गया था की, कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं और विधायकों की सुरक्षा को देखते हुए सत्र स्थगित करना है उचित है. जिसके बाद विधानसभा का शीतकालीन सत्र स्थगित कर दिया गया था.

Last Updated : Jan 23, 2021, 7:11 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.