भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव नजदीक आते ही अब मुद्दे सड़क, बिजली, पानी के बाद भाषा पर आकर टिक गए हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान की भाषाशैली को लेकर कमलनाथ ने पलटवार किया है. दरअसल, नीमच के मनासा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब मंच से बोल रहे थे तो उन्होंने कांग्रेस और कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा "गांधी सागर में पानी पहले भी था बताओ था कि नहीं...? गांधी सागर भी था, पानी भी था, लेकिन इस पानी को लाने की बात जब कांग्रेस की सरकार से करते थे. दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों से करते थे तो वह कहते थे असंभव. यह हो ही नहीं सकता. यह पानी आ ही नहीं सकता."
क्या कहा शिवराज ने : सीएम शिवराज ने कहा "अब मैं आपके सामने खड़ा है. मैं आज फिर कह रहा हूं, असंभव शब्द किसान भाइयों मेरे शब्दकोश में नहीं है. हर खेत में पानी जाएगा. यह संकल्प हमारा है. कमलनाथ मेरे 18 सालों का हिसाब मांगते हुए सवाल कर रहे हैं. कमलनाथ कह रहे शिवराज 18 सालों का हिसाब दो. तो सुनो कमलनाथ जब तेरी पार्टी की सरकार थी तो गड्ढों में सड़क है या सड़क में गड्ढा है या गड्ढमगड्ढा है, गड्ढों में सड़क ढूंढनी पड़ती थी. सड़कों का अता पता नहीं था. मुझसे बात कर रहा है."
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कमलनाथ ने ऐसे दिया जवाब : सीएम शिवराज ने मनासा में जब ऐसी भाषा शैली का उपयोग किया तो कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा "आपकी भाषा अशोभनीय है. आपने पहले भी मुझे कई बार गालियां दी हैं. लेकिन ये आपकी बौखलाहट है क्योंकि आपको पता है कि हारने वाले हैं. शिवराज जी आपने मेरे लिए कहा तेरी पार्टी की सरकार थी. और भी शब्द बोले जिनका लहजा बेहद अशोभनीय था. आप क्यों इस तरह बौखला रहे हैं ? आपने कुछ दिन पहले मुझे गालियां भी दी थीं. गालियां देकर कोई जनता का दिल नहीं जीता जा सकता. माना कि आप हार रहे हैं और बुरी तरह हार रहे हैं, लेकिन ओछी भाषा का इस्तेमाल करने से क्या हासिल होगा ? हां, मैं आपको जरूर आश्वस्त करता हूं कि आपकी गालियों के बदले में मेरी ओर से आपको अपशब्द नहीं मिलेंगे."