भोपाल। राजधानी भोपाल में नगरीय निकाय चुनाव के लिए संपन्न हुई आरक्षण की प्रक्रिया को लेकर हुए विवाद पर कांग्रेस ने अपनी सफाई दी है. दरअसल कांग्रेस द्वारा छिंदवाड़ा नगरीय निकाय के आरक्षण को लेकर आपत्ति दर्ज की गई थी. जिस पर बीजेपी ने कांग्रेस पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाया था. इन आरोपों पर सफाई पेश करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि हमें आदिवासी वर्ग के लिए सीट आरक्षित होने पर एतराज नहीं था, बल्कि उसकी प्रक्रिया पर एतराज था.
भाजपा अपनी आदत के अनुसार दुष्प्रचार कर रही है
मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि निश्चित रूप से हमने जो बुधवार को आपत्ति पेश की थी. उसमें कहीं यह नहीं था कि आदिवासी वर्ग को लेकर आपत्ति थी. कांग्रेस पार्टी ने हमेशा आदिवासी वर्ग का सम्मान किया है. उनकी तरक्की के लिए हमेशा योजनाएं चलाई हैं. जब तक सरकार में रहे और नहीं भी रहे,तो उनके विकास का ध्यान रखा है. कमलनाथ जी ने मुख्यमंत्री रहते हुए भी आदिवासी वर्ग के लिए जितनी भी घोषणा की थी, उसका पालन उन्होंने किया है. यह अपने आप में ही इस बात का उत्तर है. कहीं कांग्रेस के किसी भी व्यक्ति ने यह नहीं बोला, यह तो बीजेपी के दुष्प्रचार का तरीका है और चुनाव में लाभ लेने की मंशा से हमेशा इस तरह के बयान देते रहते हैं.
संगठन महामंत्री राजीव सिंह ने कहा कि जिस तरह से आरक्षण प्रक्रिया हुई है,उसमे निश्चित रूप से कहीं ना कहीं कुछ स्थानों पर आपत्तियां हुई हैं. प्रक्रिया पर हम जरूर आपत्ति लेते हैं. विभाग को स्पष्ट करना चाहिए कि आरक्षण प्रक्रिया कब से करेंगे, उसमें क्या लेंगे क्या नहीं लेंगे, कब से करेंगे. अभी वर्तमान स्थिति में जो परिसीमन होगा, कितने वोटर बढ़ेंगे नगर निकाय चुनाव में उन सब चीजों का भी समावेश होना चाहिए. यह सब ना विभाग के अधिकारियों ने बताया और ना ही आरक्षण करने वाले लोगों ने बताया. हमने प्रक्रिया पर जरूर आपत्ति की थी, आदिवासी वर्ग का कहीं नाम नहीं लिया है. कांग्रेस स्वागत करती है और निश्चित रूप से छिंदवाड़ा में हमारा महापौर बनेगा.