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आदिवासियों के आंदोलन में शिवराज ने दिखाए तीखे तेवर, कांग्रेस ने कहा- अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे पूर्व सीएम - Tribal movement

शिवराज सिंह ने आदिवासियों की मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ने की बात कही है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद शिवराज सिंह को मंत्रालय बुलाया और आदिवासियों की मांगे माने जाने की बात कही है.

कांग्रेस ने कहा- अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे पूर्व सीएम
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Published : Jun 18, 2019, 11:34 PM IST

Updated : Jun 18, 2019, 11:55 PM IST

भोपाल। आदिवासियों की मांगों को लेकर हो रहे आंदोलन में पुलिस की सख्ती के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जबरदस्त तेवर दिखाए. सीएम से मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद शिवराज सिंह को मंत्रालय बुलाया और आदिवासियों की मांगे माने जाने की बात कही है. वहीं मामले में कांग्रेस का कहना है कि शिवराज सिंह ने 15 साल आदिवासियों की चिंता की होती है तो आज उन्हें सड़कों पर संघर्ष नहीं करना पड़ता.

कांग्रेस ने कहा- अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे पूर्व सीएम

कांग्रेस का कहना है कि पार्टी के द्वारा हाशिए पर धकेल दिए जाने के बाद शिवराज सिंह अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. उसका उनको फायदा होने वाला नहीं है. जब प्रदेश की जनता और पार्टी के नेता नकार चुके हैं, भविष्य ढूंढना आपको लंबे संघर्ष का विषय है. कभी आदिवासियों के नाम पर कभी जलती हुई बिजली के बीच लालटेन लेकर घूमने से कुछ नहीं होने वाला है.

ये है मामला

  • आदिवासियों की मांगों को लेकर शिवराज सिंह ने जबरदस्त तेवर दिखाए.
  • मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद शिवराज सिंह को मंत्रालय बुलाया और आदिवासियों की मांगे माने जाने की बात कही.
  • कांग्रेस ने कहा कि 15 साल आदिवासियों की चिंता की होती तो आज शिवराज सिंह को सड़कों पर संघर्ष नहीं करना पड़ता.
  • कांग्रेस का कहना है कि शिवराज सिंह अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं.
  • कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश की जनता और पार्टी के नेता शिवराज सिंह को नकार चुके हैं.
  • कांग्रेस ने कहा कि आदिवासियों के नाम पर जलती हुई बिजली के बीच लालटेन लेकर घूमने से कुछ नहीं होने वाला है.

भोपाल। आदिवासियों की मांगों को लेकर हो रहे आंदोलन में पुलिस की सख्ती के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जबरदस्त तेवर दिखाए. सीएम से मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद शिवराज सिंह को मंत्रालय बुलाया और आदिवासियों की मांगे माने जाने की बात कही है. वहीं मामले में कांग्रेस का कहना है कि शिवराज सिंह ने 15 साल आदिवासियों की चिंता की होती है तो आज उन्हें सड़कों पर संघर्ष नहीं करना पड़ता.

कांग्रेस ने कहा- अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे पूर्व सीएम

कांग्रेस का कहना है कि पार्टी के द्वारा हाशिए पर धकेल दिए जाने के बाद शिवराज सिंह अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. उसका उनको फायदा होने वाला नहीं है. जब प्रदेश की जनता और पार्टी के नेता नकार चुके हैं, भविष्य ढूंढना आपको लंबे संघर्ष का विषय है. कभी आदिवासियों के नाम पर कभी जलती हुई बिजली के बीच लालटेन लेकर घूमने से कुछ नहीं होने वाला है.

ये है मामला

  • आदिवासियों की मांगों को लेकर शिवराज सिंह ने जबरदस्त तेवर दिखाए.
  • मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद शिवराज सिंह को मंत्रालय बुलाया और आदिवासियों की मांगे माने जाने की बात कही.
  • कांग्रेस ने कहा कि 15 साल आदिवासियों की चिंता की होती तो आज शिवराज सिंह को सड़कों पर संघर्ष नहीं करना पड़ता.
  • कांग्रेस का कहना है कि शिवराज सिंह अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं.
  • कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश की जनता और पार्टी के नेता शिवराज सिंह को नकार चुके हैं.
  • कांग्रेस ने कहा कि आदिवासियों के नाम पर जलती हुई बिजली के बीच लालटेन लेकर घूमने से कुछ नहीं होने वाला है.
Intro:भोपाल। आदिवासियों की मांगों को लेकर आज हो रहे आंदोलन में पुलिस की सख्ती के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जबरदस्त तेवर दिखाए। दरअसल ग्रामीण इलाकों से आंदोलन के लिए भोपाल पहुंच रहे आदिवासियों को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक दिया था। इस बात से नाराज होकर शिवराज सिंह खुद आदिवासियों के पास पहुंचे और आदिवासियों को भोपाल लेकर आए। जहां उन्होंने आदिवासियों की मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ने की बात कही। हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद शिवराज सिंह को मंत्रालय बुलाया और आदिवासियों की मांगे माने जाने की बात कही।लेकिन शिवराज सिंह के आज के आंदोलन को लेकर सत्ताधारी दल कांग्रेस का कहना है कि अगर शिवराज सिंह ने 15 साल आदिवासियों की चिंता की होती है।तो आज उन्हें सड़कों पर संघर्ष नहीं करना पड़ता। कांग्रेस का कहना है कि पार्टी के द्वारा हाशिए पर धकेल दिए जाने के बाद शिवराज सिंह अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं।


Body:मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि शिवराज सिंह ने अगर 15 साल आदिवासियों का ख्याल रखा होता, तो आज उनको सड़कों पर संघर्ष करने की जरूरत नहीं पड़ती। उनका ख्याल रखने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ वचनबद्ध है। सारे आदिवासियों के पक्ष में जो काम होना है, उनको वह अंजाम दे रहे हैं। दरअसल भाजपा ने शिवराज सिंह को हाशिए पर पटक दिया है। इसलिए अपने अस्तित्व और पहचान बनाए रखने के लिए आजकल दिन प्रतिदिन को सड़कों पर घूम रहे हैं। उसका उनको फायदा होने वाला नहीं है।जब प्रदेश की जनता और पार्टी के नेता आप को नकार चुके हैं। अब आपका भविष्य ढूंढना आपको लंबे संघर्ष का विषय है।कभी आदिवासियों के नाम पर कभी जलती हुई बिजली के बीच लालटेन लेकर घूमने से कुछ नहीं होने वाला है।


Conclusion:
Last Updated : Jun 18, 2019, 11:55 PM IST
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