भोपाल। केंद्र की मोदी सरकार ने मप्र के किसानों का फसल बीमा करने से इंकार कर दिया है. पूर्व सीएम शिवराज सिंह के कार्यकाल में लगातार तीन साल तक राज्य के हिस्से की फसल बीमा राशि नहीं भरे जाने के कारण केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया है. इस बात को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं.
कांग्रेस जहां शिवराज सिंह कार्यकाल की इस गलती पर सवाल खड़े कर रही है और केंद्र सरकार के भेदभाव को लेकर 28 सांसदों के मौन पर सवाल खड़े कर रही है. तो दूसरी तरफ मध्य प्रदेश भाजपा इसे मध्य प्रदेश सरकार का निकम्मापन बता रही है.
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने पूर्व की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि खुद को किसान पुत्र बताने वाले शिवराज सिंह की सरकार 3 सालों तक किसानों के प्रीमियम में मप्र के हिस्से का 40 फीसदी भुगतान केंद्र सरकार को नहीं कर पाई. इस बात से पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के किसान हितेषी होने के दावों की पोल खुलती है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने इस वित्तीय वर्ष की बीमा राशि चुका दी है.