भोपाल। अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निर्देश पर प्रदेश की राजधानी भोपाल में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिल के विरोध में प्रदर्शन किया और इस विधेयक को संविधान की मूल भावना के विपरीत बताया. कांग्रेस का कहना है कि धर्म और जाति के आधार पर ये विधेयक विद्वेष पैदा करने वाला विधेयक है. आज भले ही बीजेपी इस बिल को अपने बहुमत के आधार पर पारित कराने में सफल हो गई है, लेकिन भविष्य में इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे.
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता के संबंध में जो नागरिक संशोधन विधेयक 2019 पेश किया है. वो पूरी तरह से संविधान की मूल भावना के विपरीत है. भारत का संविधान ये कहता है कि देश में रहने वाले हर नागरिक को समानता का अधिकार प्राप्त है और उसे नागरिकता प्राप्त करने का भी अधिकार है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की मान्यता है कि ये विधेयक धर्म के आधार पर देश को बांटने वाला है. इसकी वजह से धर्म और जाति के आधार पर विश्वेश फैलेगा और एकता को खतरा पहुंचेगा. नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन किए जा रहे हैं.