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सीएम ने कोरोना पर ली समीक्षा बैठक, ऑक्सीजन सप्लाई और ICU बेड बढ़ाने के निर्देश

भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिहं चौहान ने कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने अस्पतालों में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कोरोना टेस्टिंग की गति बढ़ाने की भी बात कही है.

CM takes a review meeting on Corona in bhopal
सीएम ने ली कोरोना पर समीक्षा बैठक
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Published : Sep 17, 2020, 8:32 AM IST

भोपाल। प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं. पिछले 1 माह के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कई जिलों में अस्पताल पूरी तरह से फुल हो चुके हैं, वहीं दूसरी ओर कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी भी सामने आ रही है. इसके अलावा आईसीयू बिस्तर की कमी भी एक बड़ी परेशानी बन रही है. इन सभी समस्याओं को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ कोरोना पर समीक्षा बैठक की है. समीक्षा बैठक के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस एवं अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे.

इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि, अब हर जिले में ऑक्सीजन एवं आईसीयू बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाए. बैठक के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि, प्रदेश के सभी जिलों में फीवर क्लीनिक्स को और भी प्रभावी बनाने का काम किया जाए. यह प्रतिदिन नियमित रूप से संचालित होते रहे और आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए सैंपल लगातार लिए जाएं और रैपिड एंटीजन टेस्ट भी किए जाएं. इसके अलावा मोबाइल फीवर क्लीनिक भी चलाई जाए.

होम आइसोलेशन को बनाया जाए परफेक्ट

सीएम ने निर्देश दिए हैं कि, जिन कोरोना मरीजों को लक्षण नहीं है, जिनके घर में आइसोलेशन की व्यवस्था है, वे होम आइसोलेशन में रह सकते हैं. हर जिले में होम आइसोलेशन व्यवस्था को और भी परफेक्ट बनाने का काम किया जाए. होम आइसोलेशन के मरीजों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की अच्छी व्यवस्था हो, प्रदेश में वर्तमान में 32 प्रतिशत कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में रह रहे हैं. भोपाल जिले की समीक्षा के दौरान कलेक्टर अविनाश लवानिया ने जानकारी देते हुए बताया कि, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से होम आइसोलेशन वाले मरीजों की निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है. इसे देखते हुए सीएम ने सभी जिलों में इसी प्रकार की व्यवस्था लागू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं .

बढ़ाई जाए दफ्तरों की क्षमता
शिवराज सिंह ने कहा कि, हर जिले के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए दफ्तरों की क्षमता को बढ़ाई जाए. भोपाल जिले की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि, यहां वर्तमान में 1488 ऑक्सीजन एवं आईसीयू बिस्तर हैं. जिन्हें बढ़ाकर 2201 किया जा रहा है. इसके अलावा सीएम ने निर्देश दिए हैं कि, हर जिले में कोरोना की टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए . प्रदेश में कोरोना के बड़ी संख्या में मरीज ठीक हो कर घर जा रहे हैं, प्रदेश की रिकवरी दर पर 74.9 प्रतिशत है तथा मृत्यु दर 1.93 प्रतिशत है .

इस दौरान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने जानकारी देते हुए बताया कि, प्रतिदिन 25 हजार टेस्ट करने का लक्ष्य रखा गया है. कोरोना मरीजों की जल्दी पहचान कर उन्हें तुरंत उपचार मिले, इसे लेकर भी प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जानकारी दी है कि, तुलनात्मक रूप से देश में एक्टिव मरीजों की संख्या के मान से प्रदेश सर्वे तथा पॉजिटिव मरीजों की संख्या 14वें स्थान पर है. प्रदेश में 15 सितंबर की स्थिति में एक्टिव मरीजों की संख्या 21,620 और 16 सितंबर को एक्टिव मरीजों की संख्या 22,136 है.


भोपाल। प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं. पिछले 1 माह के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कई जिलों में अस्पताल पूरी तरह से फुल हो चुके हैं, वहीं दूसरी ओर कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी भी सामने आ रही है. इसके अलावा आईसीयू बिस्तर की कमी भी एक बड़ी परेशानी बन रही है. इन सभी समस्याओं को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ कोरोना पर समीक्षा बैठक की है. समीक्षा बैठक के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस एवं अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे.

इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि, अब हर जिले में ऑक्सीजन एवं आईसीयू बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाए. बैठक के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि, प्रदेश के सभी जिलों में फीवर क्लीनिक्स को और भी प्रभावी बनाने का काम किया जाए. यह प्रतिदिन नियमित रूप से संचालित होते रहे और आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए सैंपल लगातार लिए जाएं और रैपिड एंटीजन टेस्ट भी किए जाएं. इसके अलावा मोबाइल फीवर क्लीनिक भी चलाई जाए.

होम आइसोलेशन को बनाया जाए परफेक्ट

सीएम ने निर्देश दिए हैं कि, जिन कोरोना मरीजों को लक्षण नहीं है, जिनके घर में आइसोलेशन की व्यवस्था है, वे होम आइसोलेशन में रह सकते हैं. हर जिले में होम आइसोलेशन व्यवस्था को और भी परफेक्ट बनाने का काम किया जाए. होम आइसोलेशन के मरीजों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की अच्छी व्यवस्था हो, प्रदेश में वर्तमान में 32 प्रतिशत कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में रह रहे हैं. भोपाल जिले की समीक्षा के दौरान कलेक्टर अविनाश लवानिया ने जानकारी देते हुए बताया कि, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से होम आइसोलेशन वाले मरीजों की निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है. इसे देखते हुए सीएम ने सभी जिलों में इसी प्रकार की व्यवस्था लागू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं .

बढ़ाई जाए दफ्तरों की क्षमता
शिवराज सिंह ने कहा कि, हर जिले के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए दफ्तरों की क्षमता को बढ़ाई जाए. भोपाल जिले की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि, यहां वर्तमान में 1488 ऑक्सीजन एवं आईसीयू बिस्तर हैं. जिन्हें बढ़ाकर 2201 किया जा रहा है. इसके अलावा सीएम ने निर्देश दिए हैं कि, हर जिले में कोरोना की टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए . प्रदेश में कोरोना के बड़ी संख्या में मरीज ठीक हो कर घर जा रहे हैं, प्रदेश की रिकवरी दर पर 74.9 प्रतिशत है तथा मृत्यु दर 1.93 प्रतिशत है .

इस दौरान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने जानकारी देते हुए बताया कि, प्रतिदिन 25 हजार टेस्ट करने का लक्ष्य रखा गया है. कोरोना मरीजों की जल्दी पहचान कर उन्हें तुरंत उपचार मिले, इसे लेकर भी प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जानकारी दी है कि, तुलनात्मक रूप से देश में एक्टिव मरीजों की संख्या के मान से प्रदेश सर्वे तथा पॉजिटिव मरीजों की संख्या 14वें स्थान पर है. प्रदेश में 15 सितंबर की स्थिति में एक्टिव मरीजों की संख्या 21,620 और 16 सितंबर को एक्टिव मरीजों की संख्या 22,136 है.


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