भोपाल। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने राज्य मंत्रालय को दलालों का अड्डा और मंत्रियों के बंगले को कोठा कहा था. अब इस बयान पर मप्र कांग्रेस भड़क गई है. मप्र कांग्रेस ने इस बयान को बेहद शर्मनाक, निम्न स्तरीय और मानसिक दिवालियेपन का प्रतीक बताया है.
मप्र कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बयान पर कहा कि गोपाल भार्गव ने ऐसा बयान देकर मंत्रालय में प्रतिदिन अपनी समस्याओं को लेकर और अपने कार्यों को लेकर आने वाले गरीब वर्ग, आमजन वहां बैठने वाले कर्मचारी-अधिकारी, वहां आने वाले सभी राजनीतिक दलों के जन प्रतिनिधियों और मीडिया के लोगों का अपमान किया है. साथ ही मंत्रियों के बंगलों को कोठा बताकर उन्होंने अपनी सोच को उजागर किया है. इसके लिए उन्हें अविलंब माफी मांगना चाहिए.
नरेन्द्र सलूजा का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष से आपसी प्रतिस्पर्धा के कारण पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी मंत्रालय को दलालों का अड्डा बताया है. शायद बीजेपी के नेता इसलिए ये बात कर रहे हैं क्योंकि उनकी 15 साल की सरकार में दलालों का बोलबाला रहा है. और सभी जानते हैं कि किस प्रकार की दलाली प्रथा हावी रही है. और तो और दलालों के माध्यम से ही सारे काम और निर्णय होते रहे हैं.
पूरा प्रदेश जानता है कि 15 वर्ष मंत्रियों की क्या कारगुजारियां रहीं और किस तरह उनकी रंगरलियों के मामले समय-समय पर सामने आते रहे हैं. इसी से समझा जा सकता है कि गोपाल भार्गव कह रहे हैं कि काम वास्तव में किसकी सरकार में हुआ करता था. जिस तरह संजय जोशी से लेकर राघव जी, प्रदीप जोशी, लक्ष्मीकांत शर्मा और अन्य बीजेपी नेताओं की करतूतें सामने आई हैं, उससे समझा जा सकता है कि संस्कार और आदर्शों की बात करने वाले बीजेपी नेताओं का आचरण और कृत्य कैसा रहा है और वो आरोप दूसरों पर लगा रहे हैं.